बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors की कॉम्पैक्ट SUV Nexon की मैन्युफैक्चरिंग छह लाख यूनिट्स की हो गई है। यह इस सेगमेंट में सबसे लोकप्रिय SUV में से एक है। पिछले वर्ष कंपनी ने इसका इलेक्ट्रिक वर्जन भी लॉन्च किया था। इसका मुकाबला Maruti Suzuki की Brezza, Mahindra की XUV300, Nissan की Magnite, Kia की Sonet और Hyundai की Venue से होता है।
इसका प्राइस 8.10 लाख रुपये से 15.50 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है। यह चार वेरिएंट्स - Smart, Pure, Creative और Fearless में उपलब्ध है। इसमें 1.2 लीटर टर्बो पेट्रोल और 1.5 लीटर डीजल इंजन के विकल्प हैं। इसका पेट्रोल इंजन 118 bhp और 170 Nm का पीक टॉर्क देता है। इसके पेट्रोल इंजन के साथ 5 स्पीड, 6 स्पीड मैनुअल, 6 स्पीड AMT और 7 स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन (DCT) के विकल्प हैं। इसका डीजल इंजन 113 bhp और 260 Nm का पीक टॉर्क देता है। यह 6 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 6 स्पीड AMT के साथ उपलब्ध है।
इसके इलेक्ट्रिक वर्जन का प्राइस 14.74 लाख रुपये से 19.94 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच है। यह तीन वेरिएंट्स - Creative, Fearless और Empowered में उपलब्ध है। यह दो बैटरी पैक में है। इसके 30 kWh के बैटरी पैक वाले वेरिएंट की रेंज लगभग 325 किलोमीटर की है। इसका 40.5 kWh वाला वेरिएंट लगभग 465 किलोमीटर की रेंज दे सकता है। हाल ही में
टाटा मोटर्स ने केंद्र सरकार से हाइब्रिड कारों पर टैक्स में छूट नहीं देने का निवेदन किया था। हाइब्रिड कारों के सेगमेंट की प्रमुख
कंपनी Toyota ने हाइब्रिड व्हीकल्स पर टैक्स में कटौती की मांग की थी। टाटा मोटर्स की मौजूदगी इंटरनल कम्बश्चन इंजन (ICE) और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) दोनों सेगमेंट में है।
Reuters की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि टाटा मोटर्स का कहना है कि हाइब्रिड कारों पर टैक्स नहीं घटाना चाहिए क्योंकि ये EV की तुलना में अधिक पॉल्यूशन फैलाती हैं। पेट्रोल इंजन और एक इलेक्ट्रिक मोटर के साथ इलेक्ट्रिक बैटरी पैक का इस्तेमाल करने वाली हाइब्रिड कारों पर देश में 43 प्रतिशत का टैक्स है। इसकी तुलना में पेट्रोल इंजन वाली कारों पर 48 प्रतिशत का टैक्स लगता है। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के तहत EV पर पांच प्रतिशत का टैक्स है।