सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपनी सर्विसेज को बेहतर बनाने की तैयारी की है। इसके लिए BSNL ने अप्रैल को 'कस्टमर सर्विस मंथ' के तौर पर निर्धारित किया है। इसमें पूरे देश में कंपनी की सर्विसेज का इस्तेमाल करने वाले कस्टमर्स से फीडबैक लेकर उनके एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने की कोशिश होगी।
BSNL ने एक स्टेटमेंट में बताया, "कंपनी के सभी सर्कल और यूनिट्स इस अभियान में हिस्सा लेंगे।" इसका उद्देश्य मोबाइल नेटवर्क की क्वालिटी में सुधार करना, फाइबर ब्रॉडबैंड (FTTH) की विश्वसनीयता को बढ़ाना और कस्टमर्स की शिकायतों का जल्द समाधान करना है। अप्रैल में
BSNL की वेबसाइट, सोशल मीडिया चैनल्स और अन्य जरियों से कस्टमर्स से फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद इस फीडबैक की BSNL के चेयरमैन, Robert J Ravi की ओर से समीक्षा की जाएगी। BSNL के 4G नेटवर्क को जून से 5G पर अपग्रेड किया जाएगा। कंपनी की जून तक लगभग एक लाख 4G साइट्स लॉन्च करने की योजना है। इनमें से लगभग 89,000 4G साइट्स इंस्टॉल की जा चुकी हैं। कंपनी के 4G नेटवर्क के लिए स्वदेशी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
हाल ही में टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि BSNL के
4G नेटवर्क को जून से 5G पर अपग्रेड किया जाएगा। दुनिया में भारत पांच ऐसे देशों में शामिल हो गया है जिन्होंने अपनी 4G टेक्नोलॉजी को डिवेलप किया है। सरकार का लक्ष्य इस एक्सपर्टाइज का 5G तक विस्तार करने का है। हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से BSNL को 4G नेटवर्क के एक्सपैंशन के लिए 6,000 करोड़ रुपये की फंडिंग को स्वीकृति दी गई थी। इस फंड का इस्तेमाल कंपनी की सब्सिडियरी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड ( MTNL) के 4G नेटवर्क के लिए भी किया जाएगा। दिल्ली और मुंबई में टेलीकॉम सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली MTNL का कंट्रोल BSNL के पास है।
कंपनी के नेटवर्क के 5G पर अपग्रेड के लिए लगभग दो अरब डॉलर के टेलीकॉम इक्विपमेंट के कॉन्ट्रैक्ट में विदेशी कंपनियों को भी बिड देने की अनुमति दी जा सकती है। अगर कंपनी के 5G नेटवर्क पर अपग्रेड के लिए विदेशी टेलीकॉम इक्विपमेंट कंपनियों को शामिल किया जाता है तो यह सरकार के रुख में बड़ा परिवर्तन होगा। BSNL को 5G मोबाइल सर्विसेज नहीं होने की वजह से प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से मुकाबला करने में मुश्किल हो रही है।