आज भौतिक विज्ञानी और जर्मन संगीतकार ऑस्कर साला (Oskar Sala) का 112 वां जन्मदिवस है। टेक दिग्गज गूगल (Google) सोमवार को अपने डूडल के साथ भौतिक विज्ञानी और इनोवेटिव इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक कंपोजर ऑस्कर साला के 112 वीं जनदिवस सेलिब्रेट कर रहा है। साला ने मिक्सचर-ट्रौटोनियम नाम के एक म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट पर साउंड इफेक्टर पैदा करके टेलीविजन, रेडियो और फिल्म की दुनिया को इलेक्ट्रिफाइड किया।
साला का जन्म 18 जुलाई, 1910 को जर्मनी के ग्रीज में हुआ था। इलेक्ट्रॉनिक संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई थी। उनकी मां एक गायिका थीं और उनके पिता एक ऑप्थामॉलोजिस्ट थे जो प्रतिभा भी जानते थे। वेबसाइट के मुताबिक, साला ने 14 साल की उम्र में वायलिन और पियानो जैसे इंस्ट्रूमेंट के लिए रचनाएं और गाने बनाना शुरू कर दिया था। ट्रौटोनियम को पहली बार सुनने के बाद वह इसकी धुन और डिवाइस के फीचर्स को पसंद करने लगे थे। उनके लोकप्रिय कार्यों में रोजमेरी (1959) और द बर्ड्स (1962) फिल्म भी शामिल हैं, जिनसे उनकी खूब ख्याति हुई थी।
Google वेबसाइट के मुताबिक " साला के जीवन का उद्देश्य ट्रौटोनियम में महारत हासिल करना और इसे और विकसित करना बन गया, जिसने स्कूल में भौतिकी और रचना में उनकी स्टडी को प्रेरित किया।" इसके चलते साला को मिक्स्चर-ट्रौटोनियम नामक अपना डिवाइस बनाने के लिए प्रेरित किया। मिक्स्चर-ट्रौटोनियम की वास्तुकला इतनी अलग है कि यह एक साथ कई ध्वनियों या आवाजों को निकाल सकता था। एक संगीतकार और एक इलेक्ट्रो-इंजीनियर के तौर पर अपने एजुकेशनल बैकग्राउंड के साथ उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक बनाया जिसने उनके स्टाइल को दूसरों से अलग किया।
साला को उनके काम के लिए कई पुरस्कार मिले। 1995 में उन्होंने अपने असली मिक्स्चर-ट्रौटोनियम को जर्मन म्यूजियम फॉर कंटेंपरेरी टेक्नोलॉजी को दान कर दिया। "साला ने क्वार्टेट-ट्रौटोनियम, कॉन्सर्ट ट्रौटोनियम और वोल्क्स्ट्राटोनियम भी बनाया। इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक में उनके प्रयासों ने सबहार्मोनिक्स के क्षेत्र को खोल दिया। अपने समर्पण और रचनात्मक ऊर्जा के साथ वह वन-मैन ऑर्केस्ट्रा बन गए।
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