• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 1.9 अरब साल की यात्रा कर हमारे ग्रह पर पहुंचा एक ‘सिग्‍नल’, इतनी दूर से क्‍या बताने आया? जानें

1.9 अरब साल की यात्रा कर हमारे ग्रह पर पहुंचा एक ‘सिग्‍नल’, इतनी दूर से क्‍या बताने आया? जानें

जैसे ही एक्स-रे और गामा किरणों की वेव्‍स हमारे सौर मंडल से होकर गुजरीं, नासा की ऑब्‍जर्वेट्री ने फौरन उस सिग्‍नल को कैच कर लिया।

1.9 अरब साल की यात्रा कर हमारे ग्रह पर पहुंचा एक ‘सिग्‍नल’, इतनी दूर से क्‍या बताने आया? जानें

बताया जाता है कि यह सिग्‍नल सगीता (Sagitta) तारामंडल की दिशा से शुरू हुआ था। हमारे ग्रह तक पहुंचने के लिए वह करीब 1.9 अरब साल की यात्रा कर चुका था।

ख़ास बातें
  • यह एक ब्रह्मांडीय विस्‍फोट था
  • एक ब्‍लैक होल की वजह से ऐसा हुआ होगा
  • गामा रे प्रकाश का सबसे ज्यादा ऊर्जा वाला रूप होती हैं
विज्ञापन
ब्रह्मांड में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना पर वैज्ञानिकों की नजर रहती है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने ऐसी ही एक घटना के बारे में जाना है। एजेंसी ने बताया है कि अक्‍टूबर के दूसरे रविवार यानी 9 तारीख को रेडिएशन की एक ब्राइट और लंबी समय तक चलने वाली पल्‍स हमारे ग्रह से होकर बही। यह एक ब्रह्मांडीय विस्‍फोट था, जो ‘गामा-रे बर्स्‍ट' से निकला। इन्‍हें ब्रह्मांड में होने वाले सबसे बड़े विस्‍फोटों में से एक माना जाता है। 

रिपोर्टों के अनुसार, जैसे ही एक्स-रे और गामा किरणों की वेव्‍स हमारे सौर मंडल से होकर गुजरीं, नासा के फर्मी गामा-रे स्पेस टेलीस्कोप (Fermi Large Area Telescope), नील गेहरल्स स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी (Neil Gehrels Swift Observatory) और विंड स्पेसक्राफ्ट (Wind spacecraft) समेत अन्य ऑब्‍जर्वेट्री को इसके बारे में पता चला। उन्‍होंने फौरन उस सिग्‍नल को कैच कर लिया।

बताया जाता है कि यह सिग्‍नल सगीता (Sagitta) तारामंडल की दिशा से शुरू हुआ था। हमारे ग्रह तक पहुंचने के लिए वह करीब 1.9 अरब साल की यात्रा कर चुका था। खगोलविदों का मानना है कि एक विशाल तारे के उसके वजन के कारण गिरने से ऐसा हुआ होगा। यह तारा ब्‍लैक होल बनाने की प्रक्रिया में होगा। ऐसी स्थि‍ति में नया बना ब्‍लैक होल प्रकाश की गति से यात्रा करने वाले कणों की शक्तिशाली धाराओं को आकर्षित करता है। जब ये जेट तारे में छेद करते हैं, तो यह एक्स-रे और गामा किरणों का उत्सर्जन करता है।

गौरतलब है कि जिन टेलीस्‍कोप ने इस सिग्‍नल को कैप्‍चर किया, उनमें से फर्मी लार्ज एरिया टेलीस्कोप दुनिया का सबसे बड़ा टेलीस्कोप है। Fermi Large Area Telescope का फील्ड ऑफ विजन और उसकी आकाश को देखने की क्षमता कॉम्पटन से 2 गुना ज्यादा है, और सेंसिटिविटी 30 गुना ज्यादा है।

गामा रे (Gamma Rays) प्रकाश का सबसे ज्यादा ऊर्जा वाला रूप होती हैं। इनकी एनर्जी साधारण रूप से दिखने वाली रोशनी से खरबों गुना ज्यादा होती है। इन्हें आसानी से देखा या ढूंढा नहीं जा सकता है। तारों के विस्फोट के दौरान और ब्लैक होल आदि से गामा रे निकलती रहती हैं। गामा रे की मदद से वैज्ञानिक स्पेस में दूर तक जा सकते हैं और वहां चल रही खगोलीय घटनाओं का पता लगा सकते हैं। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo X200 सीरीज का भारत में लॉन्च कंफर्म! टीजर में दिखा फोन के कैमरा का दम
  2. Nubia V70 Design फोन लॉन्च हुआ 4GB रैम, 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ, जानें कीमत
  3. Oppo Reno 13 सीरीज में होगा मीडियाटेक का नया Dimensity 8350 प्रोसेसर, 16GB रैम
  4. नासा ने बनाया खास रोबोट, बृहस्पति के चांद पर बर्फ के नीचे महासागर में लगाएगा गोता!
  5. Reliance Jio ने बेचे 13.5 करोड़ JioPhone! अब सस्ते 5G फोन लाने की तैयारी
  6. Redmi Note 13 5G फोन को Rs 13,719 में खरीदने का मौका! 108MP कैमरा, 5000mAh बैटरी जैसे धांसू फीचर्स, जानें ऑफर
  7. मात्र 15K से भी सस्ता मिल रहा OnePlus Nord CE 3 Lite 5G, ये है पूरी डील
  8. भारत में लॉन्च से पहले लीक हुए Vivo X200 सीरीज के कलर ऑप्शन, इन स्पेसिफिकेशन्स के साथ आएंगे स्मार्टफोन
  9. Realme C75 4G फोन 8GB रैम, Android 14 के साथ जल्द होगा लॉन्च! गीकबेंच पर हुआ लिस्ट
  10. देश में बढ़ेगी इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग, सरकार देगी 5 अरब डॉलर के इंसेंटिव्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »