बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल Nokia ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस में कुछ 5G और 6G टेक्नोलॉजीज पेश की हैं। राजधानी में आयोजित इस इवेंट में कंपनी ने 6G कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करने वाली राडार जैसी सेंसिंग टेक्नोलॉजी, रैपिड रेल NCRTC प्राइवेट वायरलेस नेटवर्क और रियल-टाइम एक्सटेंडेड रिएलिटी मल्टीमीडिया टेक्नोलॉजी प्रदर्शित की है।
कंपनी ने मेटावर्स पर बेस्ड एक इंटेलिजेंट फैक्टरी मैनेजमेंट सिस्टम का भी डेमो दिया है। यह सिस्टम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (AI), एक्सटेंडेड रिएलिटी, ब्लॉकचेन और डीसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी पर निर्भर करता है। नोकिया ने नई 6G सेंसिंग टेक्नोलॉजी प्रदर्शित की है जिससे यूजर्स को अपने आसपास की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है और वे यह देख सकते हैं कि किनारे पर क्या है।
कंपनी का कहना है कि यह
टेक्नोलॉजी यूजर की प्राइवेसी की सुरक्षा करती है। यह एक राडार की तरह कार्य करती है और लोगों, वस्तुओं और मूवमेंट्स का पता लगा सकती है।
इसके अलावा नोकिया ने दिल्ली से मेरठ तक नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) के लिए फ्रांस की कंपनी Alstom के साथ मिलकर तैयार किया गया एक प्राइवेट वायरलेस नेटवर्क भी दिखाया है। यह पहला LTE/4.9G प्राइवेट वायरलेस नेटवर्क है। इसे यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम के लिए बनाया गया है। इससे अथॉरिटीज को रियल-टाइम में ट्रेनों की लोकेशन और मूवमेंट के बारे में जानकारी मिल सकती है। नोकिया के रियल-टाइम एक्सटेंडेड रिएलिटी मल्टीमीडिया (RXRM) सॉफ्टवेयर से एंप्लॉयीज के प्रोडक्टिविटी लेवल में सुधार के साथ ही उनकी सेफ्टी भी बढ़ती है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राजधानी के प्रगति मैदान में किया था। इस दौरान उनके साथ Reliance Jio के आकाश अंबानी, Bharti Airtel के सुनील मित्तल, बिजनेसमैन कुमार मंगलम बिरला और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे। इस इवेंट में 6G के अलावा अन्य टेलीकम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी पर भी फोकस रहेगा। इसमें रिलायंस जियो ने अपनी सैटेलाइट-बेस्ड हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस, JioSpaceFiber को भी दिखाया है। इस इवेंट में एक लाख से ज्यादा लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। इसके अलावा 1,300 से अधिक डेलिगेट, 400 से अधिक स्पीकर्स, लगभग 225 एग्जिबिटर्स और 400 स्टार्टअप्स होंगे। इसमें टेलीकॉम और डिजिटल सेगमेंट में युवा इनोवेटर्स के बीच आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।