Paytm को 611 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन पर मिला ED का नोटिस, कंपनी ने कहा...

Paytm के मुताबिक, कुल 611 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं में OCL के 245 करोड़ रुपये, LIPL के 345 करोड़ रुपये और NIPL के 21 करोड़ रुपये शामिल हैं।

Paytm को 611 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन पर मिला ED का नोटिस, कंपनी ने कहा...

Photo Credit: Paytm

ख़ास बातें
  • डायरेक्टरेट ऑफ एनफोर्समेंट (ED) ने Paytm को कारण बताओ नोटिस भेजा
  • विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) नियमों के उल्लंघन को लेकर है नोटिस
  • इसमें कुल 611 करोड़ रुपये के लेन-देन पर सवाल उठाए गए हैं
विज्ञापन
डायरेक्टरेट ऑफ एनफोर्समेंट (ED) ने Paytm की मालिक कंपनी One97 Communications को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर नोटिस भेजा है। यह मामला कंपनी और उसकी दो सहायक कंपनियों - Little Internet और Nearbuy से जुड़े कुछ इन्वेस्टमेंट ट्रांजैक्शंस से जुड़ा है। Paytm ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि यह कथित उल्लंघन उस समय का है जब ये दोनों कंपनियां उसकी सहायक कंपनियां नहीं थीं। कंपनी ने बताया कि नोटिस 28 फरवरी 2025 को मिला और इसमें कुल 611 करोड़ रुपये के लेन-देन पर सवाल उठाए गए हैं। हालांकि, इस नोटिस में किसी आर्थिक प्रभाव का जिक्र नहीं किया गया है।

पीटीआई की रिपोर्ट (via एनडीटीवी) के मुताबिक, One97 Communications (OCL) ने बीएसई को दी गई जानकारी में कहा, "हमें 28 फरवरी 2025 को ED से एक शो-कॉज नोटिस मिला है, जिसमें 2015 से 2019 के बीच FEMA नियमों के कथित उल्लंघन का जिक्र किया गया है। यह उल्लंघन हमारी दो सहायक कंपनियों - Little Internet और Nearbuy India (पहले Groupon) की खरीद से संबंधित है।"

Paytm के मुताबिक, कुल 611 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं में OCL के 245 करोड़ रुपये, LIPL के 345 करोड़ रुपये और NIPL के 21 करोड़ रुपये शामिल हैं। Paytm ने बताया कि कुछ कथित उल्लंघन उन दो कंपनियों से जुड़े हैं, जिन्हें 2017 में अधिग्रहण किया गया था और उस समय वे उसकी सहायक कंपनियां नहीं थीं।

One97 ने भरोसा दिलाया कि यह मामला ग्राहकों और व्यापारियों की सेवाओं पर कोई असर नहीं डालेगा। अपने बयान में कंपनी ने कहा, "हम अपनी सभी सेवाओं को सुरक्षित और पूरी तरह ऑपरेशनल बनाए रखेंगे।" साथ ही, Paytm ने यह भी बताया कि वह इस मामले को कानून और रेगुलेटरी प्रोसेस के तहत सुलझाने के लिए जरूरी कानूनी सलाह ले रही है और उचित कदम उठा रही है।

गौरतलब है कि Nearbuy की शुरुआत Groupon India के रूप में हुई थी, जिसे 2011 में अंकुर वारिकू ने लॉन्च किया था। बाद में, 2015 में वारिकू और उनकी कोर मैनेजमेंट टीम ने Groupon India का बिजनेस खरीद लिया और इसे एक स्वतंत्र यूनिट बना दिया। 2017 में, Paytm ने Nearbuy और Little Internet का अधिग्रहण कर लिया था।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Paytm, One97 Communications, Paytm Notice
नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
Turbo Read

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo S50 Pro Mini के जल्द लॉन्च की तैयारी, Geekbench पर हुई लिस्टिंग
  2. Redmi 15C 5G में होगी 6,000mAh की बैटरी, 3 कलर ऑप्शंस, इस सप्ताह होगा भारत में लॉन्च
  3. Xiaomi 17 Ultra में मिल सकती है Leica ट्यून्ड रियर कैमरा यूनिट 
  4. मजे-मजे में घर पर बनाया ब्लूटूथ वाला लैंडलाइन फोन, 3 दिन में कमा लिए Rs 1 करोड़
  5. अब सेल चार्ज होंगे सीधे Type-C केबल से, Portronics की नई सेल बैटरी भारत में लॉन्च, जानें कीमत
  6. जल्द भारत के हर स्मार्टफोन में होगा ये स्पेशल सरकारी ऐप, डिलीट भी नहीं कर पाएंगे यूजर्स!
  7. Bitcoin का प्राइस 86,000 डॉलर से नीचे, बिकवाली का बड़ा असर
  8. iPhone Fold के लीक में कीमत से लेकर बैटरी, डिस्प्ले का हुआ खुलासा, जानें सबकुछ
  9. Xiaomi फैक्ट्रियों में अगले 5 सालों में ह्यूमनॉइड रोबोट करेंगे काम, जानें कैसे
  10. Vivo X300 Ultra में मिल सकती है 7,000mAh की बैटरी
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »