इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 सितंबर को खत्म हुई इस साल की तीसरी तिमाही (3Q21) में भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में 12 प्रतिशत की साल-दर-साल (YoY) गिरावट दर्ज की गई है। यह इसलिए अहम है, क्योंकि भारतीय स्मार्टफोन मार्केट ने पिछली चार तिमाहियों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की थी। इस तिमाही के दौरान 48 मिलियन स्मार्टफोन यूनिट शिप की गईं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि Xiaomi ने शिपमेंट में गिरावट दर्ज की है, इसके बावजूद उसने सबसे ज्यादा मार्केट शेयर हासिल किया है। रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में 7 प्रतिशत 5G शिपमेंट के साथ भारत ग्लोबली तीसरा सबसे बड़ा 5G स्मार्टफोन बाजार रहा।
IDC वर्ल्डवाइड क्वार्टरली मोबाइल फोन ट्रैकर ने तीसरी तिमाही में शिपमेंट की गिरावट के लिए दो चीजों की जिम्मेदार ठहराया है। पहला- कॉम्पोनेंट की शॉर्टेज और दूसरा- इस तिमाही की तुलना पिछले साल की तीसरी तिमाही से करना, जिसमें अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई थी। पिछले साल की तीसरी तिमाही के मुकाबले इस साल तीसरे क्वॉर्टर में 12 प्रतिशत YoY गिरावट के साथ शिपमेंट 54.2 मिलियन यूनिट से घटकर 48 मिलियन यूनिट पर पहुंच गया। लेकिन अगर तिमाही-दर-तिमाही
तुलना की जाए, तो इस साल इंडियन मार्केट में तीसरी तिमाही में शिपमेंट्स 4.7 प्रतिशत बढ़कर 34 मिलियन यूनिट से 48 मिलियन यूनिट हो गया है।
IDC के अनुसार, Xiaomi की लीड बरकरार है, लेकिन इसके शिपमेंट में YoY 17 प्रतिशत गिरावट आई है। हालांकि कंपनी के सब-ब्रैंड पोको ने शिपमेंट में 65 प्रतिशत की तेजी देखी है। सैमसंग इस तिमाही में 33 प्रतिशत YoY की गिरावट के साथ दूसरे स्थान पर रही। 13 प्रतिशत (YoY) की शिपमेंट गिरावट के साथ वीवो तीसरे स्थान पर रही। Realme ने 5 प्रतिशत की YoY गिरावट देखी और वह चौथे स्थान पर है। Oppo ने 16 प्रतिशत YoY गिरावट देखी और वह पांचवें स्थान पर है।
आईडीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ग्लोबली, तीसरा सबसे बड़ा 5जी स्मार्टफोन मार्केट था और इस तिमाही में दुनिया के 5जी शिपमेंट में उसका शेयर 7% (10 मिलियन यूनिट) था। वहीं, जनवरी से सितंबर 2021 तक भारत में 17 मिलियन 5G स्मार्टफोन शिप किए गए।
IDC का कहना है कि देश का स्मार्टफोन मार्केट साल 2021 में सिंगल डिजिट की सालान ग्रोथ देखेगा। आईडीसी इंडिया के क्लाइंट डिवाइसेज और आईपीडीएस के रिसर्च डायरेक्टर नवेंद्र सिंह ने कहा कि सप्लाई से जुड़ी चुनौतियों की वजह से इस साल के आखिरी क्वॉर्टर में भी गिरावट देखे जाने की उम्मीद है, जिसकी वजह से 2021 में सालाना शिपमेंट 160 मिलियन से कम हो जाएगा, जबकि 2021 के 9 महीनों ने पहले ही 120 मिलियन यूनिट्स की शिपिंग कर दी है और पहली छमाही में 42 फीसदी की ईयर ओवर ईयर ग्रोथ रही है। उन्होंने कहा कि अगले साल की पहली छमाही भी चुनौतीपूर्ण रहेगी। उसके बाद स्थितियां कुछ आसान होने की उम्मीद है।