एलन मस्क की भारत यात्रा जल्द होने वाली है। उससे पहले टेक अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस
स्टारलिंक (Starlink) को कथित तौर पर संचार मंत्रालय से अस्थायी मंजूरी मिल गई है। रिपोर्टों के मुताबिक, अप्रूवल का प्रोसेस इस समय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के डेस्क पर है और कुछ सुरक्षा मुद्दों पर गृह मंत्रालय से अंतिम मंजूरी का इंतजार है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विदेशी निवेश और निवल मूल्य (नेट वर्थ) जैसे मुद्दों पर कॉमर्शल पार्ट की जांच की गई है और लाइसेंसिंग शर्तों के अनुसार तकनीकी जरूरतों की जांच की गई है।
स्टारलिंक को भारत सरकार से मंजूरी मिल जाने पर उसे सैटेलाइट (जीएमपीसीएस) सेवाओं द्वारा ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन लाइसेंस जारी किया जाएगा, जो देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज प्रदान करने के लिए जरूरी है।
मस्क ने पहले भी भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने का प्रयास किया था, लेकिन सरकारी मंजूरी न मिलने से कदम पीछे खींचने पड़े। कंपनी ने नवंबर 2022 में फिर से कोशिश की और जीएमपीसीएस लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। हालांकि तब बात बहुत आगे नहीं बढ़ पाई थी, लेकिन स्टारलिंक लगातार प्रयास जारी रखे रही।
सरकार ने पिछले साल दिसंबर में दूरसंचार विधेयक 2023 पारित किया था, जो नीलामी में भाग लेने की जरूरत के बिना सैटेलाइट-बेस्ड सर्विसेज के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन की अनुमति देता है। सरकार का यह कदम वनवेब (Oneweb), स्टारलिंक और अमेजन की कुइपर जैसी कंपनियों के पक्ष में है।
पिछले हफ्ते, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए अपनी भारत यात्रा की पुष्टि की थी। उम्मीद है कि अपनी भारत यात्रा के दौरान वह कई बड़ी घोषणाएं करेंगे, जिसमें स्टारलिंक की लॉन्चिंग और देश में 2 से 3 अरब डॉलर के बीच निवेश शामिल है।