अंतरिक्ष में घूमते एस्टरॉयड, जिन्हें क्षुद्र ग्रह भी कहते हैं, एक के बाद एक पृथ्वी की ओर आ रहे हैं। कई एस्टरॉयड बेहद नजदीक से गुजर रहे हैं और धरती तथा इनके बीच का फासला बस कुछ लाख किलोमीटर का रह जाता है। ब्रह्मांड के अनंत आकार की तुलना में देखें तो यह दूरी न के बराबर है। ऐेसे में इन बड़ी चट्टानों का धरती की ओर आना खतरे से खाली नहीं माना जाता है, जैसा कि अंतरिक्ष वैज्ञानिक कहते हैं।
नासा के अनुसार 150 मीटर से बड़े
एस्टरॉयड अगर ज्यादा करीब आ जाते हैं तो ये धरती के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए अंतरिक्ष एजेंसी लगातार इन पर नजर बनाए रखती है। नासा ने आज भी एस्टरॉयड अलर्ट (asteroid alert) जारी किया है। आज यानि 2 अगस्त 2023 को 2 एस्टरॉयड धरती की ओर बढ़ रहे हैं। इनके आकार के बारे में जान लेते हैं कि ये कितने खतरनाक हो सकते हैं। आइए विस्तार से आपको इनके बारे में बताते हैं।
नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ने आज 2 चट्टानों के धरती के करीब आने का अलर्ट जारी किया है। पहला एस्टरॉयड 2023 OY4 है, जो कि एक 96 फीट की चट्टान है। इसका साइज एक जहाज के बराबर का है। यह धरती से महज 1,220,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरने वाला है। यह लगभग 100 फीट बड़ा है लेकिन नासा ने इसके ट्रैक के बारे में ऐसी सूचना नहीं दी है कि ये धरती से टकरा सकता है।
एस्टरॉयड का खतरा इससे आगे भी है। नासा की ओर से एस्टरॉयड 2023 OF1 (Asteroid 2023 OF1) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। यह 120 फीट का एस्टरॉयड है। इसकी तुलना एक बड़े हवाई जहाज से की गई है। नासा के अनुसार 150 मीटर या 500 फीट से बड़े साइज के एस्टरॉयड से धरती को खतरा हो सकता है। पृथ्वी के आसपास 16 हजार एस्टरॉयड मौजूद हैं जो कि कभी भी खतरा बन सकते हैं। बहरहाल इन दोनों एस्टरॉयड के बारे में नासा ने टकराने जैसी सूचना जारी नहीं की है। एस्टरॉयड के अलावा उल्का पिंड भी कई बार धरती की ओर चले आते हैं।
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