TikTok ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है। राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से लागू किए गए कानून के चलते अमेरिका में कंपनी पर बैन की नौबत आ गई है। इसलिए टिकटॉक ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कंपनी ने गुहार लगाई है कि वह देश में लागू किए गए उस कानून को अस्थायी रूप से रोक दे जिसके कारण कंपनी को एक महीने बाद अमेरिकी बाजार से बोरिया-बिस्तर बांधना होगा।
TikTok ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से लागू किए गए कानून को अस्थायी रूप से रोकने की मांग की है।
NDTV के अनुसार, टिकटॉक ने सुप्रीम कोर्ट से मामले में 6 जनवरी तक निर्णय लेने के लिए कहा है। दरअसल, अप्रैल में राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा हस्ताक्षरित एक विधेयक को कानून में बदल दिया गया था। इस कानून के तहत चीन के ByteDance (टिकटॉक मालिक) को 19 जनवरी को अमेरिका में बैन का सामना करना होगा।
TikTok के पास इस कानून के चलते अमेरिका में इस वक्त एक ही विकल्प है। वह यह कि कंपनी स्वयं को किसी अमेरिकी कंपनी को बेच दे। अगर वो ऐसा नहीं करती है तो उसे अमेरिकी मार्केट से जाना होगा। अमेरिका में टिकटॉक के 170 मिलियन (लगभग 17 करोड़) यूजर्स हैं।
अप्रैल में जो बाइडन ने जो कानून पारित किया था उसके अनुसार कंपनी को US ऐप स्टोर से ब्लॉक कर दिया जाएगा, और इसके साथ ही वेब होस्टिंग सर्विसेज से भी हटा दिया जाएगा। टिकटॉक ने दायर याचिका में दावा किया है कि उसके अमेरिका में 170 मिलियन से अधिक मासिक अमेरिकी यूजर हैं। याचिका में कंपनी ने कहा है कि कांग्रेस ने अबतक का सबसे बड़ा और अभूतपूर्व स्पीच रेस्ट्रिक्शन (वाणी प्रतिबंध) लगाया है। TikTok ने कहा कि यदि यह कानून लागू हो जाता है तो यह राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले अमेरिका के सबसे पॉपुलर स्पीच प्लेटफार्म्स में से एक को बंद कर देगा।
इससे पहले ByteDance में छंटनी की खबर भी आई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, मलेशिया में ByteDance के 700 से अधिक वर्कर्स को हटाया जा रहा है। हालांकि, बाद में ByteDance ने स्पष्ट किया कि इसमें 500 से कम वर्कर्स पर असर पड़ेगा। ByteDance के पास कई देशों के 200 से अधिक शहरों में 1.10 लाख से अधिक वर्कर्स हैं। कुछ समय पहले Donald Trump ने कहा था कि शॉर्ट वीडियो ऐप TikTok से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।