• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • क्‍या एक दूसरे से टकराने वाली हैं ये आकाशगंगाएं या कोई और बात है? जानें हबल टेलीस्‍कोप की तस्‍वीर का सच

क्‍या एक-दूसरे से टकराने वाली हैं ये आकाशगंगाएं या कोई और बात है? जानें हबल टेलीस्‍कोप की तस्‍वीर का सच

SDSS J115331 और LEDA 2073461 नाम की ये आकाशगंगाएं पृथ्वी से एक अरब प्रकाश-वर्ष से अधिक दूर स्थित हैं।

क्‍या एक-दूसरे से टकराने वाली हैं ये आकाशगंगाएं या कोई और बात है? जानें हबल टेलीस्‍कोप की तस्‍वीर का सच

यह सिर्फ एक ऑप्टिकल भ्रम है। सच्‍चाई यह है कि दोनों आकाशगंगाएं एक-दूसरे के आसपास भी नहीं हैं।

ख़ास बातें
  • हबल टेलीस्‍कोप ने खींची है यह तस्‍वीर
  • पृथ्‍वी से एक अरब प्रकाश वर्ष दूर हैं ये आकाशगंगाएं
  • दोनों एक-दूसरे से टकराती हुई दिख रही हैं
विज्ञापन
अंतरिक्ष में तैनात दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन, जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलीस्‍कोप ने अपना काम शुरू कर दिया है, इसके बाद भी Nasa के हबल टेलीस्‍कोप (Hubble Space Telescope) की उपयोगिता बनी हुई है। हाल में इस दूरबीन ने दो सर्पिल (spiral) आकाशगंगाओं यानी गैलेक्‍सी को तस्‍वीरों में कैद दिया। पहली नजर में देखने से लगता है कि दोनों आकाशगंगाएं एक-दूसरे में विलीन हो रही हैं, लेकिन असल कहानी कुछ और ही है। SDSS J115331 और LEDA 2073461 नाम की ये आकाशगंगाएं पृथ्वी से एक अरब प्रकाश-वर्ष से अधिक दूर स्थित हैं। 

रिपोर्ट्स के अनुसार, इस टेलीस्‍कोप के प्रोजेक्‍ट में नासा की पार्टनर रही यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने एक बयान में कहा है कि हबल टेलीस्कोप की नई इमेज से पता चलता है कि दो गैलेक्टिक बॉडीज विलीन हो रही हैं, लेकिन यह सिर्फ एक ऑप्टिकल भ्रम है। सच्‍चाई यह है कि दोनों आकाशगंगाएं एक-दूसरे के आसपास भी नहीं हैं।  

ESA के अधिकारियों के मुताबिक, इमेज में एक-दूसरे से टकराती हुई दिख रही ये आकाशगंगाएं हकीकत में ऐसी पोजिशन में नहीं हैं। यह सिर्फ संयोग है कि दोनों तस्‍वीर में इस तरह से नजर आ रही हैं। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने इस इमेज को 5 सितंबर को शेयर किया था। यह तस्‍वीर अंतरिक्ष एजेंसी के ‘गैलेक्सी ज़ू प्रोजेक्ट' के ऑब्‍जर्वेशंस का इस्‍तेमाल करके तैयार की गई थी। 
 

आकाशगंगाओं की खोज में हबल टेलीस्‍कोप और जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप दोनों ही अपनी काबिलियत दिखा रहे हैं। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हबल टेलीस्कोप इस्‍तेमाल करने वाले खगोलविदों को लगता है कि उन्‍होंने आज तक की सबसे दूर स्थित आकाशगंगा को देखा है। करीब 35 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित यह आकाशगंगा फ‍िलहाल एक लाल धब्‍बे जैसी नजर आती है। हालांकि इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है। रिसर्च अभी अपने शुरुआत में है। इसके प्रकाश के स्‍पेक्‍ट्रा की स्‍टडी करके आकाशगंगा की मौजूदगी को कन्‍फर्म किया जाएगा। खास बात यह है कि इसने जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप के एक हफ्ते पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, जब एक अन्‍य टीम ने GLASS-z13 नाम की आकाशगंगा को स्‍पॉट किया था।  

रिसर्चर्स ने अपने निष्‍कर्षों को 26 जुलाई को प्रीप्रिंट डेटाबेस arXiv पर पोस्ट किए गए एक पेपर में दर्शाया है। उन्‍होंने पाया है कि नई खोजी गई आकाशगंगा में 16.7 की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग रेडशिफ्ट है। इसका मतलब है कि इसकी रोशनी लगभग 18 गुना ज्‍यादा लाल हो गई है। इन फाइंडिग्‍स को अभी तक रिव्‍यू नहीं किया गया है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Mobile हैक होने पर क्या हैकर आपकी स्क्रीन का देख सकता है? जानें
  2. BSNL शुरू करने जा रहा VoWi-Fi टेक्नोलॉजी, बिना नेटवर्क भी कॉल कर पाएंगे ग्राहक
  3. Google Maps बताएगा कितनी रखें स्पीड लिमिट! UP के इस शहर से शुरू हुआ गूगल का खास प्रोजेक्ट
  4. 5200 रुपये सस्ता मिल रहा 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी वाला Nothing स्मार्टफोन, जल्द करें
  5. Kinetic ने शुरू की DX इलेक्ट्रिक स्कूटर की डिलीवरी, जानें प्राइसेज, रेंज
  6. Redmi Turbo 5 में हो सकता है Snapdragon 8 Gen 5 चिपसेट, 8,000mAh की बैटरी
  7. Samsung अगले महीने लॉन्च कर सकती है ट्रिपल फोल्ड स्मार्टफोन, 3,000 डॉलर तक हो सकता है प्राइस
  8. OnePlus 15 Launched in India: भारत में आया 7300mAh बैटरी और धांसू गेमिंग फीचर्स वाला वनप्लस फ्लैगशिप, जानें कीमत
  9. Poco F8 Ultra में हो सकती है 6,500mAh की बैटरी, Geekbench पर हुई लिस्टिंग
  10. 50 घंटे चलने वाले ईयरबड्स URBAN ने किए लॉन्च, जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »