दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla के स्टॉक पर भी कोरोना के वेरिएंट Omicron के कारण बिकवाली होने से गिरावट आई है। Elon Musk की इस कंपनी का स्टॉक अभी तक के हाई लेवल से लगभग 10 प्रतिशत गिरकर कारोबार कर रहा है। हालांकि, इसके बावजूद इस स्टॉक का प्राइस पिछले वर्ष की तुलना में 58 प्रतिशत अधिक है और इस वर्ष अभी तक यह लगभग 40 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी की सेल्स की तुलना में स्टॉक का प्राइस 24 गुना अधिक है।
Elon Musk ने स्टॉक प्राइस में तेजी का फायदा भी उठाया है और अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया है। स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स भी इसमें कुछ प्रॉफिट बुकिंग कर सकते हैं। Tesla के स्टॉक का लॉन्ग-टर्म चार्ट देखने पर हाल के दिनों में आई गिरावट बहुत कम लग रही है। Nasdaq की
रिपोर्ट के अनुसार, अगर Omicron से मार्केट में गिरावट जारी रहती है तो Tesla के स्टॉक का प्राइस तेजी से नीचे आ सकता है। इस स्टॉक का प्राइस-टु-सेल्स मल्टीपल बहुत अधिक होने और आईफोन बनाने वाली Apple की कार के अगले कुछ वर्षों में लॉन्च होने की संभावना से भी Tesla के स्टॉक पर प्रेशर पड़ेगा।
यह स्टॉक पिछले कुछ महीनों में काफी चढ़ा है और कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1 लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया है। Tesla की कारें अभी EV सेगमेंट में टॉप पर हैं और यह मार्केट तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, इसमें नई कंपनियों के आने से Tesla के लिए कॉम्पिटिशन भी बढ़ेगा। इलेक्ट्रिक ट्रक में Rivian की ओर से कड़ी टक्कर मिल सकती है। अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी कारों के इलेक्ट्रिक वेरिएंट लॉन्च कर रही हैं। आगामी वर्षों में इलेक्ट्रिक कारों के मार्केट में रेंज और
Tesla के लिए चुनौतियां भी बढ़ेंगी। चीन की NIO जैसी EV कंपनियां भी इस मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि, Tesla की कारों को पसंद करने वालों की बड़ी संख्या है और कंपनी के नए मॉडल्स लॉन्च करने से इसकी सेल्स भी मजबूत होगी।
Apple ने अगले चार वर्षों में सेल्फ-ड्राइविंग कार लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। इससे Tesla को कड़ी चुनौती मिल सकती है। Apple के स्टॉक में भी कंपनी की कार लॉन्च करने की योजना से तेजी आई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इन सब कारणों के मद्देनजर इनवेस्टर्स को Tesla के स्टॉक में संभलकर इनवेस्ट करना चाहिए।