हाल के दिनों में कई हफ्तों तक पाकिस्तान ने बहुत भारी बारिश का दौर देखा। बारिश और बाढ़ ने त्रासदी का रूप लिया, जिसमें करीब 1300 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई। इस बारिश ने साढ़े 3 करोड़ लोगों की जिंदगी को अस्त-व्यस्त कर दिया। 10 लाख से ज्यादा घर बर्बाद हो गए। सिंध और बलूचिस्तान जैसे सूबे काफी प्रभावित हुए। इस बाढ़ से जुड़ी नई सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि सितंबर की शुरुआत में पाकिस्तान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील में बाढ़ आ गई और यह खतरनाक रूप से बह रही है। जुलाई में यह झील अपने मौजूदा स्वरूप में दिखाई देती है, लेकिन 28 अगस्त और 5 सितंबर की तस्वीरों में यह ओवरफ्लो नजर आती है।
स्पेसडॉटकॉम की
रिपोर्ट के अनुसार, नासा के लैंडसैट 8 और लैंडसैट 9 सैटेलाइट द्वारा ली गई तस्वीरें मंचर झील (Lake Manchar) के किनारे में दरार दिखाती हैं। बताया जाता है कि इनमें से कुछ दरारों को जानबूझकर स्थानीय अधिकारियों ने बनवाया, ताकि पानी को घनी आबादी वाले इलाकों में फैलने से रोका जा सके।
तस्वीरों में 25 जुलाई की स्थिति दिखाई गई है, जब झील का पानी सामान्य था। फिर 28 अगस्त और 5 सितंबर को भारी बारिश ने झील को ओवरफ्लो कर दिया और आसपास के इलाकों में हालात भयावह हो गए।
नासा के अधिकारियों ने कहा है कि घाटी में फैले सैकड़ों गांवों में रहने वाले लगभग एक लाख लोगों को इस पानी से बाढ़ का खतरा है। पाकिस्तान में आई बाढ़ को एक दशक की सबसे भीषण बाढ़ बताया जा रहा है, जिसने 1,300 से अधिक लोगों की जान ले ली और हजारों लोग घायल हो गए। 10 लाख से ज्यादा घर इस बाढ़ में नष्ट हो गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
मंचर झील पाकिस्तान के सिंध प्रांत में है। यह इलाका बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। नासा ने कहा है कि इस साल इस इलाके में औसत वार्षिक वर्षा से 5 गुना बारिश हो चुकी है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में यहां और बारिश हो सकती है। पाकिस्तान की सरकार ने 30 अगस्त को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करते हुए दुनियाभर के देशों से मदद मांगी थी। कहा जा रहा है कि जो लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, उनकी जिंदगी वापस पटरी पर लौटने में लंबा समय लग जाएगा।