अंतरिक्ष की घटनाओं में उत्साह रखने वालों के लिए 28 फरवरी को एक अद्भभुत खगोलीय घटना होने जा रही है। 28 फरवरी को हमारे सौरमंडल के कई ग्रह एक लाइन में नजर आने वाले हैं। सबसे रोचक बात यह है कि इन्हें नंगी आंखों से भी देखा जा सकेगा। अंतरिक्ष में होने वाली इस घटना को प्लेनेट परेड के नाम से जाना जाता है जिसमें सभी ग्रह जैसे परेड करते नजर आते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा नजारा फिर 2040 से पहले नहीं दिखाई देगा। आइए आपको बताते हैं इस अद्भुत घटना को आप भारत में कैसे और कितने बजे देख पाएंगे।
अंतरिक्ष में 28 फरवरी को प्लेनेट्री परेड (Planetary Parade) दिखाई देने वाली है। ग्रहों की इस परेड में सात ग्रह एकसाथ नजर आने वाले हैं। इन 7 ग्रहों में बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्च्यून शामिल होंगे। नासा के अनुसार यह घटना बेहद खास है क्योंकि आमतौर पर इस तरह की परेड में 4 से ज्यादा ग्रह एकसाथ नहीं आते हैं। लेकिन इस बार यहां 7 ग्रह एकसाथ नजर आने वाले हैं। इसी के साथ यह घटना और भी असाधारण इस बात से हो जाती है कि कई ग्रहों को नंगी आंखों से देखा जा सकेगा जो कि आसमान में अलग से चमकते दिखाई देंगे।
प्लेनेट्री परेड क्या होती है? Space.com के अनुसार, हमारे सौरमंडल के ग्रह सूर्य की परिक्रमा मूलतः आकाश में एक रेखा में करते हैं जिसे क्रांतिवृत्त (ecliptic) कहते हैं। इसी कारण पृथ्वी के आकाश में ग्रह हमेशा जैसे एक रेखा में दिखाई देते हैं। इसी को प्लेनेट्री परेड कह देते हैं। लेकिन इस घटना को यह सिर्फ एक नाम दिया गया है, नासा इसे तकनीकी खगोलीय शब्द नहीं बताती है।
कितने बजे देखें प्लेनेट्री परेड?प्लेनट्स की इस परेड को देखने के लिए सबसे उत्तम समय सूर्यास्त के 45 मिनट बाद बताया गया है। जैसे ही सूर्य क्षितिज से नीचे जाएगा और अंधेरा होने लगेगा, आसमान में चार ग्रह- शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस दिखाई देने लगेंगे। इन्हें नंगी आंखों से देखा जा सकेगा। लेकिन शनि, बुध और नेप्च्यून को देखने के लिए आपको दूरबीन या फिर टेलीस्कोप की जरूरत होगी। ये ग्रह नंगी आंखों से नजर नहीं आएंगे।
BBC के अनुसार, शुक्र ग्रह को आप सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में देखें। वहीं, मंगल ग्रह दक्षिण में नजर आएगा। मंगल के लिए कहा गया है कि यह लाल ग्रह मार्च 2025 की शुरुआत तक आसमान में दिखता रहेगा। बृहस्पति को सूर्यास्त के उपरांत दक्षिण पश्चिम में देखा जा सकेगा। वहीं यूरेनस को पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में देखा जा सकेगा।