एक नए शोध से पता चला है कि दिन में 2 से 3 कप कॉफी पीने से आपकी उम्र लंबी हो सकती है साथ ही हृदय रोग से जुड़े जोखिम भी कम हो जाते हैं। स्टडी में सभी तरह की कॉफी जैसे- ग्राउंड, इंस्टेंट और डिकैफिनेटेड की किस्मों को शामिल किया गया। रिसर्चर्स का मानना है कॉफी के हल्के व मध्यम सेवन को स्वस्थ जीवन शैली का हिस्सा माना जाना चाहिए। स्टडी में 40 से 69 वर्ष की आयु के लोगों को शामिल किया गया था। इनकी औसत आयु 58 साल थी, जिनमें 55.3 फीसदी महिलाएं थीं। ऑस्ट्रेलिया के बेकर हार्ट एंड डायबिटीज रिसर्च इंस्टिट्यूट की एक टीम यह स्टडी की है।
मेट्रो यूके की
खबर के अनुसार, स्टडी के लेखक प्रोफेसर पीटर किस्टलर ने कहा कि कॉफी में सबसे प्रसिद्ध घटक कैफीन है, लेकिन इस पेय में जैविक रूप से सक्रिय 100 से ज्यादा घटक होते हैं। कॉफी में बीन्स एंटीऑक्सिडेंट की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स जैसे खतरनाक मॉलिक्यूल बाहर निकालने में मदद करती है। इससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। पीटर किस्टलर कहते हैं, हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि सभी प्रकार की कॉफी को मामूली मात्रा में पीने पर हतोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।
इस स्टडी में 4 लाख 49 हजार 563 लोगों को शामिल किया गया। उनके कई सारे सवाल पूछे गए जैसे- उन्होंने हर दिन कितने कप कॉफी पी और क्या आमतौर पर किस तरह की कॉफी पीते थे। इन लोगों को 6 कैटिगरी में बांटा गया। ये कैटिगरी थीं- कॉफी नहीं पीने वालों की, एक कप कॉफी पीने वालों की, 2 से 3 कप कॉफी पीने वालों की, 4 से 5 कप कॉफी पीने वालों की और 5 से ज्यादा कप कॉफी पीने वालों की। स्टडी में शामिल सबसे ज्यादा 44.1 फीसदी लोग इंस्टेंट कॉफी लेते थे। ग्राउंड कॉफी पीने वाले 18.4 फीसदी थे, जबकि 15.2 फीसदी लोग डिकैफिनेटेड कॉफी पीने वाले थे।
स्टडी में शामिल 1 लाख 510 लोग यानी 22.4 फीसदी कॉफी नहीं पीते थे। रिसर्चर्स ने सभी के हेल्थ रिकॉर्ड पर नजर रखी। पता चला कि रोजाना 2 से 3 कप कॉफी पीने वालों की उम्र बढि़या थी और वो दिल की बीमारी से दूर थे। कई जानकारियां लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड और मृत्यु संबंधी रिकॉर्ड से भी जुटाई गई। ये निष्कर्ष यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुए हैं।