अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी Intel ने अपनी वर्कफोस्स को 20 प्रतिशत से अधिक घटाने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य ब्यूरोक्रेसी को समाप्त करना और मैनेजमेंट को संतुलित बनाना है। पिछले महीने इंटेल के नए चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, Bu Tan के कार्यभार संभालने के बाद से यह पहली बड़ी रिस्ट्रक्चरिंग होगी।
Bloomberg News की
रिपोर्ट में कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि इंटेल का टारगेट इंजीनियरिंग पर फोकस करने वाला कल्चर दोबारा बनाने का है। पिछले वर्ष भी कंपनी ने लगभग 15,000 वर्कर्स की छंटनी करने की जानकारी दी थी। इंटेल के वर्कर्स की कुल संख्या लगभग 1,08,000 की है। पिछले 12 महीनों में कंपनी के शेयर में लगभग 43 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इंटेल का शेयर मंगलवार को लगभग 19.50 डॉलर पर बंद हुआ था। पिछले कुछ वर्षों में सेमीकंडक्टर्स के मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी में Nvidia जैसे राइवल्स ने सेंध लगाई है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सेगमेंट में भी यह पिछड़ रही है। पिछले तीन वर्षों में कंपनी की सेल्स में गिरावट हुई है। Cadence Design Systems में कई वर्ष बिताने वाले Tan ने इंटेल के ऐसे एसेट्स को अलग करने की योजना बनाई है जो उनके विजन के अनुसार नहीं हैं। पिछले सप्ताह
कंपनी ने अपनी प्रोग्रामेबल चिप्स यूनिट Altera में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी Silver Lake Management को बेचने की जानकारी दी थी।
हाल ही में एक कॉन्फ्रेंस में Tan ने कहा था कि इंटेल को अपनी बैलेंस शीट में सुधार करने और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को बेहतर बनाने की जरूरत है। कंपनी के मौजूदा वित्त की पहली तिमाही के रिजल्ट की गुरुवार को घोषणा की जाएगी। हालांकि, एनालिस्ट्स का मानना है कि कंपनी के लिए रेवेन्यू में कमी का सबसे बुरा दौर बीत गया है। लगभग दो वर्ष पहले इंटेल ने CEO सहित मैनेजमेंट और सीनियर स्टाफ की सैलरी में कटौती की थी। कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट में कमी होने की वजह से यह फैसला किया गया था। कंपनी के मिड-लेवल के वर्कर्स के लिए बेस पे में लगभग पांच प्रतिशत और तत्कालीन चीफ एग्जिक्यूटिव Pat Gelsinger के लिए 25 प्रतिशत तक कटौती की गई थी। इसके अलावा कंपनी की एग्जिक्यूटिव लीडरशिप टीम की सैलरी में 15 प्रतिशत की कटौती हुई थी।