हाल ही में पंजाब में Zomato ऐप से ऑनलाइन ऑर्डर किए गए केक को खाने के बाद एक 10 साल की बच्ची की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिवार ने आरोप लगाया था केक की वो शॉप असल में थी ही नहीं, बल्कि उसकी जगह किसी अन्य शॉप से केक आया था, जिसने Zomato की लापरवाही की ओर इशारा किया। अब, कथित तौर पर ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख व्यक्त किया और उस रेस्तरां के खिलाफ एक्शन लिया है। कंपनी का कहना है कि उसने तुरंत रेस्तरां को अपने प्लेटफॉर्म से डीलिस्ट कर दिया और साथ ही उसके मालिक को स्थाई रूप से बैन भी कर दिया है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वह जांच अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।
TOI के
अनुसार, Zomato ने एक हालिया घटना में बयान जारी किया है और साथ ही बताया है कि उसने उस रेस्तरां को डीलिस्ट कर दिया है, जिसका केक खाने से पंजाब के पटियाला में एक 10 वर्षीय
बच्ची की मृत्यु हो गई। कंपनी ने रेस्तरां मालिक को भी स्थाई रूप से बैन करने का दावा किया है। कंपनी ने अपने बयान में संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा, ''पटियाला में हुई हालिया घटना से हमें गहरा दुख हुआ है। हमने रेस्तरां को तुरंत हटा दिया है और मालिक को हमारे प्लेटफॉर्म पर काम करने से रोक दिया है। हम कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ उनकी जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।"
बता दें कि घटना 24 मार्च की है, जिस दिन बच्ची ने अपना जन्मदिन मनाया था और इसके कुछ घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई थी। परिवार ने बताया कि इससे पहले उसे उल्टी भी हुई थी और फिर उसे सांस लेने में तकलीफ भी हुई। परिवार के अन्य सदस्य भी केक खाने के बाद बीमार हो गए थे। परिवार का कहना है कि ''शाम छह बजे के आसपास केक को ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था और रात 11 बजे तक, केक खाने वाले सभी लोग बीमार हो गए।"
NDTV इंडिया की
रिपोर्ट के अनुसार, परिवार ने कहा कि बिल में बेकरी का नाम और वास्तविक दुकान अलग-अलग थे, जिससे यह पता चलता है कि यह एक फ्लाई-बाय-नाइट क्लाउड किचन हो सकता है। जिन्हें नहीं, पता बता दें कि फ्लाई-बाय-नाइट क्लाउड किचन एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जो फ्लेक्सिबल और ऑपरेशन में आसान होने के कारण काफी लोकप्रिय हो रहा है। यदि परिवार की बात सच है, तो यह सीधे तौर पर फूड डिलीवरी ऐप की लापरवाही भी दर्शाता है।