मंगल ग्रह पर जाने वाला Starship रॉकेट कितना बड़ा होगा? Elon Musk ने बताया

Starship Rocket New Update : स्‍पेसएक्‍स के मार्स (मंगल) मिशन को ध्‍यान में रखते हुए स्‍टारशिप का आकार बढ़ाया जाएगा।

मंगल ग्रह पर जाने वाला Starship रॉकेट कितना बड़ा होगा? Elon Musk ने बताया

स्‍टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट होगा। उसके हर लॉन्‍च में 3 मिलियन डॉलर की लागत आएगी।

ख़ास बातें
  • दुनिया के सबसे बड़े रॉकेट 'स्‍टारशिप' का बढ़ेगा आकार
  • भविष्‍य में 500 फीट होगी ऊंचाई
  • एलन मस्‍क ने अपने कर्मचारियों के साथ शेयर की इन्‍फर्मेशन
विज्ञापन
Starship Rocket New Update : दुनिया के सबसे बड़े रॉकेट ‘स्‍टारशिप' (Starship) का आकार भविष्‍य में और भी बड़ा होगा। स्‍टारशिप का निर्माण कर रही स्‍पेसएक्‍स (SpaceX) के मालिक एलन मस्‍क (Elon Musk) ने हाल में अपने कर्मचारियों के साथ यह इन्‍फर्मेशन शेयर की। एक रिपोर्ट के अनुसार, मस्‍क ने बताया कि स्‍टारशिप रॉकेट आख‍िरकार 500 फीट ऊंचा होगा। यह मौजूदा वक्‍त में टेस्‍ट किए जा रहे स्‍टारशिप रॉकेट से 20 फीसदी ज्‍यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, स्‍पेसएक्‍स के मार्स (मंगल) मिशन को ध्‍यान में रखते हुए स्‍टारशिप का आकार बढ़ाया जाएगा।  

स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट में बताया गया है कि स्‍टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट होगा। उसके हर लॉन्‍च में 3 मिलियन डॉलर की लागत आएगी। मुद्रास्फीति के नजरिए से इसकी तुलना करें तो 2004 में फाल्‍कन-1 रॉकेट को लॉन्‍च करने में जितनी लागत आती थी, स्‍टारशिप को उससे कम में अंत‍रिक्ष में भेजा जा सकेगा।  

रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्‍क ने अपने कर्मचारियों से कहा कि ये आंकड़े अकल्‍पनीय हैं। स्‍टारशिप रॉकेट एक दिन हकीकत हो सकता है, किसी ने भी नहीं सोचा था। हम यह सब हासिल करने के लिए फ‍िजिक्‍स का कोई नियम नहीं तोड़ रहे। एलन मस्‍क की योजना एक दिन मंगल ग्रह पर इंसानों को बसाने की है। मार्स प्राेजेक्‍ट के बारे में वह समय-समय पर जानकारी देते रहते हैं। 

स्‍टारशिप रॉकेट इसकी सबसे अहम कड़ी है। इसे अबतक 3 बार टेस्‍ट किया जा चुका है और तीसरा परीक्षण काफी हद तक कामयाब रहा था। जिस दिन स्‍टारशिप रॉकेट पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और अमेरिकी प्रशासन से उसे उड़ान की मंजूरी मिल जाएगी, मस्‍क का मंगल मिशन भी शुरू हो जाएगा। 

स्‍पेसएक्‍स का फोकस अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के मून मिशन पर भी है। स्पेसएक्स को आर्टेमिस 3 लैंडिंग मिशन के लिए वेंडर बनाया गया है। आर्टेमिस मिशन का मकसद एक बार फ‍िर अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर पहुंचाना है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. iQOO Neo 10 भारत में 26 मई को आ रहा, मिलेंगे 7000mAh बैटरी, 120W फास्ट चार्जिंग जैसे धांसू फीचर्स
  2. भारत-पाक तनाव के बीच साइबर अटैक का खतरा: इन तरीकों से रखें खुद को सुरक्षित
  3. Vivo S30 Pro Mini होगा छोटे पैक में बड़ा धमाका! 6500mAh बैटरी, 100W चार्जिंग जैसे फीचर्स हुए लीक
  4. India-Pakistan Tension: पाकिस्तान पर डिजिटल स्ट्राइक! भारत में 8 हजार से ज्यादा अकाउंट बैन! X बोला ...
  5. भूटान का बड़ा फैसला, क्रिप्टो में पेमेंट कर सकेंगे टूरिस्ट्स
  6. बिटकॉइन ने पकड़ी रफ्तार, फरवरी के बाद पहली बार प्राइस एक लाख डॉलर से पार
  7. Samsung Galaxy F56 5G की टक्कर CMF Phone 2 Pro से, देखें कौन रहेगा बेहतर
  8. Realme की GT 7 सीरीज का इस महीने होगा इंटरनेशनल मार्केट में लॉन्च
  9. S-400 'सुदर्शन चक्र': इस एयर डिफेंस सिस्टम ने रोके पाकिस्तानी हमले! जानें इसके बारे में सब कुछ...
  10. भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए Elon Musk की स्टारलिंक को मिला लाइसेंस
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »