अंतरिक्ष में हमारे सौरमंडल में एस्टरॉयड बड़ी संख्या में मौजूद हैं। इनमें हजारों एस्टरॉयड पृथ्वी और उसके आसपास ही अपनी कक्षा में घूमते हैं। अपोलो ग्रुप के एस्टरॉयड धरती के नजदीक मौजूद हैं जिनके बारे में नासा कहती है कि इनका ऑर्बिट काफी बड़ा है और ये धरती के ऑर्बिट को काटते हैं। इसलिए अपोलो ग्रुप के एस्टरॉयड धरती की ओर आते देखे जाते हैं। अब इसी ग्रुप का एक और एस्टरॉयड हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से धरती की ओर बढ़ रहा है जिसके लिए नासा ने अलर्ट जारी किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
नासा ने धरती की ओर आने वाले एक बड़े
एस्टरॉयड के बारे में 24 घंटे का अलर्ट जारी किया है। जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी के मुताबिक, अपोलो ग्रुप का एस्टरॉयड 2018 BG5 धरती की ओर आ रहा है जो अगले 24 घंटों में इसके सबसे करीब होगा। यह Apollo ग्रुप का एस्टरॉयड 22 जनवरी 2018 को खोजा गया था। इसका साइज 170 फीट बताया गया है। तुलना में यह एक बड़े हवाई जहाज के आकार का है। Asteroid 2018 BG5 की स्पीड 28,800 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है।
Asteroid 2018 BG5 जब धरती के करीब पहुंचेगा तो इसकी न्यूनतम दूरी 41.2 लाख किलोमीटर रह जाएगी। इस एस्टरॉयड के बारे में एक और भविष्यवाणी की गई है। यह इस बार धरती के पास आकर फिर से लौटेगा। इसके बारे में कहा गया है कि यह 6 जनवरी 2038 को फिर से धरती के पास आएगा, लेकिन तब यह कहीं ज्यादा करीब से गुजरेगा। यानि कि 15 साल बाद इसके अगले अप्रोच के समय यह कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
नासा ने 27 जुलाई के लिए एक अन्य एस्टरॉयड का अलर्ट भी जारी किया है। एस्टरॉयड 2023 OR1 भी अगले 24 घंटों में धरती के करीब पहुंच चुका होगा। यह 56 फीट की चट्टान है जो किसी घर के जितनी बड़ी बताई जा रही है। यह जब धरती के सबसे करीबी बिंदु पर पहुंच जाएगा तो दोनों के बीच की दूरी 12 लाख किलोमीटर रह जाएगी। यह सुनने में ज्यादा लगता है, लेकिन अंतरिक्ष में यह दूरी न के बराबर ही मानी जाती है। क्योंकि ग्रह का आकार इतना विशाल होता है कि इसका
गुरुत्वाकर्षण प्रभाव हजारों किलोमीटर तक हो सकता है। इसलिए एस्टरॉयड के ग्रह के करीब आकर दिशा बदलने की संभावना भी बनी रहती है। बहरहाल, नासा ने इन दोनों एस्टरॉयड के धरती से टकराने जैसी कोई सूचना अभी जारी नहीं की है।