लेनोवो के लोकप्रिय किफायती के-सीरीज के लिए पिछले कुछ सालों से अजीब सी स्थिति रही है। पिछले साल लोकप्रिय के3 नोट के बाद
वाइब के4 नोट (
रिव्यू) को पेश किया गया था। लेकिन यह उस कैटेगरी में पूरी तरह से फिट नहीं हो सका। इसके बाद कंपनी ने
वाइब के5 प्लस (
रिव्यू) के जरिए सस्ते सेगमेंट में वापसी की। 8,500 रुपये वाला वाइब के5 प्लस स्मार्टफोन उस मार्केट के लिए था जिसमें वाइब के4 नोट से भी सस्ते फोन की मांग थी। इस हैंडसेट की टक्कर इसी प्राइस रेंज में शाओमी, आसुस, कूलपैड, हॉनर और अन्य कंपनियों के हैंडसेट से है।
अब लेनोवो ने के5 सीरीज के दो और वेरिएंट पेश करने का फैसला किया है। एक प्रीमियम के5 नोट है और दूसरा बजट वाइब के5। के5 नोट के नाम से साफ है कि यह थोड़े प्रीमियम फ़ीचर और लुक वाला हैंडसेट होगा। दूसरी तरफ वाइब के5 एक सस्ता फोन है जो उन यूज़र के लिए जिन्हें कम पैसे खर्चने हैं।
लुक और डिजाइननया
लेनोवो वाइब के5 दिखने में बहुत हद तक वाइब के5 प्लस जैसा है। इसका स्टाइल भी पूरी तरह से मेल खाता है और यह वाइब के5 प्लस की तरह सिल्वर, गोल्ड और ग्रे कलर वेरिएंट में उपलब्ध है। हमें इससे कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि हमें इसका डिजाइन पसंद आया। यह बेहद ही स्लिम फोन नहीं है, लेकिन कहीं से सस्ता होने का एहसास नहीं देता।
बॉडी का ज्यादातर हिस्सा प्लास्टिक का है, रियर हिस्से के मध्य में मेटल के पतले प्लेट को छोड़कर। इसकी मदद से फोन के मजबूत होने का एहसास मिलता है और एक तरह से यह अपनी कीमत को सही ठहराता है। हम थोड़े आशंकित हैं कि फोन के किनारों पर लगा हुआ गोल्डन क्रोम उतर जाएगा, लेकिन कवर इस्तेमाल करके इसे बचाया जा सकता है।
ग्रिप बहुत अच्छा है और इसे एक हाथ से इस्तेमाल करना आसान भी। वाइब के5 के पिछले हिस्से के किनारे थोड़े घुमावदार हैं। अफसोस की बात यह है कि स्क्रीन के नीचे मौजूद एंड्रॉयड नेविगेशन बटन बैकलिट नहीं हैं। माइक्रो-यूएसबी और 3.5एमएम पोर्ट टॉप पर हैं। पावर और वॉल्यूम बटन दायीं तरफ हैं। स्टेटस बताने वाला एक एलईडी लाइट दायीं तरफ टॉप में स्क्रीन के ऊपर मौजूद है। नोटिफिकेशन आने पर यह ब्लिंक करता है।
फोन के रियर पैनल पर आपको कैमरे और फ्लैश के अलावा दो स्पीकर ग्रिल और डोल्बी का लोगो नज़र आएगा। वाइब के5 में स्टीरियो स्पीकर दिए गए हैं, जो इस प्राइस सेगमेंट के लिए कुछ नया है। इसकी बैटरी को बाहर निकाला जा सकता है। रियर कवर हटाने पर आप दो माइक्रो सिम कार्ड स्लॉट और माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट को देख पाएंगे।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरवाइब के5 प्लस के स्नैपड्रैगन 616 प्रोसेसर की तुलना में इस फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 415 चिपसेट का इस्तेमाल बहुत बड़ी कटौती है। स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन अब 720 पिक्सल है। हालांकि, वाइब के5 भी 2 जीबी रैम और 16 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। आपको दोनों ही सिम स्लॉट में 4जी सिम कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे। इसके अलावा वाई-फाई बी/जी/एन और ब्लूटूथ 4.1 फ़ीचर दिए गए हैं। रियर हिस्से में 13 मेगापिक्सल का सेंसर है और फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल का है।
बैटरी की क्षमता 2750 एमएएच है। कम पावरफुल प्रोसेसर और एचडी रिज़ॉल्यूशन डिस्प्ले होने के कारण इसके थोड़ा ज्यादा चलने की उम्मीद है। हमने आपको लेनोवो वाइब के5 प्लस के रिव्यू में बताया था कि इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर या इंफ्रारेड एमिटर जैसे फ्लैगशिप फ़ीचर नहीं दिए गए थे। इस मॉडल में भी ये फ़ीचर नहीं दिए गए हैं।
इसमें एंड्रॉयड 5.1.1 पर आधारित लेनोवो के वाइब यूआई का इस्तेमाल किया गया है जो स्टॉक एंड्रॉयड से बहुत अलग नहीं है। ज्यादातर फंक्शन और फ़ीचर को खोजने में आपको दिक्कत नहीं होगी। इस फोन में अलग से एक ऐप ड्राअर भी दिया गया है। संभव है कि लेनोवो ने इस फ़ीचर को फीडबैक मिलने के बाद जोड़ा है।
परफॉर्मेंसआम यूज़र के लिए यह स्मार्टफोन अच्छे से अपना काम करेगा, लेकिन हमें वाइब के5 थोड़ा धीमा लगा। कई बार कुछ ऐप लॉन्च करने और मेन्यू खोलने में देरी का एहसास हुआ। डिस्प्ले के व्यूइंग एंगल खराब हैं। ब्राइटनेस और कलर उपयुक्त हैं। आपको इस स्क्रीन साइज में 720x1280 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन से कोई शिकायत नहीं होगी। रियर स्पीकर काफी तेज आवाज देने में सक्षम हैं।
लंबे समय के बाद हमें पहला फोन मिला है जिसमें हमारे एचडी वीडियो सैंपल फाइल आसानी से नहीं चले। कुछ 3डी गेम्स खेलने के दौरान हमें इसकी परफॉर्मेंस संतोषजनक लगी। अच्छी बात यह है कि वाइब के5 इस्तेमाल के दौरान बहुत ज्यादा गर्म नहीं हुआ।
हम इस फोन को थोड़े बहुत सोशल नेटवर्किंग और वेब सर्फिंग से ज्यादा काम के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहेंगे। यह स्पष्ट है कि इस मॉडल को उन एंट्री-लेवल यूज़र को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया है जिनके लिए वाइब के5 प्लस थोड़ा महंगा है। इस फोन को खरीदने के लिए यह एक अहम वजह हो सकती है।
फोन के बेंचमार्क स्कोर बहुत ज्यादा उत्साहित करने वाले नहीं हैं। आप इस पर ऐसे गेम खेलने या ऐप चलाने की उम्मीद ना रखें जिन्हें ज्यादा रिसोर्स की ज़रूरत पड़ती है।
रियर कैमरा बिल्कुल भी बुरा नहीं है, अगर आप रुककर और थमकर तस्वीरें खींचने के इच्छुक हैं। फोकस तुरंत लॉक नहीं होता, लेकिन यह भरोसेमंद है। पेड़ और मेटालिक ऑब्जेक्ट की डिटेल के साथ तस्वीर आई। ओवरकास्ट आउटडोर परिस्थिति में भी। हम कुछ बेहतरीन डेप्थ-ऑफ फील्ड हासिल करने में सक्षम रहे। मुश्किल कार जैसे चलायमन ऑब्जेक्ट की तस्वीर लेने में होती है। रात में ली गई तस्वीरें बहुत ज्यादा कृत्रिम रोशनी पर निर्भर करती हैं।
इसके कैमरे से महंगे फोन वाले कैमरे की परफॉर्मेंस की उम्मीद नहीं की जा सकती, लेकिन स्ट्रीटलैंप की रोशनी में कामचलाऊ तस्वीरें आ जानी चाहिए। वीडियो आउटपुट ठीक-ठाक था और फ्रंट कैमरे से ली गई सेल्फी भी आपको निराश नहीं करेंगी।
इसकी बैटरी लाइफ ने हमें चौंकाया। वीडियो लूप टेस्ट में यह 8 घंटे 33 मिनट तक चली। यह बहुत शानदार नहीं है, लेकिन यह कम पावरफुल प्रोसेसर और एचडी रिज़ॉल्यूशन स्क्रीन की ओर इशारा करता है। आम इस्तेमाल में हम इस फोन को करीब डेढ दिन तक बिना चार्ज किए चला पाए।
हमारा फैसला
जितना पैसा, वैसा प्रोडक्ट। इस फोन की कम कीमत का नुकसान परफॉर्मेंस के रूप में होता है। अगर आप थोड़ा ज्यादा पैसा खर्चने को तैयार हैं तो आपको बेहतर प्रोडक्ट मिल जाएगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि लेनोवो ने ग्राहकों की पहचान कर ली है। अगर आपका बजट कम तो है तो वाइब के5 सही फैसला है।
अच्छी बात यह है कि लेनोवो वाइब के5 में पसंद करने लायक कई चीजें हैं। भले ही यह थोड़ा धीमा है, लेकिन यह सारे डिपार्टमेंट को सही तौर पर कवर करता है और यह इस्तेमाल करने योग्य है। सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करना आसान है। बैटरी लाइफ अच्छी है और कैमरा क्वालिटी के बारे में भी यही कहना गलत नहीं होगा। इसमें कोई ऐसी बड़ी कमी नहीं है जो आपको निराश करे। यह दिखने में बहुत अच्छा है और आपको कभी भी सस्ता फोन इस्तेमाल करने का अनुभव नहीं होगा।