• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Chandrayaan 3 के विक्रम प्रज्ञान कब जागेंगे नींद से? इसरो चीफ ने कही बड़ी बात, जानें

Chandrayaan-3 के विक्रम-प्रज्ञान कब जागेंगे नींद से? इसरो चीफ ने कही बड़ी बात, जानें

Chandrayaan-3 : एस. सोमनाथ ने कहा कि अब यह वहां शांति से सो रहा है...इसे अच्छे से सोने दो..हम इसे परेशान न करें...जब यह अपने आप उठना चाहेगा, तो उठेगा...

Chandrayaan-3 के विक्रम-प्रज्ञान कब जागेंगे नींद से? इसरो चीफ ने कही बड़ी बात, जानें

चंद्रयान-3 की बदौलत भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है, जो चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं।

ख़ास बातें
  • इसरो चीफ ने चंद्रयान-3 पर दी बड़ी जानकारी
  • कहा प्रज्ञान के दोबारा एक्टिव होने की संभावना से नहीं कर सकते इनकार
  • चंद्रमा की बर्फीली सतह पर स्‍लीप मोड में है प्रज्ञान रोवर
विज्ञापन
Chandrayaan-3 मिशन को लेकर भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) ने बड़ी बात कही है। इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि चंद्रयान-3 का रोवर ‘प्रज्ञान' उसकी सतह पर हाइबर्नैशन (hibernation) में है, लेकिन इसके दोबारा से एक्टिव होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्‍होंने कहा कि स्‍पेस एजेंसी इस बात को जानती है कि रोवर और लैंडर ‘विक्रम' चंद्रमा की सतह पर सुप्तावस्था (hibernation) में चले गए हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एस. सोमनाथ ने कहा कि ‘चंद्रयान-3' मिशन का मकसद ‘सॉफ्ट लैंडिंग' था। उसके बाद 14 दिन तक प्रयोग किए गए और जरूरी डेटा को जुटाया गया है। 

एक न्यूज कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए एस. सोमनाथ ने कहा कि अब यह वहां शांति से सो रहा है...इसे अच्छे से सोने दो..हम इसे परेशान न करें...जब यह अपने आप उठना चाहेगा, तो उठेगा...मैं अभी इसके बारे में यही कहना चाहता हूं।''

यह पूछे जाने पर कि क्या इसरो को अब भी उम्मीद है कि रोवर फिर से सक्रिय हो जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद रखने का कारण है।'' सोमनाथ ने ‘उम्मीद' के कारण बताते हुए कहा कि इस मिशन में एक लैंडर और एक रोवर शामिल थे । उन्होंने बताया कि लैंडर एक विशाल संरचना है, इसलिए इसका पूरी तरह से परीक्षण नहीं किया जा सका।

लेकिन जब रोवर की टेस्टिंग जीरो से माइनस 200 डिग्री सेल्सियस पर की गई, तो वह उससे भी कम तापमान पर काम करता हुआ पाया गया। इसरो प्रमुख ने स्पष्ट किया कि ‘चंद्रयान-3' मिशन का उद्देश्य पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि इसरो मिशन के माध्यम से एकत्र किए गए वैज्ञानिक डेटा का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंड करने के बाद लैंडर और रोवर वहां कई दिनों तक प्रयोग किए। चंद्रयान-3 की बदौलत भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है, जो चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. iQOO Z10 Lite 5G vs Samsung Galaxy A06 5G vs Moto G45: 10 हजार में कौन सा है बेस्ट फोन
  2. बोलकर कैंसल हो जाएगा ट्रेन टिकट, जानें कैसे काम करता है IRCTC का नया फीचर
  3. POCO के F7 5G की 1 जुलाई से शुरू होगी बिक्री, Flipkart पर लाइव हुई माइक्रोसाइट
  4. UBON SP-85 Party Speaker भारत में लॉन्च, 30W साउंड, 20 घंटे की बैटरी, जानें कीमत
  5. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  6. BSNL लगाएगी फ्लैश सेल, फ्री डेटा से लेकर डिस्काउंट तक की पेशकश
  7. Asus का लैपटॉप भारत में 18,990 रुपये में लॉन्च
  8. Samsung Galaxy M36 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें क्या है खास
  9. Redmi K Pad टैबलेट 8.8-इंच डिस्प्ले, 7500mAh बैटरी, 16GB रैम के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत
  10. Xiaomi YU7 EV: करीब 30 लाख से शुरू होती है इस 835 KM रेंज वाली YU7 EV की कीमत, जानें स्पेसिफिकेशन्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »