12 साल की मेहनत के बाद तैयार हुआ NASA का ‘मून रॉकेट’, कल होगा रोलआउट

यह सिस्‍टम पिछले एक दशक से तैयार हो रहा है, जिसमें देरी की वजह से इसकी लागत बढ़ी है।

12 साल की मेहनत के बाद तैयार हुआ NASA का ‘मून रॉकेट’, कल होगा रोलआउट

Photo Credit: Twitter/Nasa

नासा को उम्मीद है कि एक बार इसे सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद यह अपने डेवलपमेंट में हुई देरी को कवर कर लेगा।

ख़ास बातें
  • नासा सबसे पहले SLS को रोलआउट करेगी
  • फ‍िर अपनी तैयारी को साबित करने के लिए वह कई और टेस्‍ट करेगी
  • सबसे आखिर में प्री-लॉन्च टेस्‍ट होगा, जिसे ‘वेट ड्रेस रिहर्सल’ कहते हैं
विज्ञापन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) एक बार फ‍िर इंसान को चंद्रमा पर भेजने का मिशन बना रही है। यह जानकारी हम आपको पहले भी दे चुके हैं। ताजा अपडेट यह है कि मिशन के लिए नासा अपने स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट को रोलआउट करने जा रही है। इसके जरिए इंसान को चंद्रमा, मंगल ग्रह और उससे भी आगे तक ले जाने की योजना है। यह सिस्‍टम पिछले एक दशक से तैयार हो रहा है, जिसमें देरी की वजह से इसकी लागत बढ़ी है। हालांकि नासा को उम्मीद है कि एक बार इसे सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद यह अपने डेवलपमेंट में हुई देरी को कवर कर लेगा। स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) के दो हिस्‍से होते हैं। पहला- सुपर-हैवी रॉकेट और दूसरा- ओरियन स्पेसक्राफ्ट। इन दोनों हिस्‍सों को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर में ‘वेट ड्रेस रिहर्सल' के लिए लॉन्चपैड पर रोलआउट किया जाएगा। रोलआउट में करीब 11 घंटे लगने की संभावना है।

इस पूरे प्रोसेस में नासा सबसे पहले SLS को रोलआउट करेगी। फ‍िर अपनी तैयारी को साबित करने के लिए वह कई और टेस्‍ट करेगी। सबसे आखिर में प्री-लॉन्च टेस्‍ट होगा, जिसे ‘वेट ड्रेस रिहर्सल' कहा जाता है। इस दौरान सिस्टम को इसके प्रोपलैंट टैंकों से लोड किया जाएगा। TechCrunch की एक रिपोर्ट के अनुसार, आर्टेमिस लॉन्च के डायरेक्‍टर चार्ली ब्लैकवेल-थॉम्पसन ने कहा है कि गुरुवार को होने वाला रोलआउट बिना किसी रोक-टोक के आगे बढ़ता है, तो ‘वेट ड्रेस रिहर्सल' 3 अप्रैल को हो सकती है।

SLS पर काम साल 2010 में शुरू हुआ था, लेकिन टेक्‍निकल इशू के चलते इस प्रोजेक्‍ट में परेशानियां आईं। नासा का ‘आर्टेमिस I' मिशन पिछले साल नवंबर में उड़ान भरने वाला था। लॉन्च से ठीक एक महीने पहले नासा ने कहा कि उसने टाइमलाइन को आगे बढ़ा दिया और मिशन को फरवरी के मध्‍य तक लॉन्‍च किया जाएगा। खास बात यह है कि मिशन फरवरी में भी लॉन्‍च नहीं हो पाया और इस तारीख को फ‍िर से आगे बढ़ा दिया गया है।

प्रोजेक्‍ट में देरी की वजह से इसकी लागत भी बढ़ रही है। इस महीने की शुरुआत में नासा के एक ऑडिटर ने बताया कि पहले चार आर्टेमिस मिशनों के लिए ऑपरेशनल खर्च $4.1 बिलियन डॉलर (लगभग 31,336 करोड़ रुपये) होगा और सिंगल SLS के निर्माण में 2.2 बिलियन डॉलर (लगभग 16,813 करोड़ रुपये) का खर्च आएगा।  

इसके मुकाबले, अरबपति एलन मस्‍क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) एक सुपर-हैवी रॉकेट का निर्माण कर रही है। खास यह है कि इस रॉकेट को दोबारा भी इस्‍तेमाल किया जा सकेगा। इस रॉकेट की मदद से अगले कुछ साल में वह प्रति लॉन्‍च 10 मिलियन डॉलर (लगभग 76 करोड़ रुपये) बचाएगी।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 108MP कैमरा के साथ लॉन्‍च होगा HMD Fusion, Amazon पर हुआ लिस्‍ट, जानें प्रमुख फीचर्स
  2. 200MP कैमरा वाली Redmi Note 14 5G स्‍मार्टफोन सीरीज इस दिन होगी भारत में लॉन्‍च, जानें
  3. OPPO Find X8, Find X8 Pro हुए Dimensity 9400 प्रोसेसर, AMOLED डिस्प्ले के साथ लॉन्च, जानें भारत में कीमत
  4. पृथ्वी का 'दूसरा चांद' होने वाला है गायब! 30 साल बाद फिर लौटेगा ...
  5. Elon Musk ने अपने Starship रॉकेट में क्यों भेजा केला? दिलचस्प है वजह, जानें
  6. WhatsApp लाया धांसू फीचर! Status अपडेट में अब ग्रुप को भी कर सकेंगे मेंशन, ऐसे करेगा काम
  7. Google नहीं ला रहा Pixel Tablet 3, रिपोर्ट में हुआ खुलासा!
  8. Apple यूजर्स अलर्ट! कंपनी ने जारी किया इमरजेंसी सिक्योरिटी अपडेट, जल्द करें डाउनलोड, ये रहे स्टेप्स
  9. भारत में Apple के iPhone की दमदार सेल्स, रेवेन्यू बढ़कर 67,100 करोड़ रुपये से ज्यादा
  10. एयरटेल की 5G नेटवर्क को बढ़ाने की तैयारी, नोकिया को दिया करोड़ों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »