• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • हर साल कितने उल्‍कापिंड टकराते हैं पृथ्‍वी से? आपको यह आंकड़ा जान लेना चाहिए

हर साल कितने उल्‍कापिंड टकराते हैं पृथ्‍वी से? आपको यह आंकड़ा जान लेना चाहिए

पर, ऐसा बहुत कम होता है कि अंतरिक्ष से कोई विशाल चीज पृथ्वी की सतह से टकराती हो। आमतौर पर पृथ्वी पर गिरने वाली चट्टानें बहुत छोटी होती हैं और उनमें से कुछ पृथ्‍वी तक पहुंच पाती हैं।

हर साल कितने उल्‍कापिंड टकराते हैं पृथ्‍वी से? आपको यह आंकड़ा जान लेना चाहिए

इनसे पृथ्‍वी पर मौजूद जीवों को कोई खतरा नहीं होता।

ख़ास बातें
  • यह जानना असंभव है कि हर साल कितने उल्‍कापिंड समुद्र में गिरते हैं
  • मोंटेवीडियो यूनिवर्सिटी में खगोलशास्त्री गोंजालो टैनक्रेडी का अनुमान
  • पृथ्‍वी से ज्‍यादा चट्टानें चंंद्रमा पर गिरती हैं
विज्ञापन
क्‍या आप जानते हैं हमारे सौरमंडल के सबसे छोटे मेंबर कौन हैं? उल्‍कापिंडों (Meteoroids) का नाम तो सुना ही होगा। ये हमारे सौरमंडल के सबसे छोटे मेंबर हैं। हमने कई खबरों में आपको आकाश में होने वाली उल्‍कापिंडों की ‘बरसात' के बारे में बताया है। यह एक तरह की चट्टानें हैं, जो पृथ्‍वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जलने लगती हैं। इससे आसमान में रोशनी पैदा होती है। उसे ही उल्‍का (meteor) कहा जाता है। कई उल्‍कापिंड अपनी यात्रा के दौरान पूरे नहीं जल पाते और उनके अवशेष पृथ्‍वी तक पहुंच जाते हैं। पर क्‍या आप जानते हैं कि हर साल कितने उल्कापिंड पृथ्वी की सतह से टकराते हैं? 

लाइवसाइंस की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों का अनुमान है कि लगभग 10 हजार उल्कापिंड हर साल पृथ्‍वी से टकराते हैं। पर, ऐसा बहुत कम होता है कि अंतरिक्ष से कोई विशाल चीज पृथ्वी की सतह से टकराती हो। आमतौर पर पृथ्वी पर गिरने वाली चट्टानें बहुत छोटी होती हैं और उनमें से कुछ पृथ्‍वी तक पहुंच पाती हैं। इनसे पृथ्‍वी पर मौजूद जीवों को कोई खतरा नहीं होता। हालांकि पृथ्‍वी पर हर साल जितने उल्‍कापिंडा टकराते हैं, वह चंद्रमा के मुकाबले बाल्‍टी में पानी की एक बूंद के बराबर है। चंद्रमा पर हर साल कई तरह की चट्टानें आकर टकराती हैं। इनका साइज 11 से 1100 टन तक होता है। 

उरुग्वे की मोंटेवीडियो यूनिवर्सिटी में खगोलशास्त्री गोंजालो टैनक्रेडी ने कहा कि ‘पृथ्वी पर ज्‍यादातर उल्कापिंड' धूमकेतु से रिलीज की गई धूल से जुड़ी उल्का वर्षा (meteor showers) से आते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अनुमान लगाने के लिए कि हर साल कितने उल्कापिंड सफलतापूर्वक पृथ्वी से टकराते हैं, टैनक्रेडी ने मौसम विज्ञान सोसायटी के आंकड़ों का विश्लेषण किया। 

हालांकि यह जानना असंभव है कि हर साल कितने उल्‍कापिंड समुद्र में गिरते हैं। टैनक्रेडी ने बताया कि लगभग 33 फीट (10 मीटर) चौड़ी अंतरिक्ष चट्टानों के हर 6 से 10 साल में पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने की उम्मीद है। रूस में ऐसी ही एक घटना साल 1908 में हुई थी, जिसे तुंगुस्का इवेंट कहा जाता है। ऐसा हर 500 साल में एक बार ही होता है। 

 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Moto Pad 60 Neo जल्द होगा भारत में लॉन्च, 7,040mAh की बैटरी
  2. Mercedes-Benz ने 39 इंच की हायपरस्क्रीन के साथ लॉन्च की इलेक्ट्रिक SUV GLC EV, जानें रेंज, स्पेसिफिकेशंस
  3. Xiaomi 15T सीरीज जल्द होगी लॉन्च, Leica-ट्यून्ड होगी रियर कैमरा यूनिट
  4. आपके Samsung डिवाइस को Android 16-बेस्ड One UI 8 कब मिलेगा? लीक हुई इस लिस्ट में देखें
  5. Dish TV ने भारत में लॉन्च किए VZY स्मार्ट TVs, जानें प्राइस, फीचर्स
  6. Skoda ला रही है 425 Km रेंज वाली 'बजट' इलेक्ट्रिक SUV Epiq, Tata और Mahindra की EV को देगी टक्कर!
  7. 5,000mAh की बैटरी, 6.74 इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ Honor Play 10 
  8. IFA 2025 में Dreame का हाई-टेक शो, पेश किए स्मार्ट वैक्यूम्स
  9. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ याचिकाओं की सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
  10. Infinix Note 50s 5G+ फोन आया नए 'Mystic Plum' कलर में, जानें क्या है खासियत?
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »