एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) तेजी से अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस का विस्तार कर रही है। इसे स्टारलिंक (Starlink) के नाम से जाना जाता है। बुधवार को स्पेसएक्स ने स्टारलिंक इंटरनेट सैटेलाइट्स के एक और बड़े बैच को ऑर्बिट में लॉन्च किया। फाल्कन-9 (Falcon 9) रॉकेट की मदद से 56 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में भेजा गया। तय योजना के अनुसार, रॉकेट का पहला स्टेज पृथ्वी पर वापस आ गया। स्टेज ने समुद्र में बने पैड पर लैंड किया, जिसका शानदार वीडियो सामने आया है।
स्पेसएक्स के
ट्वीट व अन्य
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टारलिंक सैटेलाइट्स को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया। लॉन्च के ठीक 8.5 मिनट बाद फाल्कन-9 का पहला स्टेज पृथ्वी पर सुरक्षित लैंड कर गया। इस स्टेज द्वारा स्पेसएक्स का यह चौथा लॉन्च और लैंडिंग थी। पहले स्टेज की लैंडिंग के बाद रॉकेट का ऊपरी स्टेज,सैटेलाइट्स को लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) तक लेकर गया।
लिफ्टऑफ के करीब 65 मिनट बाद सभी 56 सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में पहुंचा दिया गया। रिपोर्टों के अनुसार, स्पेसएक्स के लिए यह साल 2023 का 21वां लॉन्च था। कंपनी ने 11 लॉन्च तो स्टारलिंक के लिए ही किए हैं। वह अबतक 4200 से ज्यादा स्टारलिंक सैटेलाइट्स को उड़ा चुकी है। ये लॉन्च अभी जारी रहेंगे, क्योंकि कंपनी को 12 हजार स्टारलिंक सैटेलाइट्स लॉन्च करने की इजाजत मिली है। यह अलग बात है कि स्पेसएक्स इस संख्या को 30 हजार तक ले जाना चाहती है। हालांकि इसकी मंजूरी अभी नहीं मिली है।
स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क, सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को लेकर गंभीर नजर आते हैं। वह
ऐलान कर चुके हैं कि अगर सबकुछ योजना के अनुसार हुआ, तो स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क इस साल से सीधे स्मार्टफोन पर अपनी सर्विस शुरू कर देगा। इसका मतलब है कि लोगों को उनके फोन में सैटेलाइट से इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलेगी। स्पेसएक्स और अमेरिका की टी-मोबाइल कंपनी इस प्रोजेक्ट में साथ मिलकर काम कर रहे हैं। प्रोजेक्ट का नाम ‘कवरेज एबव एंड बियॉन्ड' (Coverage Above and Beyond) है। इसका मकसद टी-मोबाइल कस्टमर्स को हर जगह इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करना है।