जियोनी ने भारत में अपना नया स्मार्टफोन एस6 प्रो पेश किया है। कंपनी ने अपने
जियोनी एस6 हैंडसेट को भारत में फरवरी महीने में पेश किया था। इसके बाद से वह इस फोन के अलग-अलग वेरिएंट पेश करती जा रही है। हमने हाल में
एस6एस को रिव्यू किया था जो एस6 का सेल्फी केंद्रित वर्ज़न है। नए एस6 प्रो स्मार्टफोन को भी सेल्फी के दीवानों के लिए ही बनाया गया है, लेकिन इसके स्पेसिफिकेशन ज़्यादा पावरफुल हैं।
जियोनी एस6 और
जियोनी एस6एस बेहद ही औसत प्रोडक्ट हैं। बस इनकी बैटरी लाइफ और बिल्ड क्वालिटी अच्छी है। इनकी कीमतें 15,000 रुपये से थोड़ी ज्यादा थीं। ऐसे में हम भी बहुत ज़्यादा उम्मीदें नहीं रख रहे थे। हालांकि, एस6 प्रो की कीमत 23,999 रुपये है। इस तरह से
जियोनी 6एस प्रो की सीधी भिड़ंत
शाओमी मी 5 (
रिव्यू),
मोटो ज़ेड प्ले (
रिव्यू),
एचटीसी वन ए9 और
असूस ज़ेनफोन 3 (ज़ेडई520केएल) से है। क्या एस6 प्रो में अपनी कीमत को वाजिब ठहराने वाली बात है? आइए जानते हैं।
जियोनी एस6 प्रो डिज़ाइन और बनावटनए मॉडल का डिज़ाइन प्रोफाइल बहुत हद तक जियोनी एस6 जैसा ही है, आमूलचूल बदलाव को छोड़कर। किनारों का डिज़ाइन आंखों को लुभाने वाला है। जियोनी के मुताबिक, एस6 प्रो की चेसिस मेटल की है जिसकी वजह से यह प्रीमियम दिखने के साथ मजबूत भी है। फोन स्लिम है और बहुत वज़नदार नहीं लगता। फिट और फिनिशिंग ज़्यादातर मौकों पर अच्छी है, होम बटन को छोड़कर जिसके किनारे थोड़े रुखड़े हैं।
बाहर में इस्तेमाल करने के लिए डिस्प्ले में उपयुक्त रोशनी है। शार्प तस्वीरों और टेक्स्ट के लिए रिज़ॉल्यूशन भी ठीक-ठाक है। इसमें 5.5 इंच का फुल-एचडी आईपीएस पैनल है जिसपर गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन दी गई है। दो कैपेसिटिव बटन तो दिए गए हैं लेकिन इनमें बैकलाइटिंग नहीं है। आपको फोन के टॉप में फ्रंट कैमरे के साथ नोटिफिकेशन एलईडी भी मिलेगा। बायीं तरफ हाइब्रिड डुअल-सिम ट्रे मौजूद है जबकि पावर और वॉल्यूम बटन दायीं तरफ हैं। हेडफोन सॉकेट टॉप पर है और यूएसबी टाइप-सी पोर्ट निचले हिस्से में। इस फोन में एक मोनो स्पीकर दिया गया है।
बैकपैनल पर 13 मेगापिक्सल का कैमरा है और साथ में मौज़ूद है सिंगल एलईडी फ्लैश। फिंगरप्रिंट सेंसर को होम बटन में इंटिग्रेट किया गया है। आईएमईआई नंबर को मेटल फ्रेम पर लिखने के बजाय जियोनी ने एक साधारण स्टिकर इस्तेमाल किया है जो आंखों को चुभता है।
एस6 प्रो 10 वॉट के वॉल एडप्टर, यूएसबी केबल, हेडसेट, स्क्रीन गार्ड और सिलिकॉन केस के साथ आता है। एक्सेसरी की क्वालिटी अच्छी है और ये टिकाऊ लगते हैं। बनावट अच्छी है और स्लिम प्रोफाइल के कारण इसे एक हाथ से इस्तेमाल करने में भी दिक्कत नहीं होगी। फोन कभी-कभार हाथों से फिसलता भी है, लेकिन हम इसे बुरा नहीं कहेंगे।
जियोनी एस6 प्रो स्पेसिफिकेशन और फ़ीचरफोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो पी10 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है जो आम तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले एमटी6753 चिपसेट से ज्यादा पावरफुल है। आपको 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी की स्टोरेज मिलेगी। स्टोरेज को 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के ज़रिए बढ़ा पाएंगे।
जियोनी एस6 प्रो के अन्य स्पेसिफिकेशन में ब्लूटूथ 4.0, वाई-फाई बी/जी/एन, जीपीएस, एफएम रेडियो और यूएसबी ओटीजी मिलेंगे। प्रो वर्ज़न को देखते हुए हमें वाई-फाई 802.11एसी और एनएफसी दिए जाने की उम्मीद थे। लेकिन यह नहीं उपलब्ध है। यह फोन 4जी एलटीई के साथ वॉयस ओवर एलटीई को सपोर्ट करता है।
एस6एस की तरह एस6 प्रो एंड्रॉयड मार्शमैलो पर आधारित जियोनी के अमिगो 3.2 यूज़र इंटरफेस पर चलेगा। यह हमारा पंसदीदा वर्ज़न नहीं है। यह एक लेयर वाला यूआई है।
सेटिंग्स ऐप में आपको एज बार मिलेगा। यह ऐप शॉर्टकट के लिए वर्टिकल लिस्ट है जिनतक होम बटन पर बाएं या दाएं स्वाइप करके पहुंचा जा सकता है। यहां पर 6 शॉर्टकट जोड़ सकते हैं। स्पिल्ट स्क्रीन फ़ीचर के ज़रिए आप वीडियो देखते हुए इनकमिंग मैसेज का जवाब भी दे सकेंगे। इसके लिए आपको वीडियो प्लेयर को बंद भी नहीं करना पड़ेगा।
अमिगो यूआई होने के कारण आपको कई ऐप पहले से इंस्टॉल मिलेंगे। आप सभी थर्ड पार्टी को हटा भी पाएंगे। लेकिन जियोनी के ऐप के साथ ऐसा करना संभव नहीं होगा।
फोन में जियोनी का अपनी वीआर लॉन्चर ऐप दिया गया है जो ज्यादातर गूगल कार्डबोर्ड वीआर हेडसेट के साथ काम करता है। हमने वनप्लस लूप वीआर हेडसेट के साथ इसे इस्तेमाल करने की कोशिश की। यह बिना किसी परेशानी के चला।
जियोनी एस6 प्रो परफॉर्मेंसहैवी स्किन के बावजूद आम परफॉर्मेंस अच्छी है। ऐप्स के बीच स्विच करने और सिस्टम एनिमेशन चलाते वक्त हमें कभी भी इसके धीमा पड़ने का एहसास नहीं हुआ। कैमरा इस्तेमाल करते वक्त फोन के किनारे थोड़े गर्म हो जाते हैं। कभी-कभार तो फोन की पूरी बॉडी भी गर्म हो जाती है। लेकिन यह समस्या बार-बार नहीं हुई। जीपीयू की परफॉर्मेंस थोड़ी कमज़ोर थी। डिवाइस को अनलॉक करने के लिए फिंगरप्रिंट सेंसर ठीक-ठाक काम करता है।
एस6 प्रो मीडिया प्लेबैक में अच्छा काम करता है। ज़्यादा बिटरेट वाले वीडियो ठीक-ठाक चले। ऑडियो क्वालिटी भी काफी अच्छी है। हालांकि, स्पीकर थोड़ा कमज़ोर है और ऊंचे वॉल्यूम पर आवाज़ बहुत ज्यादा नहीं आती। स्टॉक ऑडियो और वीडियो प्लेयर आपके मीडिया फाइल को अच्छे से अलग-अलग कर लेता है। आपको डीटीएस ऑडियो बूस्ट भी मिलेगा।
13 मेगापिक्सल के प्राइमरी कैमरे में पीडीएएफ या लेज़र ऑटोफोकस नहीं मौजूद रहने का मतलब है कि शार्प और बिना ब्लर वाली तस्वीरें खींच पाना थोड़ा मुश्किल है। फोकस करने में लगने वाला वक्त थोड़ा कम हो सकता था। कम रोशनी में यह और भी धीमा फोकस करता है। लैंडस्केप शॉट में डिटेल और कलर की कमी साफ झलकती है, हमें यह समस्या दिन की रोशनी में भी हुई। फोन के डिस्प्ले पर देखने पर ये तस्वीरें बुरी नहीं लगती, लेकिन बड़े स्क्रीन पर कमी साफ उजागर हो जाती है। हमें मैक्रो शॉट में डिटेल की कमी साफ झलकी। कम रोशनी में ली गई तस्वीरें तो औसत से भी खराब हैं। इनमें डिटेल की बहुत ज़्यादा कमी है और बहुत ज़्यादा नॉयज है।
जियोनी ने सेल्फी के लिए हैंडसेट में मौजूद स्क्रीन फ्लैश फ़ीचर को लेकर बड़े-बड़े दावे किए हैं। लेकिन हकीकत यह है कि ग्रुप सेल्फी तो छोड़िए यह सिर्फ आपके चेहरे पर रोशनी देने में पूरी तरह से सक्षम नहीं है। 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा बहुत खास नहीं है। अच्छी बात यह है कि कैमरा इंटरफेस इस्तेमाल करने में आसान है। इसके साथ आपको कई विकल्प मिलते हैं। आपके पास प्रो, स्लो मोशन और पनोरमा शूटिंग मोड हैं। वीडियो रिकॉर्डिंग की क्षमता 1080 पिक्सल की है। इसकी क्वालिटी औसत ही है। हमें लगता है कि कैमरा और बेहतर हो सकता था।
(जियोनी एस6 प्रो के कैमरा सेंपल देखने के लिए क्लिक करें)
3130 एमएएच की बैटरी वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे 13 मिनट तक चली जिसे अच्छा ही कहा जाएगा। आम इस्तेमाल में हम फोन को बिना चार्ज किए हुए एक दिन से ज्यादा तक चला पाए। आपको फास्ट चार्जिंग तो नहीं मिलेगी, लेकिन फोन के साथ मिलने वाले चार्जर करीब दो घंटे में बैटरी को पूरी तरह से चार्ज कर देता है।
हमारा फैसला
मिड-रेंज सेगमेंट के महंगे स्मार्टफोन आम तौर पर अच्छे हरफनमौला हैंडसेट होते हैं। इन डिवाइस को बजट का ध्यान रखकर नहीं बनाया जाता है तो ऐसे में कंपनी की कोशिश एक-दो डिपार्टमेंट में शानदार परफॉर्मेंस देने की होती है। और बाकी विभाग में संतोषजनक परफॉर्मेंस से भी ग्राहक खुश रहते हैं। जियोनी के पुराने एस6 मॉडल बैटरी लाइफ और बिल्ड क्वालिटी में बेहतरीन रहे हैं लेकिन बाकी विभाग में उनमें कुछ भी याद रखने योग्य नहीं था। अफसोस की बात यह है कि एस6 प्रो में भी कुछ नहीं बदला है।
बिल्ड क्वालिटी, बैटरी लाइफ और डिस्प्ले के अलावा इस फोन में कुछ भी ऐसा नहीं है जिसकी वजह से आप इसे लेनोवो, शाओमी, असूस या एचटीसी के इसी कीमत वाले स्मार्टफोन के बदले चुनें। कैमरा कमज़ोर कड़ी हैं। प्राइमरी के साथ सेल्फी कैमरा हर किस्म की रोशनी में औसत परफॉर्मेंस देता है। कैमरा इस्तेमाल करते वक्त फोन थोड़ा गर्म हो जाता है। जियोनी ने वाई-फाई 802.11एसी, एनएफसी, बैकलिट कैपिसिटिव बटन और फास्ट चार्जिंग जैसे फ़ीचर नहीं दिए हैं। हम आपको इस फोन को खरीदने का सुझाव नहीं दे सकते।