NASA इस क्रिसमस पर इतिहास रचने जा रही है। अपने सूर्य मिशन में स्पेस एजेंसी नया कीर्तिमान स्थापित करेगी जब इसका Parker Solar Probe सूरज के सबसे नजदीक पहुंचेगा। ऐसा पहली बार होगा जब कोई मानव निर्मित स्पेस क्राफ्ट हमारे तारे के इतने करीब पहुंचने में कामयाब होगा। यह सूरज से महज 60 लाख 10 हजार किलोमीटर की दूरी पर होगा। इसकी स्पीड 6 लाख 90 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। Parker Solar Probe इस स्पीड और दूरी के साथ अपने ही पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ देगा। आइए जानते हैं Parker Solar Probe के सूर्य के इतने करीब पहुंचने के क्या हैं मायने।
NASA का क्रिसमस इस साल और भी ज्यादा हैपी होने वाला है! स्पेस एजेंसी पहली बार अपने
Parker Solar Probe को सूरज के इतने करीब भेजने जा रही है। पार्कर सोलर प्रॉब एक छोटी कार के साइज का स्पेस उपकरण है। यह पहला ऐसा मानव निर्मित प्रॉब होगा जो सूर्य के इतने करीब पहुंचेगा।
Space.com के अनुसार, 24 दिसंबर को पार्कर सोलर प्रॉब सूर्य से निकले प्लाज्मा के कणों को भेदता हुआ आगे बढ़ेगा तथा सौर तूफान के एक हिस्से से भी गुजरेगा। यह ऐसा होगा जैसे समुद्र में टूटती हुई लहर के नीचे गोता लगाना!
बीते अक्टूबर में सूर्य अपनी 11 ईयर साइकिल (11 year cycle) के सबसे तूफानी हिस्से में पहुंच चुका है। इस मतलब यह है कि Parker Solar Probe को अपने सफर के दौरान शक्तिशाली सौर तूफानों का सामना करना होगा। ये सोलर फ्लेयर एक के ऊपर एक फटेंगे जिससे वैज्ञानिकों को बेहतर मौका मिलेगा कि वे सूर्य के ऊपर चल रही प्रक्रियाओं को करीब से समझ सकेंगे।
10 दिसंबर को एनुअल मीटिंग ऑफ द अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन (AGU) इवेंट के दौरान प्रोजेक्ट साइंटिस्ट Nour Rawafi ने कहा, ''हम इतिहास रचने की तैयारी कर रहे हैं। पार्कर सोलर प्रॉब हमारे तारे के बारे में नई वास्तविकता को हमारी आंखों के सामने रखेगा। इसके द्वारा जो डेटा भेजा जाएगा, उसे खंगालने में हमें दशकों का समय लग जाएगा।''
पार्कर सोलर प्रॉब को 2018 में लॉन्च किया गया था। इसने सूर्य के बारे में अबतक कई रहस्य खोले हैं। उनमें सबसे प्रमुख यह है कि इसका कमजोर बाहरी वायुमंडल, जिसे कोरोना कहते हैं, सूर्य की सतह से जितना दूर जाता है, यह सैकड़ों गुना गर्म हो जाता है। नासा इस सोलर मिशन से बहुत उत्साहित नजर आती है। आने वाले समय में सूर्य के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे यहां से हो सकते हैं।