iPhone का क्रेज दुनियाभर में है, लेकिन भारत में कंपनी को जबरदस्त फायदा हुआ है। Apple के रिवेन्यू में बीते साल 42 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है जो कि 50% से थोड़ा ही कम है। अमेरिकी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी Morgan Stanley ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। जिसके मुताबिक कंपनी ने भारत में पिछले साल 8.7 अरब डॉलर का रिवेन्यू जेनरेट किया।
iPhone शिपमेंट्स में पिछले साल जबरदस्त बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
Morgan Stanley की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल आईफोन की शिपमेंट्स में 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कंपनी ने 92 लाख यूनिट्स की शिपमेंट की। CY23 में भारत ने आईफोन शिपमेंट्स और रिवेन्यू में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी निभाई जबकि CY22 में यह 3 प्रतिशत थी। इससे पांच साल पहले यह केवल 1 प्रतिशत थी। कहा गया है (
via) कि अगर भारत इसी तरह की ग्रोथ आगे भी दिखाता रहता है तो चीन को पछाड़ कर यह 2027 तक iPhone के लिए बहुत बड़ी मार्केट बन जाएगा। चीन में आईफोन की शिपमेंट्स में अभी फ्लैट ट्रेंड देखने को मिल रहा है। यानी कि यहां न तो घटोत्तरी है, और न ही बढ़ोत्तरी। TechCrunch ने सबसे पहले एपल इंडिया के 2023 के रिवेन्यू के बारे में रिपोर्ट किया था।
कंपनी के CEO Tim Cook भी इससे पहले इस बारे में बता चुके हैं। टिम कह चुके हैं कि सबसे ज्यादा ग्रोथ दिसंबर वाली तिमाही में दर्ज की गई जब कंपनी ने डबल डिजिट में यहां ग्रोथ हासिल की थी। 2023 में जहां भारत के स्मार्टफोन शिपमेंट्स 15.2 करोड़ यूनिट्स के साथ फ्लैट पेस में चल रहे थे, Apple ने शिपमेंट्स में 1 करोड़ यूनिट्स का आंकड़ा छू लिया।
भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए देश में नए साल से इम्पोर्ट ड्यूटी को भी घटा दिया गया है। पहले स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग में लगने वाले पार्ट्स पर 15 प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी लगती थी, जो कि अब घटाकर 10 प्रतिशत कर दी गई है। इससे Apple जैसी कंपनियों को यहां स्मार्टफोन मेकिंग में बढ़ावा मिलेगा। इस कदम से Apple अब अपने हाई एंड प्रीमियम स्मार्टफोन भारत में और भी अधिक मात्रा में बना सकेगी।