• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • पृथ्वी से 240 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद गैलेक्सी में ढूंढा गया एक रहस्यमई स्ट्रक्चर

पृथ्वी से 240 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद गैलेक्सी में ढूंढा गया एक रहस्यमई स्ट्रक्चर

रिसर्चर्स के अनुसार, इस गैलेक्सी को अक्सर दूरबीनों से देखा जाता है, क्योंकि इसे आकाश में एक रेफरेंस पॉइन्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। 3C273 दूसरे शब्दों में एक रेडियो लाइटहाउस है।

पृथ्वी से 240 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद गैलेक्सी में ढूंढा गया एक रहस्यमई स्ट्रक्चर

इस स्टडी को Astrophysical जर्नल में प्रकाशित किया गया है

ख़ास बातें
  • पृथ्वी से 2.4 अरब लाइट ईयर की दूरी पर 3C 273 गैलेक्सी स्थित है
  • इस स्टडी को Astrophysical जर्नल में प्रकाशित किया गया है
  • 3C273 दूसरे शब्दों में एक रेडियो लाइटहाउस है
विज्ञापन
इस यूनिवर्स में बहुत सी चीजें हैं, जो हम अभी तक नहीं जानते हैं। लेकिन दुनिया भर के एस्ट्रोनोमर्स लगातार उन रहस्यों को सुलझाने में लगे हैं। उन्होंने हाल ही में एक पहले से अज्ञात स्ट्रक्चर की खोज की है, जिसमें एक विशाल गैलेक्सी को कवर करने वाला एक रेडियो एमिशन था, जो छाया में छिपा हुआ था। इस गैलेक्सी 3C 273 में रेडियो एमिशन हजारों लाइट-ईयर दूर तक फैला हुआ है। रिसर्चर्स का कहना है कि गैलेक्सी के सेंटर में एक ऊर्जावान ब्लैक होल है। उन्होंने वर्तमान में सबसे बड़ी खगोलीय प्रोजेक्ट, अटाकामा लार्ज मिलिमीटर/सबमिलिमीटर एरे (ALMA) का इस्तेमाल कर यह खोज की है।

पृथ्वी से 2.4 अरब लाइट ईयर की दूरी पर 3C 273 गैलेक्सी स्थित है। यह गैलेक्सी एक क्वासर है, जिसका मतलब है कि यह एक आकाशगंगा का केंद्रक है जिसके सेंटर में एक बड़ा ब्लैक होल है। यह ब्लैक होल अपने आसपास के मैटीरियल को निगल लेता है, और उससे भारी मात्रा में रेडिएशन निकलती है।

रिसर्चर्स के अनुसार, इस गैलेक्सी को अक्सर दूरबीनों से देखा जाता है, क्योंकि इसे आकाश में एक रेफरेंस पॉइन्ट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। 3C273 दूसरे शब्दों में एक रेडियो लाइटहाउस है।

रेडियो एमिशन के बावजूद इस आकाशगंगा को अभी तक क्यों नहीं देखा गया है? जब एस्ट्रोनोमर्स एक दूरबीन के जरिए आसमान में ब्राइट वस्तुओं को देखते हैं, तो यह उनके लिए कुछ ऐसा ही होता है, जैसे कार की हेडलाइट की चमकदार चमक आपके के लिए अंधेरे परिवेश को नोटिस करना मुश्किल बना देती है। एस्ट्रोनोमर्स इस समस्या को दूर करने के लिए ब्राइट और अंधेरे दोनों हिस्सों को देखने के लिए ALMA जैसे गतिशील रेंज टेलीस्कोप का इस्तेमाल करते हैं। रेडियो दूरबीनों को बहुत अधिक विपरीत वस्तुओं को देखने में कठिनाई होती है।

इस स्टडी को Astrophysical जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

स्टडी के प्रमुख लेखक शिन्या कोमुगी ने कहा कि यह खोज ऑप्टिकल लाइट स्टडी द्वारा पहले संबोधित की गई समस्याओं पर रिसर्च करने के लिए नए रास्ते खोलती है। कोमुगी ने कहा कि शोधकर्ता इस बारे में और जानना चाहते हैं कि कोर न्यूक्लियस के साथ इंटरेक्शन के जरिए आकाशगंगा कैसे बढ़ती है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , Earth, Galaxy, Solar Research
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo X100 Ultra, Vivo S19 Pro आया 3C ऑथोरिटी पर नजर, जानें क्या होगा खास
  2. मंगल ग्रह पर मकड़‍ियों का झुंड! ESA की इस तस्‍वीर का क्‍या है सच? जानें
  3. Whatsapp ने दिल्‍ली हाई कोर्ट में कहा, एन्क्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया, तो छोड़ देंगे भारत
  4. Samsung लॉन्च करेगा पहला फोल्डेबल अल्ट्रा स्मार्टफोन Galaxy Z Fold 6 Ultra!, जानें सबकुछ
  5. IIT Delhi Placement : 5 साल में IIT दिल्‍ली के 22% स्‍टूडेंट्स का नहीं हुआ प्‍लेसमेंट, क्‍या रहा पैकेज? जानें
  6. Oppo A60 फोन लॉन्च हुआ 8GB रैम, 5000mAh बैटरी, 45W चार्जिंग के साथ, जानें कीमत
  7. Philips ने लॉन्च किया 2K रिकॉर्डिंग वाला सिक्योरिटी कैमरा Philips 5000 Series Indoor 360 Degree, जानें कीमत
  8. Xiaomi Electric Scooter 4 Lite (2nd Gen) लॉन्च हुआ 9600mAh बैटरी, 25Km रेंज के साथ, जानें कीमत
  9. Honor 200 Lite 5G फोन 108MP कैमरा, 4500mAh बैटरी, 35W चार्जिंग के साथ लॉन्च, जानें कीमत
  10. 1,000 से ज्यादा क्रिप्टो ATM के साथ ऑस्ट्रेलिया बना तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क, जानें पहले दो कौन?
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »