Nissan में 9 हजार कर्मचारियों की छंटनी के बाद धड़ाम से गिरे शेयर!

Nissan Motor के छंटनी करते ही शयरों में एकदम से 6 प्रतिशत की गिरावट आ गई।

Nissan में 9 हजार कर्मचारियों की छंटनी के बाद धड़ाम से गिरे शेयर!

Nissan Motor के छंटनी करते ही शयरों में एकदम से 6 प्रतिशत की गिरावट आ गई।

ख़ास बातें
  • BYD जैसे प्लेयर्स कंपनी को ग्लोबल लेवल पर टक्कर दे रहे हैं।
  • सेल्स में घाटा और फैक्ट्री में हो रही ऊंची लागत के कारण नुकसान।
  • 2018 के बाद से कंपनी नुकसान में है।
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Nissan Motor के छंटनी करते ही शयरों में एकदम से गिरावट दर्ज की है। छंटनी की घोषणा के एक दिन बाद ही कंपनी के शेयरों में 6 प्रतिशत की गिरावट आ गई। जापान की ऑटोमेकर ने हाल ही में 9 हजार कर्माचिरियों की छंटनी की घोषणा की थी। साथ ही कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता को भी घटाने का ऐलान किया था। कंपनी ने सेल्स में चल रहे घाटे और फैक्ट्री में हो रही ऊंची लागत के चलते यह कदम उठाने की बात कही जिसके बाद इसके शेयरों में गिरावट आ गई। 

जापान की ऑटोमेकर कंपनी Nissan को छंटनी की घोषणा के बाद शेयरों में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। ग्लोबल लेवल पर कंपनी ने छंटनी की घोषणा की थी। वर्कफोर्स में से 9 हजार लोगों को निकाले जाने की बात कंपनी ने कही थी जिसके बाद इसके शेयरों में 6 प्रतिशत की गिरावट आ गई। CNN की रिपोर्ट के अनुसार चीन और अमेरिका में इसे सेल्स में भारी घाटा झेलना पड़ रहा है। निस्सान के अलावा कई अन्य ग्लोबल ऑटोमेकर घाटे का सामना कर रहे हैं। 

खासकर चीन में कंपनियों को यह घाटा हो रहा है क्योंकि यहां पर BYD और अन्य घरेलू कंपनियों इन ग्लोबल प्लेयर्स को कड़ी टक्कर दे रही हैं। वजह है कि बीवाईडी और अन्य चीनी कंपनियों अफॉर्डेबल प्राइस में इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में उपलब्ध करवा रही हैं। इसके अलावा ये कंपनियां गैसोलीन-इलेक्ट्रिक हाईब्रिड व्हीकल भी बना रही हैं जिनमें एडवांस्ड सॉफ्टवेयर एक्सपीरियंस भी देखने को मिल रहा है। इसी तरह अमेरिका में भी हाईब्रिड व्हीकलों की काफी डिमांड है। लेकिन निस्सान उसके हिसाब से हाईब्रिड व्हीकल्स की मेन्युफैक्चरिंग नहीं कर पा रही है।

कंपनी के सीइओ Makoto Uchida के अनुसार, कंपनी को यह अनुमान नहीं था कि हाईब्रिड व्हीकल अमेरिका में कम समय में इतने पॉपुलर हो जाएंगे। साथ ही कोर मॉडल्स के संशोधित वर्जन की मांग उम्मीद के मुताबिक मजबूत नहीं मिली। कंपनी फिर से अपने बिजनेस को एक धक्का देने की कोशिश कर रही है। 2018 में पूर्व अध्यक्ष कार्लोस घोस्न को हटाने और Renault के साथ अपनी साझेदारी को कम करने के बाद कंपनी अभी तक पूरी तरह से उबर नहीं पाई है। 
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हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

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