Railyatri के 7 लाख से भी ज्यादा यूज़र्स का डेटा खतरे में होने का दावा

असुरक्षित सर्वर पर स्टोर डेटा में यूज़र्स के पूरे नाम, फोन नंबर, घर का पता, ई-मेल आई, टिकट बुकिंग डिटेल्स और यहां तक कि क्रेडिट व डेबिट कार्ड्स नंबर आदि शामिल थे। इस खामी की जानकारी सबसे पहले साइबर-सिक्योरिटी रीसर्चर टीम ने 10 अगस्त को दी।

Railyatri के 7 लाख से भी ज्यादा यूज़र्स का डेटा खतरे में होने का दावा

सर्वर पर 43 जीबी डेटा एक्सेसबल था

ख़ास बातें
  • RailYatri पर कथित रूप से लाखों यात्रियों का निजी डेटा खतरे में पहुंचा
  • साइबर-सिक्योरिटी फर्म Safety Detectives ने सबसे पहले दी इस खामी की जानकार
  • 12 अगस्त को Meow bot ने लगभग पूरे सर्वर के डेटा को डिलीट कर दिया है
विज्ञापन
Railyatri भारतीय टिकट प्लेटफॉर्म ने कथित रूप से अपर्याप्त सुरक्षा के कारण लाखों यूज़र्स की पेमेंट जानकारी व पर्सनल डेटा खतरे में डाल दिया है। सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, रेलयात्री ने यूज़र्स का डेटा एक असुरक्षित सर्वर पर सेव करके रखा था, जहां पर से कोई भी आसानी से 7 लाख यूज़र्स के निजी डेटा का एक्सेस कर सकता था। सार्वजनिक डेटा में यूज़र्स के पूरे नाम, फोन नंबर, घर का पता, ई-मेल आई, टिकट बुकिंग डिटेल्स और यहां तक कि क्रेडिट व डेबिट कार्ड्स नंबर आदि शामिल थे। इस खामी को सबसे पहले साइबर-सिक्योरिटी रीसर्चर की टीम ने 10 अगस्त को उजागर किया था।

The Next Web की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर-सिक्योरिटी फर्म Safety Detectives की रीसर्चर की टीम ने 10 अगस्त को सबसे पहले Elasticsearch server को स्पॉट किया। टीम ने पाया कि प्रभावित सर्वर बिना किसी एन्क्रिप्शन व पासवर्ड प्रोटेक्शन के कई दिनों तक एक्सेसबल था। सेफ्टी डिटेक्टिव ने अपने ब्लॉग में बताया कि कोई भी सर्वर के आईपी एड्रेस के साथ इस पूरे डेटाबेस को एक्सेस कर सकता है।

ब्लॉग में यह भी जानकारी दी कि सर्वर पर 43 जीबी डेटा उपलब्ध है, जिसमें ज्यादातर यूज़र्स भारतीय हैं। फर्म ने अंदाज़ा लगाया कि 7 लाख से अधिक लोग प्लेटफॉर्म की इस खामी से प्रभावित हो सकते हैं।

इस संबंध में कंपनी के प्रवक्ता ने दावा किया कि वह "वित्तीय और अन्य संवेदनशील डेटा" को स्टोर नहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि वह क्रेडिट कार्ड डिटेल्स को सर्वर पर स्टोर नहीं करते हैं। इसके अलावा प्रवक्ता ने यह भी जानकारी दी कि रेलयात्री सर्वर पर केवल एक दिन का ही डेटा स्टोर किया जाता है, 24 घंटे से पुराना डेटा ऑटोमैटिक रूप से डिलिट हो जाता है। ऐसे में उन्होंने 7 लाख से ज्यादा लोगों के डेटा लीक की जानकारी को गलत ठहराया है।

ब्लॉग पोस्ट में सेफ्टी डिटेक्टिव ने जानकारी दी कि 12 अगस्त को Meow bot ने लगभग पूरे सर्वर के डेटा को डिलिट कर दिया है। Meow bot नए तरह का साइबर-अटैक है, जो कि Elasticsearch, Redis या फिर MongoDB servers सर्वर पर चल रहे असुरक्षित डेटाबेस को डिलिट कर देता है।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , RailYatri Data Breach, RailYatri Data, RailYatri
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. Samsung ने 8GB के RAM के साथ लॉन्च किया Galaxy F15 5G, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  2. Prime Gaming: Amazon दे रहा है Fallout 76 गेम को फ्री में खेलने का मौका, ऐसे करें डाउनलोड
  3. itel S24, itel T11 Pro जल्द होंगे भारत में लॉन्च, जानें सबकुछ
  4. Xiaomi ने लॉन्च किया मोबाइल से कंट्रोल होने वाला स्मार्ट वाटर हीटर, इसमें एंटीबैक्टीरियल टेक्नोलॉजी भी मिलती है
  5. टाटा मोटर्स की तमिलनाडु की फैक्टरी में बनेंगी JLR की लग्जरी कारें!
  6. Elon Musk के विजिट से पहले भारत की नई EV पॉलिसी पर मीटिंग में शामिल हुई Tesla  
  7. चीन ने WhatsApp और Threads को Apple App Store से हटाया, जानें कारण
  8. 6000mAh की बड़ी बैटरी, 44W चार्जिंग वाला Vivo Y200i 5G कल होगा लॉन्च, जानें प्राइस, फीचर्स सबकुछ
  9. सुजुकी मोटरसाइकिल ने भारत में की 80 लाख टू-व्हीलर्स की मैन्युफैक्चरिंग
  10. Honor X9b 5G पर बंपर छूट, Rs 18,999 में खरीदें! Amazon पर ऐसे मिलेगी डील
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »