मंदी की मार दुनियाभर में लोगों को बेरोजगार बना रही है। 2023 के शुरू होने से लेकर अब तक विश्वभर की बड़ी टेक कंपनियों में से लाखों लोगों को निकाला जा चुका है। अब टेलीकॉम कंपनी BT ग्रुप भी कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। यूके आधारित कंपनी ने छोटी मोटी संख्या में नहीं, बल्कि 55 हजार तक कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है। इनमें से कुछ कर्मचारियों की जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से भी काम लिया जाएगा।
UK की टेलीकॉम फर्म BT Group ने कहा है कि वह अपने वर्कफोर्स में से 55 हजार लोगों को कम करेगी। कंपनी को यूके की सबसे बड़ी नेटवर्क ऑपरेटर के रूप में जाना जाता है। हालांकि ये छंटनी एक ही समय पर न करके लगभग एक दशक के भीतर धीरे धीरे की जाएगी।
Reuters के अनुसार, इसके लिए 2030 तक का टारगेट रखा गया है। फर्म ने हाल ही में यूके के अंदर अपना फाइबर ऑप्टिक रोल आउट पूरा किया है। यह नेटवर्क को तांबे से हटाकर पूरी तरह से फाइबर में बदल रही है। कहा गया है कि एक बार सब जगह नेटवर्क पूरा होने के बाद कंपनी को इतने ज्यादा स्टाफ की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। क्योंकि फिर न तो नेटवर्क बनाने की जरूरत होगी और न ही उसे बहुत ज्यादा मेंटेन करने की।
फाइबर रोल आउट पूरा होने के बाद कंपनी अपनी 3G सर्विसेज भी बंद कर देगी। वर्तमान में कंपनी में 1 लाख 30 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। छंटनी लागू होने के बाद यह 75 हजार से लेकर 90 हजार तक कर्मचारियों को वर्कफोर्स में से हटाने की बात कह रही है। जो कि मार्च 2030 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस तरह से यह 40% वर्कफोर्स को कम कर देगी। यूके में इसके 80 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं। यहीं पर सबसे ज्यादा छंटनी भी की जाएगी। विदेशों में कंपनी के लिए 20 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं।
कंपनी के सीईओ फिलिप जेंसन के मुताबिक, नया बीटी ग्रुप साइज में पहले से कहीं ज्यादा छोटा होगा और इसका भविष्य कहीं ज्यादा उज्जवल होगा। कंपनी ने
AI को भी शामिल करने वाली है जिसके बाद नेटवर्क को मेंटेन करना बहुत आसान हो जाएगा। AI अब कंपनियों में मानव की जगह लेना शुरू कर चुका है। कई कंपनियों ने इस संबंध में घोषणा भी कर दी है कि जहां AI से काम हो सकता है, वहां लोगों को रखने की जरूरत को खत्म किया जाएगा। हाल ही में टेक कंपनी
IBM ने आने वाले सालों में नए कर्मचारियों की भर्ती को रोकने की बात कही थी। कंपनी का कहना है कि नए कर्मियों की भर्ती की बजाए वह AI का इस्तेमाल करेगी। कंपनी AI के विकास पर फोकस करेगी और आने वाले कुछ सालों में AI इसके 30% कर्मचारियों की जगह ले लेगा।