क्रिकेटर अर्शदीप की गलत जानकारी पर सरकार ने लगाई Wikipedia को फटकार

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड IT ने इस मामले में Wikipedia के एग्जिक्यूटिव्स को समन जारी किया है

क्रिकेटर अर्शदीप की गलत जानकारी पर सरकार ने लगाई Wikipedia को फटकार

इसे लेकर Wikipedia के एग्जिक्यूटिव्स से पूछताछ की जाएगी

ख़ास बातें
  • केंद्र सरकार ने Wikipedia को कड़ी फटकार लगाई है
  • इस मामले में Wikipedia के एग्जिक्यूटिव्स को समन दिया गया है
  • सरकार का कहना है कि इससे क्रिकेटर के परिवार को खतरा हो सकता है
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पिछले सप्ताह के अंत में पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के मैच के दौरान एक कैच छोड़ने के बाद क्रिकेटर अर्शदीप सिंह के Wikipedia में पेज पर गड़बड़ी कर गलत जानकारी जोड़ने को लेकर केंद्र सरकार ने Wikipedia को कड़ी फटकार लगाई है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड IT ने इस मामले में Wikipedia के एग्जिक्यूटिव्स को समन जारी किया है।

NDTV की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इसे लेकर Wikipedia के एग्जिक्यूटिव्स से पूछताछ की जाएगी और एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जा सकता है। अर्शदीप के पेज पर उन्हें अलगाववादी खालिस्तानी मूवमेंट से जोड़ा गया था। सरकार का कहना है कि इससे क्रिकेटर के परिवार की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर IT राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर एक पोस्ट में Wikipedia को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, "भारत में मौजूद किसी इंटरमीडियरी को इस प्रकार की गलत जानकारी की अनुमति नहीं दी जा सकती। इससे सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की सरकार की अपेक्षा का उल्लंघन होता है।" 

सिंह के Wikipedia पेज के एडिट के क्रम को देखने पर पता चलता है कि एक अज्ञात यूजर ने पेज में बदलाव किए थे और इसमें उन्हें खालिस्तान मूवमेंट से जुड़ा बताया था। हालांकि, इन बदलावों को 15 मिनट में ही हटा दिया गया था। सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच के 18वें ओवर में कैच छोड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर बहुत से यूजर्स ने उन्हें निशाने पर लिया था। हालांकि, विराट कोहली सहित बहुत से क्रिकेटर्स ने सिंह का समर्थन किया था। कोहली ने कहा था कि उन्हें भी इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था। 

मिनिस्ट्री ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह सोशल मीडिया कंपनियों का तिमाही आधार पर कम्प्लायंस ऑडिट करेगी। देश में सोशल मीडिया कंपनियों को IT रूल्स के तहत प्रत्येक महीने कम्प्लायंस की रिपोर्ट देनी होती है। मिनिस्ट्री ने बताया था कि उसने इनके कम्प्लायंस का ऑडिट करने के लिए एक मैकेनिज्म बनाया है। सरकार ने इन कंपनियों को यूजर्स की शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया लागू करने के लिए भी कहा था। पिछले कुछ महीनों में फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप ने स्पैम और अन्य कारणों से लाखों यूजर्स को बैन किया है। 
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डेविड डेलिमा

Gadgets 360 में टेक्नोलॉजी लेखक के रूप में, डेविड डेलिमा की ओपन-सोर्स ...और भी

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