पेमेंट सर्विसेज कंपनी Jio Payments ने मर्चेंट पेमेंट्स सॉल्यूशन सेगमेंट में उतरने की योजना बनाई है। बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल Reliance Jio की इस पेमेंट गेटवे और सॉल्यूशन यूनिट ने मर्चेंट्स के लिए साउंडबॉक्स लाने की तैयारी की है। यह Paytm, PhonePe और BharatPe के डिवाइसेज के समान होगा। जियो पेमेंट्स ने इसका ट्रायल शुरू कर दिया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,
जियो पेमेंट्स ने अपने पेमेंट सॉल्यूशंस का दायरा बढ़ाने के लिए साउंडबॉक्स सेगमेंट में उतरने की योजना बनाई है। इसके पास पेमेंट गेटवे, प्वाइंट-ऑफ-सेल डिवाइसेज के साथ ही एक यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्लेटफॉर्म और एक बिलिंग प्लेटफॉर्म मौजूद हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी ने इसके टियर 2 शहरों और जयपुर, इंदौर और लखनऊ जैसे शहरों में ट्रायल किए हैं। इस डिवाइस को टियर 1 और मेट्रो शहरों में जियो के रिटेल आउटलेट्स पर लगाया जा रहा है। इसमें एक स्पीकर होगा और यह सफल पेमेंट्स के लिए ऑडियो अलर्ट भेजेगा।
इस साउंडबॉक्स पर मर्चेंट के QR कोड के साथ यह प्वाइंट-ऑफ-सेल यूनिट के तौर पर भी कार्य कर सकेगा। इस वर्ष के अंत तक जियो साउंडबॉक्स को लॉन्च किया जा सकता है। इसके लिए मर्चेंट्स को एक फीस के अलावा मासिक सब्सक्रिप्शन चार्ज भी देना पड़ सकता है।
पेटीएम साउंडबॉक्स के लिए एक रुपये का प्राइस और 125 रुपये का मासिक चार्ज देना होता है।
Paytm की बैंकिंग यूनिट को कम्प्लायंस के उल्लंघनों के कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कामकाज बंद करने का आदेश दिया था। इससे फिनटेक इंडस्ट्री की आशंकाएं बढ़ गई थी। हाल ही में इस इंडस्ट्री को लेकर RBI की ओर से आश्वासन दिया गया था। RBI के गवर्नर, Shaktikanta Das ने कहा था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) पर की गई कार्रवाई एक रेगुलेटेड एंटिटी के खिलाफ थी। उन्होंने बताया, "यह कार्रवाई एक रेगुलेटेड एंटिटी के खिलाफ की गई थी। यह किसी फिनटेक कंपनी के खिलाफ नहीं थी। मुझे यह समझ नहीं आता कि यह क्यों माना जा रहा है कि RBI ने एक फिनटेक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले में कार्रवाई पेमेंट्स बैंक के खिलाफ थी।" एक बिजनेस न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि PPBL के कस्टमर्स को अपने एकाउंट और वॉलेट को अन्य बैंकों में शिफ्ट करने के लिए 15 मार्च की पर्याप्त समयसीमा मिली है।