बजट सेगमेंट में अच्छा कैमरे वाला स्मार्टफोन मिलना बेहद ही मुश्किल है। इस सेगमेंट में ज़्यादातर कंपनियां बेहतर प्रोसेसर, ज़्यादा रैम और स्टोरेज देने की कोशिश करती हैं, ताकि ग्राहकों की नज़र आसानी से उस फोन पर जाए। हालांकि, हाल के दिनों में कुछ ऐसे बजट स्मार्टफोन भी आए हैं जो अच्छे कैमरे से लैस होने का दावा करते हैं। इनमें से एक है शाओमी की नई वाई सीरीज़ का शाओमी रेडमी वाई1 हैंडसेट। हालांकि, रिव्यू में इस फोन ने हमें बहुत ज़्यादा प्रभावित नहीं किया था।
अब हुवावे के हॉनर ब्रांड ने
हॉनर 9 लाइट को पेश करके ग्राहकों को ज़्यादा दमदार विकल्प देने की कोशिश की है। बता दें कि यह एक किफायती हैंडसेट है जो चार कैमरे के साथ आता है। यह कंपनी का चार कैमरे वाला पहला स्मार्टफोन नहीं है,
हॉनर 9आई के ज़रिए भी कंपनी ने कुछ ऐसी ही कोशिश की थी। हालांकि, इस बार कंपनी ने हॉनर 9 लाइट की कीमत 10,999 रुपये रखकर ज्यादा बड़े मार्केट के लिए नया विकल्प रख दिया है। हॉनर 9 लाइट की खासियत सिर्फ कैमरे तक सीमित नहीं है, इसके स्पेसिफिकेशन भी गौर करने योग्य हैं। पहली नज़र में इस फोन ने सकारात्मक छाप छोड़ी थी। अब यह देखना होगा कि Honor 9 Lite परफॉर्मेंस के मामले में बजट सेगमेंट को नई परिभाषा दे पाता है या नहीं।
Honor 9 Lite डिज़ाइन और बनावट
हॉनर 9 लाइट बहुत हद तक
हॉनर 8 की याद दिलाता है। यह 2016 में कंपनी का पहला फ्लैगशिप स्मार्टफोन था। 2.5डी कर्व्ड ग्लास के कारण पिछला हिस्सा आइने सा एहसास देता है। हालांकि, हॉनर की वेबसाइट पर साफ किया गया है कि यह इफेक्ट सिर्फ सेफायर ब्लू और ग्लेसियर ग्रे वेरिएंट तक सीमित है। मिडनाइट ब्लैक में ऐसा कोई इफेक्ट नहीं मिलेगा। यह काफी हद तक मोटो एक्स4 जैसा है। फ्रंट में भी डिस्प्ले के ग्लास घुमावदार हैं। इस कारण से फोन की ग्रिप अच्छी हो जाती है। वैसे, इस फीचर एक कमी भी है। फोन आसानी से हाथों में फिसलता है और इस पर ऊंगलियों के निशान भी पड़ जाते हैं। फ्रेम प्लास्टिक का है। ऐसा कीमत कम रखने के लिए किया गया है। इस वजह से फोन हल्का हो जाता है और कई बार आपको लगेगा कि फोन आपके पॉकेट में है ही नहीं।
हमारी चाहत के हिसाब से सिम ट्रे को भी फोन की बाकी बॉडी के रंग का होना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण यह अलग नज़र आता है। इसके अलावा हमें बिल्ड क्वालिटी और फिनिश से कोई शिकायत नहीं है। वॉल्यूम और पावर बटन प्लास्टिक के हैं, लेकिन इनका रिस्पॉन्स अच्छा है। सिम ट्रे हाइब्रिड है। यानी आप एक वक्त पर दो नैनो सिम कार्ड, या एक सिम कार्ड के साथ 256 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकते हैं। 3.5 एमएम हेडफोन सॉकेट और माइक्रो-यूएसबी पोर्ट फोन के निचले हिस्से पर हैं। यहीं पर स्पीकर ग्रिल को भी जगह मिली है। एक बार फिर हॉनर द्वारा यूएसबी टाइप-सी पोर्ट नहीं इस्तेमाल करने पर निराशा होती है। ऐसा लगता है कि कंपनी इस हार्डवेयर फीचर को सिर्फ महंगे फोन तक सीमित रखना चाहती है।
हॉनर 9 लाइट का डिस्प्ले हमें बेहद ही पसंद आया। आपको फुल-एचडी+ आईपीएस पैनल मिलेगा। स्क्रीन 5.65 इंच की है और इसका आस्पेक्ट रेशियो 18:9 है। इस किस्म के डिस्प्ले अब चलन में हैं। लंबे डिस्प्ले के कारण किनारे बेहद ही पतले हो गए हैं जिससे फोन की खूबसूरती बढ़ जाती है। इसके बावजूद फ्रंट पैनल पर स्क्रीन के ऊपर सेल्फी कैमरे के लिए जगह है और निचले हिस्से पर कंपनी के लोगो के लिए। पैनल की ब्राइटनेस पर्याप्त है और कलर रिप्रोडक्शन भी ठीक-ठाक है। लंबे डिस्प्ले के हर किनारे तक एक हाथ की ऊंगलियों से पहुंच पाना आसान नहीं है, लेकिन आपकी मदद के लिए कई गेस्चर मौज़ूद हैं। जैसे कि आप फिंगरप्रिंट सेंसर को स्वाइप डाउन करके नोटिफिकेशन शेड खोल सकते हैं। नेविगेशन डॉक भी है, आईओएस के असिस्टिव टच की तरह। वन-हैंडेड मोड भी मिलेगा।
हॉनर 9 लाइट में पिछले हिस्से पर गोलाकार फिंगरप्रिंट सेंसर है। यह तेज़ी से ऊंगलियों के निशान पहचान लेता है। स्क्रीन को अनलॉक करने के अलावा आप फिंगरप्रिंट सेंसर इस्तेमाल करके ऐप्स को सुरक्षित रख सकते हैं और प्राइवेट फाइल के लिए वर्चुअल सेफ बना सकते हैं। इस सेंसर का इस्तेमाल अलग-अलग किस्म के गेस्चर के लिए हो सकता है, जैसे कि फोटो लेना, फोन कॉल उठाना या फोटो ब्राउज़ करना। ये गेस्चर किसी भी ऊंगली से काम करेंगे। रिटेल बॉक्स में आपको चार्जर, डेटा केबल, सिम इजेक्टर टूल मिल जाएगा। फोन हेडसेट के साथ नहीं आता है।
Honor 9 Lite स्पेसिफिकेशन और फीचर
कीमत कम रखने के बावजूद हॉनर ने 9 लाइट के स्पेसिफिकेशन से कोई समझौता नहीं किया है। इसके कई स्पेसिफिकेशन हॉनर 7एक्स और हॉनर 9आई वाले हैं जो इसकी तुलना में महंगे हैं। फोन हुवावे के अपने ऑक्टा-कोर किरिन 659 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। रैम और स्टोरेज पर आधारित फोन के दो वेरिएंट हैं। इनमें से एक 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाला है। दूसरा 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला है, जिसे हमने रिव्यू किया है। फोन इस्तेमाल करने के दौरान हमने पाया कि दिनभर 2 जीबी रैम ही काम करता है। आपको हर वक्त 2 जीबी फ्री मिलेगा। अन्य स्पेसिफिकेशन में एफएम रेडियो, ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई बी/जी/एन, 4जी वीओएलटीई, यूएसबी ओटीजी, एंबियंट लाइट सेंसर, प्रॉक्सिमिटी सेंसर, एक्सेलेरोमीटर और जायरोस्कोप शामिल हैं।
मज़ेदार बात यह है कि हॉनर 9 लाइट ने बेंचमार्क टेस्ट में हॉनर 7एक्स और हॉनर 9आई की तुलना में ज़्यादा बेहतर नतीज़े दिए।
हॉनर द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए हॉनर व्यू 10 की तरह हॉनर 9 लाइट भी आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 8.0 ओरियो पर चलता है। वैसे, एंड्रॉयड के लेटेस्ट वर्ज़न के ऊपर कंपनी की स्किन ईएमयूआई 8 मौज़ूद है। इसमें हुवावे शेयर नाम का फीचर है जो ऐप्पल के एयरड्रॉप तकनीक की तरह काम करता है।
वाई-फाई+ फीचर अपने आप ही वाई-फाई और मोबाइल डेटा के बीच स्विच कर देता है। यह कनेक्शन की स्थिति पर निर्भर करेगा। जब हमने अपने राउटर की रीस्टार्ट किया तो इस फोन का वाई-फाई+ फीचर काम करने लगा। यह फीचर जांचने की कोशिश कर रहा था कि मोबाइल डेटा और वाई-फाई में कौन सा इंटरनेट कनेक्शन मज़बूत है। अंत में जांच के बाद इसने फोन को वाई-फाई से जोड़ दिया।
सेटिंग्स ऐप की डिज़ाइन अच्छी है। आप कॉन्टेक्ट, कैलेंडर, वाई-फाई क्रेडेंशियल, एसएमएस मैसेज और कॉल लॉग का बैकअप बना सकते हैं। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि आपको कितनी स्टोरेज मुफ्त मिलेगी। आप थर्ड पार्टी ऐप्स से डेटा बैकअप नहीं कर पाएंगे।
Honor 9 Lite परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
एंड्रॉयड ओरियो पर चलने वाले हॉनर का ईएमयूआई अच्छा काम करता है। लेकिन यह स्टॉक एंड्रॉयड के जितना तेज़ नहीं है। ईएमयूआई, गूगल के मेटेरियल डिज़ाइन लैंग्वेज से काफी अलग है। लेकिन यह दिखने में अच्छा है और कारगर भी। 4 जीबी रैम होने के बावजूद सेटिंग्स ऐप में खोजबीन के दौरान फोन थोड़ा धीमा पड़ा। हालांकि, यह शिकायत हमें बार-बार नहीं मिली।
डिस्प्ले का टच रिस्पॉन्स अच्छा है। हमें कॉल क्वालिटी से भी कोई शिकायत नहीं है। मल्टीटास्किंग के अनुभव को अच्छा रखने के लिए प्रोसेसर पूरी तरह से सक्षम है। आसान गेम खेलने में कोई दिक्कत नहीं हुई। हालांकि, आस्फाल्ट 8 जैसे पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम में फ्रेमरेट गिरे। यह फोन आसानी से गर्म हो जाता है। उदाहरण के तौर पर, प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करने व उसके साथ गाने सुनने पर हॉनर 9 लाइट का ऊपरी हिस्सा थोड़ा गर्म हो गया।
1080 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाले वीडियो प्लेबैक में फोन बेहद ही स्मूथ चला। इससे ज़्यादा रिज़ॉल्यूशन वाले वीडियो भी आसानी से चले। डिफॉल्ट वीडियो प्लेयर में आपको वीडियो स्क्रीन को स्ट्रेच करने का विकल्प मिलेगा।
अब बात हॉनर के इस फोन के सबसे अहम फीचर की। हॉनर 9 लाइट के दोनों हिस्सों पर प्राइमरी कैमरा 13 मेगापिक्सल का है। दोनों ही हिस्से पर 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर भी दिया गया है। इसकी मदद से बोकेह इफेक्ट हासिल किया जा सकता है। इसके लिए आपको कैमरा ऐप में पॉर्ट्रेट या वाइड अपर्चर मोड में से एक को चुनना होगा।
दिन की रोशनी में ली गई तस्वीरें हैंडसेट के डिस्प्ले पर अच्छी लगीं। ऑटोफोकस तेज़ है और लैंडस्केप मोड में डिटेल साफ नज़र आते हैं। हालांकि, कलर्स थोड़े डल हैं। तस्वीरों को ज़ूम इन करने पर अंधेरे वाले हिस्सों में नॉयज़ दिखती है। कम रोशनी में हॉनर 9 लाइट की परफॉर्मेंस में वही कमी देखने को मिलती है जो इस प्राइस रेंज के बाकी स्मार्टफोन में है। फोकस धीमा हो जाता है। डिटेल साफ नज़र नहीं आते। खासकर किनारे ज़्यादा शार्प हो जाते हैं।
वाइड अपर्चर मोड की मदद से आपको (एफ/0.95 - एफ/13) की अपर्चर वैल्यू मिलती है, जिससे आप फोटो खींचने से पहले और बाद में डेप्थ ऑफ फील्ड को एडजस्ट कर सकते हैं। हालांकि, हमारी पड़ताल में ब्लर इफेक्ट बहुत प्रभावी नहीं दिखा, एफ/2.0 अपर्चर वैल्यू के साथ ब्लर की गई तस्वीर फोटोशॉप जैसी लगी। इसी तरह इसमें पोर्ट्रेट मोड भी दिया गया है, जो ठीक ऐसे ही काम करता है। इसमें आप फोटो लेते वक्त ब्लर इफेक्ट को लागू नहीं कर पाएंगे। साथ ही इसमें बोकेह का टॉगल भी दिया गया है लेकिन यह कोई खास प्रभावी नहीं है, क्योंकि तस्वीरें पहले से ही बोकेह इफेक्ट के साथ आती हैं। वाइड अपर्चर मोड की तुलना में बोकेह इफेक्ट ज्यादा बेहतर है लेकिन सब्जेक्ट के किनारे कई बार परिभाषित नहीं लगते हैं। इसके साथ ही फोकस करने में भी काफी वक्त लगता है।
फोटोग्राफी के दीवानों के लिए इसमें प्रोफेशनल और पनोरमा जैसे शूटिंग मोड दिए गए हैं। फिल्टर और एचडीआर जैसे फीचर भी फोन में जोड़े गए हैं। इसके साथ ही फोन 'टच कैप्चर' के साथ आपकी मुस्कुराहट रिकग्नाइज करेगा और आपकी तस्वीर खुद ब खुद क्लिक हो जाएगी।
वीडियो रिकॉर्डिंग की बात करें तो आप 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। वीडियो बेहद औसत दर्जे का रिकॉर्ड होता है। चूंकि इसमें इमेज स्टेबलाइजेशन का फीचर नहीं है तो वीडियो हिलता-डुलता रिकॉर्ड होता है। कम रोशनी में ली गई तस्वीरें बहुत ज्यादा साफ नहीं आतीं। फ्रंट कैमरे से ली गईं सेल्फी की गुणवत्ता बेहतर है। स्क्रीन फ्लैश के साथ-साथ ब्यूटी मोड आकर्षक है और कम रोशनी में भी आप अच्छी तस्वीरें ले पाएंगे। फ्रंट कैमरे से भी आप 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड पाएंगे। अगर आपने ब्यूटी मोड ऑन कर रखा है तो वीडियो की क्वालिटी सर्वाधिक 720 पिक्सल ही रहेगी।
सेल्फी के लिए इसमें कुछ गेस्चर मोड भी दिए गए हैं। आप अपनी हथेली का इस्तेमाल कर या अपनी आवाज से सेल्फी ले सकेंगे। इसके अलावा अगर आप फोन हाथ में लेकर ज़ोर से 'चीज़' बोलते हैं तो गेस्चर सेंसर आपकी तस्वीर क्लिक कर देगा। पोर्ट्रेट मोड की बात करें तो फ्रंट कैमरा भी बहेतर गुणवत्ता वाला है।
अब बात बैटरी की। दरअसल, बैटरी के मामले में हॉनर के पिछले स्मार्टफोन 7X और 9i बड़े आकार की बैटरी के बावजूद भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए थे। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 9 लाइट ने 10 घंटे 3 मिनट बिना रुके एचडी वीडियो प्ले किया, जिसे बहुत बेहतर नहीं कहा जा सकता।
हमने पाया कि आस्फाल्ट 8 का 10 मिनट के लिए भी इस्तेमाल करने पर बैटरी में 5 से 10 प्रतिशत की गिरावट आ रही है, जो कि चिंता का विषय हो सकता है। स्मार्टफोन में फास्ट चार्जिंग जैसा कोई फीचर नहीं दिया गया है। 10 वॉट का जो चार्ज फोन के साथ आ रहा है, वह 60 प्रतिशत बैटरी चार्ज करने में घंटे भर का वक्त लेता है। पावर की खपत कम करने के लिए यूज़र को एचडी प्लस स्क्रीन रिजॉल्यूशन ऑन/ऑफ करने का विकल्प दिया गया है।
हमारा फैसला18:9 आस्पेक्ट रेशियो के ट्रेंड में अगर कीमत की बात भी जोड़ दें तो हॉनर 9 लाइट का सस्ता वेरिएंट वर्तमान में बाजार में सबसे बेहतर विकल्प है। इस वेरिएंट की कीमत 11,000 रुपये है। ध्यान देने वाली एक बात ये भी है कि वर्तमान में
हॉनर 7 एक्स भी बाजार में है, जिसमें अतिरिक्त कैमरा भले ही ना हो लेकिन मेटल बॉडी, बड़ी स्क्रीन और अपेक्षाक्रत बड़ी बैटरी दी गई है।
4 जीबी रैम वाले जिस वेरिएंट की हमने पड़ताल की, वह अपने स्पेसिफिकेशन के हिसाब से थोड़ा महंगा है। फोन दिखने में अच्छा लगता है लेकिन बैटरी पावर और कैमरे की गुणवत्ता कोई बहुत अच्छी नहीं है। 15,000 रुपये की रेंज में बाजार में पहले से
शाओमी मी ए1 (
रिव्यू) और
मोटो जी5एस प्लस (
रिव्यू) जैसे फोन मौजूद हैं। इन फोन में भले ही लंबी स्क्रीन नहीं है, जो आजकल चलन में है लेकिन परफॉर्मेंस के मामले में हॉनर 9 लाइट से कहीं ज्यादा दमदार हैं।
अगर आप जल्दबाजी में नहीं हैं तो हाल में चीन में लॉन्च हुए
शाओमी रेडमी 5 प्लस के भारत आने का इंतजार कर सकते हैं, जिसकी कीमत भी संभवत: हॉनर 9 लाइट के इर्द-गिर्द ही रहेगी।