मौत आने की खबर पहले ही दे देगा ये मेडिकल टेस्ट! स्टडी में दावा

स्टडी के बारे में कहा गया है कि यह अभी शुरुआती स्टेज में है। अभी इस पर और भी काम किया जाना बाकी है।

मौत आने की खबर पहले ही दे देगा ये मेडिकल टेस्ट! स्टडी में दावा

Photo Credit: Pixabay

स्टडी के बारे में कहा गया है कि यह अभी शुरुआती स्टेज में है। अभी इस पर और भी काम किया जाना बाकी है।

ख़ास बातें
  • मौत के बारे में अभी तक कोई पता नहीं लगा पाया है।
  • नॉटिंघम यूनिवर्सिटी ने मौत का अंदाजा लगाने के बारे में एक स्टडी की है।
  • यूनिवर्सिटी ने इसके लिए 40 से 69 साल के 1000 लोगों को चुना।
विज्ञापन
वैज्ञानिकों ने इन्सानी जीवन के लगभग हर पहलू को एक्सप्लोर कर लिया है लेकिन मौत के बारे में अभी तक कोई पता नहीं लगा पाया है। अब एक यूनिवर्सिटी ने डेथ प्रेडिक्शन यानि कि मौत के समय का अंदाजा लगाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। इन्सान को अगर ये पता लग जाए कि उसकी मौत कब होने वाली है तो वह जिन्दगी बेहतर ढंग से और खुलकर जीने की कोशिश करने लगता है। तो अगर डेथ प्रेडिक्शन की ये नई स्टडी कामयाब हो जाती है लोग अपने मरने की उम्र पहले ही जान पाएंगे। इस काम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली जाएगी। आइए आपको बताते हैं कि नई स्टडी में क्या दावा किया गया है। 

नॉटिंघम यूनिवर्सिटी ने मौत का अंदाजा लगाने के बारे में एक स्टडी की है। एक टेस्ट के जरिए पता लग सकेगा कि किसी इन्सान का जीवनकाल कितने दिन और बचा है। इससे जिंदगी गुजारने की सोच को जिंदगी जीने की सोच में बदला जा सकेगा। अगर इन्सान को पता हो कि वह कब मरने वाला है तो मौत से पहले वह ऐसे काम भी कर सकता है जो दुनिया में क्रांति ला सकते हैं। इसलिए डेथ टेस्ट अपने आप में एक क्रांतिकारी उपलब्धि होने वाली है। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए 40 से 69 साल के 1000 लोगों को चुना। इनमें से कई लोग ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से ग्रसित थे। 

आर्टिफिशिअल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से इन 1000 लोगों पर एक स्टडी की गई। इसमें पता लगाया गया कि बीमारियों की वजह से इनके स्वास्थ्य में किस हद तक गिरावट आती है। अगर अगले कुछ सालों तक स्थिति यही बनी रहती है तो इनका शरीर कितने और दिन इस तरह की स्थिति में जीवित रह सकता है, इस आधार पर इनकी मौत के समय का अंदाजा लगाया गया। डेथ टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है जिसमें मानव शरीर के खून की जांच की जाती है। इसमें कुछ ऐसे बायलॉजिकल निशानों को खोजा जाता है जिससे कि अंदाजा लग पाता है कि आने वाले कुछ सालों जैसे 5-10 या 15 साल में व्यक्ति की मौत हो सकती है या नहीं। 

स्टडी के बारे में कहा गया है कि यह अभी शुरुआती स्टेज में है। अभी इस पर और भी काम किया जाना बाकी है। यहां पर यह बात भी ध्यान देने वाली है कि डेथ टेस्ट केवल ऐसे लोगों के लिए कामगार साबित हो सकता है जिन्हें क्रॉनिक डिसीज की समस्या है जैसे ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज आदि। यह टेस्ट ऐसे मामलों में काम नहीं कर पाएगा जिसमें कि व्यक्ति स्वस्थ और खुशहाल हो, क्योंकि यह फिर नैचरल डेथ की श्रेणी में आता है, जिसके लिए आंकड़े नहीं जुटाए जा सकते हैं। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Tecno Pova 7 5G सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, चार मॉडल हो सकते हैं शामिल
  2. Thomson ने 43 इंच QLED TV किया लॉन्च, 50W साउंड के साथ दमदार फीचर्स से लैस, जानें सबकुछ
  3. थाईलैंड, सिंगापुर या जापान घूमने का सोच रहे हैं तो Jio के ये प्लान देंगे परदेस में भी साथ, मिलेंगे ऐसे फायदे
  4. Vivo ने लॉन्च किया TWS Air 3 Pro, 52 घंटे तक चलेगी बैटरी, जानें प्राइस, फीचर्स
  5. एंड्रॉयड यूजर्स को हुई टेंशन, Google Gemini फोन पर लेगा अधिक कंट्रोल! 7 जुलाई से बड़ा बदलाव
  6. AI बना साइबर क्राइम का नया तरीका, भारत को 2024 में हुआ 23 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
  7. Vivo Watch 5 का eSIM वेरिएंट AI फीचर्स और 22 दिन की बैटरी लाइफ के साथ लॉन्च, जानें कीमत
  8. Nothing Phone (3) आया गीकबेंच पर नजर, लॉन्च से पहले हो गया फीचर्स का खुलासा
  9. iPhone 17 सीरीज के कलर्स, डिजाइन, प्रोसेसर और भारतीय कीमत, लॉन्च से पहले जानें सबकुछ
  10. 50 हजार में आने वाले टॉप लैपटॉप Lenovo IdeaPad Slim 3 से लेकर Dell Vostro 15-3520 और HP Victus हैं शामिल
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »