आईकू (iQoo) ने निओ 6 (Neo 6) के साथ भारत में Neo सीरीज को लॉन्च किया है। 30 हजार रुपये से नीचे के इस कड़े मुकाबले वाले सेगमेंट में कंपनी ने फोन को पूरी तैयारी के साथ उतारा है। यह अपने साथ Qualcomm Snapdragon 870 चिप लाता है, 80W फास्ट चार्जिंग देता है और 120Hz AMOLED डिस्प्ले से लुभाता है। इस प्राइस रेंज में कंपनी ने जो चार्जिंग स्पीड दी है, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। इस सेग्मेंट में यह बहुत कम देखने को मिलती है। लेकिन क्या ये सारे फीचर्स iQoo Neo 6 को ऐसा फोन बनाते हैं जिसे पछाड़ा नहीं जा सकता? फोन के लिए मेरे फर्स्ट इम्प्रेशन पॉजिटिव थे और अब समय है जानने का कि यह जितना अच्छा दिखता है, उतना अच्छा है भी या नहीं।
आईकू निओ 6 के इंडिया में प्राइस
iQoo Neo 6 की भारत में कीमत 29,999 रुपये है, जिसमें इसका 8GB RAM और 128GB स्टोरेज वाला मॉडल आता है। इसका टॉप मॉडल 12GB RAM और 256GB स्टोरेज के साथ आता है, जिसकी कीमत 33,999 रुपये है। iQoo Neo 6 डार्क नोवा और साइबर रेज कलर्स में खरीदा जा सकता है।
आईकू निओ 6 का डिजाइन
iQoo Neo 6 फोन इस साल की शुरुआत में चीन में लॉन्च हुए
iQoo Neo 6 SE का रीब्रैंडेड मॉडल है। Neo 6 साइज में एक बड़ा स्मार्टफोन है और इसका वजन 190g है। फोन में 6.62 इंच एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है जिसमें सेल्फी कैमरा के लिए टॉप पर होल पंच डिजाइन मिलता है। डिस्प्ले के बेजल पतले हैं। फोन का फ्रेम प्लास्टिक का बना है और टॉप व बॉटम में इसे फ्लैट रखा गया है।
iQoo ने इसमें IR (infrared) एमिटर जोड़ा है, जो टॉप पर सेकेंडरी माइक्रोफोन के पास दिया गया है। बॉटम में यूएसबी टाइप सी पोर्ट, स्पीकर और सिम ट्रे के लिए स्लॉट दिया गया है। बैक पैनल प्लास्टिक का बना है जिसके साइड्स कर्व्ड हैं। पकड़ने में फोन काफी आरामदायक है। इसकी राइट साइड संकरी है और स्लिम पावर बटन व वॉल्यूम बटन कैरी करती है।
फोन का डार्क नोवा कलर काफी क्लासी लगता है। इसमें ग्रेडिएंट फिनिश दी गई है जो कि डार्क ब्लू और ब्राइट टील की मिली-जुली छटा दिखाती है। अगर आपको और ज्यादा चमकीला फोन चाहिए तो आप इसका साइबर रेज वेरिएंट भी देख सकते हैं। फोन का कैमरा मॉड्यूल आपका ध्यान खींच लेगा। इसमें टू-स्टेप डिजाइन दिया गया है जिस पर निओ की ब्रैंडिंग दी गई है, जो अलग से नजर आती है।
फोन के बॉक्स में कंपनी ने एक पारदर्शी केस भी दिया है। बैक पैनल पर मैटे फिनिश है, इसलिए उंगलियों के निशान इतनी आसानी से नहीं पड़ते। साथ में आपको एक यूएसबी टाइप सी टू 3.5mm ऑडियो एडेप्टर मिलता है जो कि एक अच्छी बात है।
आईकू निओ 6 के स्पेसिफिकेशंस और सॉफ्टवेयर
iQoo Neo 6 में Qualcomm Snapdragon 870 SoC दिया गया है जो इस प्राइस रेंज के लिए सबसे पावरफुल प्रोसेसर है।
Mi 11X इस फोन के साथ सीधा मुकाबला करता है, जिसमें समान चिप दी गई है। iQoo का कहना है कि उसने प्रोसेसर को ठंडा रखने के लिए लिक्विड कूलिंग सिस्टम फोन में दिया है।
Neo 6 में 120Hz रिफ्रेश रेट वाला फुल एचडी प्लस E4 AMOLED डिस्प्ले दिया गया है। इसमें 360Hz टच सैंपलिंग रेट है जो कुछ गेम्स में 1,200Hz तक जा सकता है। डिस्प्ले HDR10+ सर्टिफाइड भी है और इसकी ब्राइटनेस 800 निट्स है। iQoo ने Neo 6 में स्टीरियो स्पीकर भी दिए हैं, लेकिन फोन में IP रेटिंग नहीं दी गई है।
आईकू के इस फोन में ब्लूटूथ 5.2, डुअल-बैंड वाई-फाई, चार 5जी बैंड, डुअल-4जी VoLTE और पांच सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम का सपोर्ट है। इसमें आपको NFC नहीं मिलता है। iQoo Neo 6 में 4,700mAh की बैटरी है और इसमें 80W तक फास्ट चार्जिंग सपोर्ट है। बॉक्स में एक कम्पैटिबल चार्जर भी आपको मिल जाता है।
सॉफ्टवेयर की बात करें तो यह Funtouch OS 12 पर चलता है, जो Android 12 पर बेस्ड है। कंपनी ने फोन के साथ दो साल तक एंड्रॉयड अपडेट और 3 साल तक सिक्योरिटी अपडेट देने का वादा किया है। इसका यूजर इंटरफेस लगभग
Vivo X80 के जैसा है जिसका मैंने हाल ही में रिव्यू किया है। दुख है कि मुझे इसमें भी वैसा ही ब्लॉटवेयर एक्सपीरियंस मिला। कुछ ऐप्स को अनइंस्टॉल किया जा सकता है। ब्राउजर पूरा दिन अनचाहे नोटिफिकेशन भेजता रहता है, जो काफी चिढ़ाता है।
आईकू निओ 6 की परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ
iQoo Neo 6 में पावरफुल प्रोसेसर है और लगातार इस्तेमाल में भी फोन में कहीं लैग महसूस नहीं होता। मेरे पास इसका 12GB वेरिएंट था जिस पर मैं बड़े आराम से मल्टीटास्किंग कर पा रहा था, ऐप्स के बीच स्विच कर पा रहा था। मैंने किसी भी समय किसी ऐप को दोबारा लोड होते हुए नहीं देखा। फोन में एक्सटेंडेड रैम फीचर है और ये सिस्टम से 4GB स्टोरेज को रैम की तरह इस्तेमाल कर सकता है।
फोन के AMOLED डिस्प्ले पर वीडियो देखने में आनंद आया। स्टीरिओ स्पीकर्स इस अनुभव को और अधिक बेहतर बना देते हैं। रिफ्रेश रेट ज्यादा है इसलिए ऐप्स और मैन्यु में स्क्रॉलिंग स्मूदली होती है। कंपनी ने रिफ्रेश रेट को बाय डिफॉल्ट Smart Switch पर सेट किया है। इस सेटिंग पर अधिकतर समय यह 120Hz पर चलता है।
iQoo Neo 6 में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर है जो काफी भरोसेमंद है और इस्तेमाल के दौरान कभी फेल नहीं हुआ। फेसअनलॉक ने भी इसी अंदाज में काम किया। बेंचमार्क पर फोन ने अच्छा स्कोर किया। AnTuTu पर इसका स्कोर 729,331 पॉइंट्स के साथ
OnePlus Nord 2 से ज्यादा रहा। Geekbench 5 में इसने सिंगल और मल्टी कोर में 983 और 3074 पॉइंट्स को स्कोर किया। GFXBench ग्राफिक्स में इसने Car Chase टेस्ट में 50fps का स्कोर किया। अच्छी परफॉर्मेंस चाहने वाले यूजर्स को यह फोन स्कोर्स के मामले में निराश नहीं करेगा।
मैंने इस पर Call of Duty: Mobile खेला जो डिफॉल्ट रूप से Very High ग्राफिक्स पर चला और फ्रेम रेट बाय डिफॉल्ट High पर सेट था। मैंने 20 मिनट तक गेम खेला जिसमें बैटरी 5% कम हो गई। फोन गर्म नहीं हुआ जो इसकी लिक्विड कूलिंग क्षमता को बताता है।
मुझे इस फोन की बैटरी परफॉर्मेंस पसंद आई और यह डेढ़ दिन तक आराम से चल गया। एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन 21 घंटे 17 मिनट तक चला जो कि काफी प्रभावित करने वाला है। इसके 80W के फास्ट चार्जर ने फोन को 30 मिनट में 83% चार्ज किया और 50 मिनट के अंदर फोन पूरी तरह से चार्ज हो गया।
आईकू निओ 6 के कैमरा
iQoo Neo 6 में ट्रिपल कैमरा सेटअप है जिसमें OIS के साथ 64 मेगापिक्सल का प्राइमरी लेंस, 116-डिग्री फील्ड के साथ 8-मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड लेंस और 2-मेगापिक्सल का मैक्रो शूटर दिया गया है। सेल्फी के लिए इसमें 16 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। कैमरा ऐप का इस्तेमाल करना काफी आसान है और यह देखने में Vivo X80 के ऐप के जैसा है। मेन कैमरा डिफ़ॉल्ट रूप से 16-मेगापिक्सल के फोटो लेता है लेकिन जरूरत पड़ने पर आप फुल रेजॉल्यूशन में भी फोटो क्लिक कर सकते हैं।
इसके डे-लाइट वाले लैंड्स्केप फोटो डिटेल के साथ थे और दूरी पर भी चीजें पहचान में आसानी से आ रही थीं। दूर की बिल्डिंग्स पर लिखे गए शब्द भी पढ़े जा सकते थे। फोन में AI ऑप्टिमाइजेशन मिलता है जो आउटपुट में कंट्रास्ट को बढ़ा देता है। अल्ट्रा वाइड कैमरा में व्यापक फील्ड ऑफ व्यू दिया गया है और प्राइमरी कैमरा के समान कलर प्रोफाइल मिलती है।
फोन ने क्लोजअप शॉट क्रिस्प और पूरी डिटेल के साथ लिए। यह बैकग्राउंड और सब्जेक्ट के बीच में एक नैचरल बोके इफेक्ट बना देता है। पोर्ट्रेट मोड में एज डिटेक्शन अच्छा था। मैक्रो कैमरा ने बेहद क्लोजअप शॉट भी अच्छे से कैप्चर किए।
लो-लाइट में सीन को पकड़ पाने में फोन काफी तेज साबित हुआ, जिसके लिए यह शटर को अपने आप ही देर तक ओपन रख रहा था। इसी की वजह से साफ और डिटेल के साथ इमेज कैप्चर हुई। बहुत अधिक अंधेरे वाली जगह पर फोन ने खुद ही नाइट मोड में स्विच करने का सुझाव दे दिया।
फोन का सेंसर सेल्फी को फुल रेजॉल्यूशन में कैप्चर करता है। ऐप इसमें एक ब्यूटीफिकेशन फिल्टर बाय डिफॉल्ट लगा देता है लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे एडजस्ट या डिसेबल भी किया जा सकता है। डे लाइट में फोटो में स्किन टोन सटीक आती है। लो-लाइट में स्क्रीन फ्लैश अपने आप ही बेहतर रिजल्ट के लिए एक्टिवेट हो जाता है। पोर्ट्रेट मोड में ली गई सेल्फी में एज डिटेक्शन अच्छा था और बैकग्राउंड ब्लर लेवल भी पर्याप्त मिल रहा था।
इसका प्राइमरी रियर कैमरा 60fps पर 4K वीडियो शूट कर सकता है। इसका सेल्फी कैमरा भी इस रेजॉल्यूशन और फ्रेम रेट पर वीडियो शूट कर सकता है, जो कि बहुत कम देखने को मिलता है। डे लाइट में फुटेज काफी स्टेबलाइज्ड थी लेकिन लो-लाइट में चलते हुए थोड़ी शेकी फुटेज मिल रही थी। कैमरा ऐप में डुअल वीडियो मोड है जिससे प्राइमरी और सेल्फी कैमरा एकसाथ वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं।
हमारा फैसला
अगर आप 30 हजार के बजट में कोई स्मार्टफोन देख रहे हैं तो इस फोन को आप अपनी लिस्ट में ऊपर रख सकते हैं। फोन की परफॉर्मेंस काफी अच्छी है जैसा कि एक क्वालकॉम चिप वाले डिवाइस से उम्मीद की जा सकती है। एंड्रॉयड और सिक्योरिटी अपडेट का वादा इसे फ्यूचर प्रूफ बनाता है। मेरे विचार में इसका 8GB वाला बेस वेरिएंट ज्यादा वैल्यू फॉर मनी लगता है।
फोन के प्री-इंस्टॉल्ड ब्लॉटवेयर को छोड़ मुझे इससे ज्यादा शिकायत नहीं है। अगर आप वीडियो रिकॉर्डिंग के मकसद से फोन ले रहे हैं तो ध्यान रहे कि यह लो-लाइट में उतना अच्छा परफॉर्म नहीं करता है।
अगर आपको क्लीन सॉफ्टवेयर चाहिए तो आप Motorola Edge 30 को देख सकते हैं। अगर आप परफॉर्मेंस के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं तो Mi 11X और OnePlus Nord 2 की तरफ भी जा सकते हैं, जो इसी प्राइस रेंज में इसके अच्छे विकल्प के रूप में मौजूद हैं।