हैंडसेट निर्माता कंपनी ओप्पो ने पिछले महीने Oppo F9 Pro (
रिव्यू) को लॉन्च किया था, इवेंट के दौरान कंपनी ने Oppo F9 की भी घोषणा की थी।
ओप्पो एफ9 का भारतीय मार्केट में दाम 19,990 रुपये है। ओप्पो एफ 9 में VOOC Flash Charge तकनीक का इस्तेमाल नहीं हुआ है। 6 जीबी रैम के बजाय Oppo F9 का 4 जीबी रैम वेरिएंट लॉन्च हुआ है। फोटोग्राफी के लिए 16 मेगापिक्सल का रियर सेंसर दिया गया है। Oppo F9 Pro की तुलना में कम कीमत होने की वजह से स्पेसिफिकेशन और फीचर्स कम किए गए हैं। भारत में एफ9 प्रो की कीमत 23,990 रुपये है। यानी दोनों हैंडसेट की कीमत में 4,000 रुपये का अंतर है। इस दाम में आपको कई ब्रांड के स्मार्टफोन मिल जाएंगे जिन्हें खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है। क्या ओप्पो एफ9 आपके लिए बेस्ट स्मार्टफोन है? आइए जानते हैं।
Oppo F9 का डिजाइन
साइड और आकार के मामले में Oppo F9 और Oppo F9 Pro दोनों एक सामान हैं। दोनों मॉडल के बीच अंतर के लिए दोनों में अलग-अलग फिनिश का इस्तेमाल किया गया है। एफ9 प्रो में फ्लैशी कलर स्कीम के साथ अलग-अलग पैटर्न और ग्रेडिएंट हैं। वहीं F9 में Realme 1 (
रिव्यू) की तरह डायमंड कट पैटर्न दिया गया है। ग्राहक फोन को मिस्ट ब्लैक और स्टीलर पर्पल रंग में खरीद सकते हैं। पैटर्न हर वक्त दिखाई दे ऐसा जरूरी नहीं, बैक पैनल पर लाइट पड़ने पर यह उभर कर सामने आता है। हमारे पास रिव्यू के लिए पर्पल रंग का वेरिएंट उपलब्ध है। मार्केट में मौजूद ब्लैक और गोल्ड रंग के स्मार्टफोन की तुलना में यह रंग थोड़ा हटके लग रहा है।
ओप्पो का यह हैंडसेट प्लास्टिक से बना है, F9 की सबसे बड़ी खूबी इसका डिस्प्ले है। एफ9 का नॉच अन्य स्मार्टफोन की तुलना में छोटा है, कंपनी ने इसे वॉटरड्रॉप का नाम दिया है। सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। नॉच को छोटे आकार का बनाने के मकसद से ईयरपीस को सेल्फी कैमरा के ठीक ऊपर जगह मिली है। इसी तरह का नॉच कंपनी के Vivo V11 Pro (रिव्यू) और वनप्लस 6टी में हो सकता है।
रिटेल बॉक्स में आपको फोन का कवर और फोन पर पहले से स्क्रीन प्रोटेक्टर चढ़ा मिलेगा। F9 की बॉडी थोड़ी बाहर की तरफ उभरी हुई है। वैसे तो बैक पैनल प्लास्टिक का है लेकिन यह ग्लास लुक दे रहा है। यदि बैक पैनल पर कवर ना लगाया जाए तो स्क्रैच आसानी से पड़ सकते हैं। पावर बटन दाहिनी तरफ, आवाज बढ़ाने और कम करने वाला बटन बायीं तरफ दिया गया है। फोन को हाथ में सही ढंग से पकड़ने पर आसानी से उंगली बैक पैनल पर मौजूद फिंगरप्रिंट सेंसर तक पहुंचती है। फिंगरप्रिंट सेंसर से ठीक ऊपर हॉरिजोंटल रियर कैमरा सेटअप और एलईडी फ्लैश है। जैसा कि आप तस्वीर में देख पा रहे हैं कैमरा मोड्यूल को स्क्रैच से बचाने के लिए चारों तरफ मेटल का इस्तेमाल हुआ है। फोन के निचले हिस्से में टाइप-सी के बजाय माइक्रो-यूएसबी पोर्ट, 3.5 मिलीमीटर का हेडफोन जैक, लाउडस्पीकर और माइक्रोफोन है। फोन के बायीं तरफ सिम ट्रे मौजूद है, दो नैनो-सिम और माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट दिया गया है।
Oppo F9 स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
F9 Pro और एफ9 का हार्डवेयर में काफी समानता है। स्पीड और मल्टीटास्किंग के लिए इसमें 2 गीगाहर्ट्ज़ मीडियाटैक हीलियो पी60 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर के साथ एआरएम कोरटेक्स-ए73 कोर और कोरटेक्स-ए53 कोर दिया गया है। इसी प्रोसेसर का इस्तेमाल Realme 1 और हाल ही में लॉन्च हुए Nokia 5.1 Plus में भी हुआ है। Oppo F9 में 4 जीबी रैम और 64 जीबी इंटरनल स्टोरेज है, माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। फुल एचडी रिजॉल्यूशन वाला 6.3 इंच का एलटीपीएस डिस्प्ले है, जिसका आस्पेक्ट रेशियो 19.5:9 है। कनेक्टिविटी फीचर में 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11 एसी, ब्लूटूथ 4.2, ग्लोनास और जीपीएस शामिल हैं। बैटरी 3500 एमएएच की है लेकिन यह फास्ट चार्जिंग सपोर्ट से लैस नहीं है। हमने Oppo F9 में VOOC चार्जर लगानी की कोशिश की लेकिन यह एफ9 को चार्ज नहीं कर रहा था। ओप्पो एफ9 एंड्रॉयड ओरियो पर आधारित कलर ओएस स्किन के साथ आएगा। हमारे पास रिव्यू के लिए मौजूद हैंडसेट जुलाई सिक्योरिटी पैच पर चल रहा है।
होम स्क्रीन को दाहिनी तरफ से खिंचने पर स्मार्ट असिस्टेंट खुलेगा, ऊपर की तरफ आपको सर्च बार, कुछ ऐप्स के शॉर्टकट, मौसम और स्टेप काउंटर विजेट दिखाई देगा। iOS की तरह ओप्पो के इस स्मार्टफोन में भी यदि होम स्क्रीन को नीचे की तरफ स्वाइप किया जाए तो यूनिवर्सल सर्च फंक्शन खुल जाएगा। सेटिंग्स ऐप में कई मेन्यू और सब मेन्यू ऑप्शन मिलेंगे। ऐप में हमें सर्च फंक्शन नजर नहीं आया। इसका मतलब यदि आपको कोई फंक्शन ढूंढना है तो आप सर्च बार की मदद से खोज नहीं पाएंगे। फोन में पहले से कई प्री-इंस्टॉल ऐप्लिकेशन दिए गए हैं। ओप्पो ऐप स्टोर पर आपको कई ऐप्स को इंस्टॉल करने का सुझाव भी देगा। हमने रिव्यू के दौरान पाया कि डिफाल्ट ब्राउजर एक दिन में कई बार नोटिफिकेशन भेजता है।
Oppo F9 की परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और कैमरा
Oppo F9 का डिस्प्ले अच्छा है, फोन को बाहर की रोशनी में इस्तेमाल करने पर स्क्रीन पर चीजें स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। कम्पैटिबल ऐप्स फुल स्क्रीन मोड और नॉन-कम्पैटिबल ऐप्स 16:9 आस्पेक्ट रेशियो पर काम करते हैं। लेकिन आपके पास इन ऐप्स को फुल स्क्रीन पर स्ट्रैच करने का विकल्प भी है। ओप्पो का यह हैंडसेट फेस अनलॉक सिक्योरिटी के साथ आता है, रिव्यू के दौरान हमने पाया कि फीचर तेजी से काम करता है। जब हमने F9 Pro का रिव्यू किया था तो यह इसी प्राइस सेगमेंट में मिलने वाले अन्य स्मार्टफोन Honor Play और Huawei Nova 3i की तुलना में एफ9 प्रो की परफॉर्मेंस हमें धीमी लगी थी। फोन की परफॉर्मेंस बेहतर है क्योंकि हैंडसेट को इस्तेमाल करते समय हमें ऐसा नहीं लगा कि फोन स्लो हो रहा है।
हमने एफ9 में PUBG गेम को खेलकर देखा, हम सलाह देंगे कि फोन में गेम खेलते समय मीडियम क्वालिटी पर ही रखें। फोन धीमा तो नहीं हुआ लेकिन यह जल्दी गर्म होने लगा था। हमने नोटिस किया कि गेम खेलते समय बैटरी की खपत तेजी से हो रही थी। 20-25 मिनट में तकरीबन 10 प्रतिशत बैटरी कम होती दिखी। F9 Pro की तुलना में एचडी वीडियो लूप टेस्ट में हमने पाया कि एफ9 स्मार्टफोन 14 घंटे 39 मिनट का बैकअप देता है। गेम खेलने, व्हाट्सऐप अकाउंट इस्तेमाल करने और ऑनलाइन वीडियो देखने के बाद फोन एक दिन की बैटरी लाइफ देता है। बैटरी को बचाने के लिए पावर सेविंग मोड भी दिया गया है।
VOOC चार्जिंग तकनीक ना होने की कमी आपको खल सकती है। 30 मिनट में फोन 29 प्रतिशत और एक घंटे में 62 प्रतिशत ही चार्ज हुआ। फोन को पूरा चार्ज होने में 2 घंटे 20 मिनट का समय लगा। फोन के बैक पैनल पर 16 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर और 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर के साथ सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। स्टैंडर्ड फोटो और वीडियो मोड के अलावा कैमरा ऐप में पोर्ट्रेट मोड, स्टिकर, पैनो, टाइम लैप्स, स्लो-मो और एक्सपर्ट है। फोटो क्लिक करने से पहले आप फ्लिटर अप्लाई कर सकते हैं, स्टॉक कैमरा ऐप में गूगल लेंस भी इंटीग्रेट किया गया है। फोन किसी भी चीज पर फोकस करने में तेज है, साथ ही दिन की रोशनी में फोटो काफी शार्प और सही आईं हैं।
मैक्रो पर शूट करते समय फोकस थोड़ा समय लेता है। तस्वीर शार्प तो आती ही है, साथ ही यह व्यक्ति और बैकग्राउंड को अलग रखता है। कम रोशनी में कैमरा परफॉर्मेंस थोड़ी फीकी पड़ जाती है। पोर्ट्रेट मोड सेकेंडरी कैमरा का इस्तेमाल करता है, लेकिन कितना ब्लर करना है इसके लिए कोई भी विकल्प मौजूद नहीं है। लेकिन आपको कई लाइटिंग ऑप्शन जरूर मिल जाएंगे। पोर्ट्रेट मोड बैकग्राउंड को ज्यादा ब्लर कर देता है जिस वजह से फोटो देखने पर आर्टफिशल लगती है। F9 Pro में सेल्फी के लिए 25 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है, वहीं कंपनी ने एफ9 में 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया है। ब्यूटीफिकेशन मोड और एआई पहले से सेट है जो ब्यूटिफिकेशन स्तर का निर्णय लेते हैं। इसके अलावा आप खुद से ब्यूटीफिकेशन लेवल को सेट कर सकते हैं। रियर और फ्रंट कैमरा 1080p पर वीडियो रिकॉर्डिंग करने में सक्षम हैं। रियर कैमरा से 1080p पर शूट करते समय वीडियो स्टेबलाइजेशन उपलब्ध है।
हमारा फैसला
Oppo F9 का सबसे आकर्षक फीचर फोन में मौजूद वाटरड्रॉप नॉच है। ओप्पो ने हैंडसेट को बेहतर ढंग से डिजाइन किया है। बैटरी लाइफ और इस दाम में फोन की परफॉर्मेंस बेहतरीन है। यदि स्पेसिफिकेशन से ज्यादा फोन का लुक यानी डिजाइन आपको प्रभावित करता है तो ओप्पो एफ9 आपके लिए है। दूसरी तरफ, इसी प्राइस सेगमेंट में अन्य कंपनी के फोन बेहतर फायदे का सौदा हो सकते हैं। अगर आप अधिकतम परफॉर्मेंस चाहते हैं तो Xiaomi Poco F1 भी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। हमने अभी वीवो वी9 प्रो को रिव्यू नहीं किया, लेकिन इस फोन का हार्डवेयर भी बेहतर है।