Flipkart, Amazon जैसी ई-कॉमर्स साइट्स से देश में करोडों लोग सामान ऑनलाइन खरीदते हैं। कई बार इन साइट्स के साथ कस्टमर को कई तरह की परेशानियों से भी जूझना पड़ता है, जब कोई गलत प्रोडक्ट कस्टमर के पास पहुंच जाता है। या फिर खराब प्रोडक्ट्स की भी शिकायत कई बार ग्राहकों की ओर से सुनने को मिलती है। एक ई-कॉमर्स साइट से फोन मंगवाने पर एक महिला को कुछ ऐसा ही अनुभव मिला जिसके बाद ई-कॉमर्स साइट को जुर्माना भरना पड़ गया।
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Flipkart को एक फोन लेट डिलीवर करना काफी महंगा पड़ गया। कंपनी ने समय पर फोन कस्टमर को नहीं पहुंचाया जिसके बदले में उसे फोन की कीमत का लगभग 4 गुना जुर्माना ग्राहक को देना पड़ गया। बेंगलुरू में एक महिला ने ये फोन फ्लिपकार्ट से ऑर्डर किया था जिसकी कीमत 12,499 रुपये थी। IANS की
रिपोर्ट के मुताबिक समय पर ई-कॉमर्स फर्म ने यह फोन कस्टमर को नहीं पहुंचाया जिसके बाद महिला ने इसके खिलाफ कंज्यूमर कोर्ट का रुख किया। उसके बाद कंपनी को जुर्माना भरने का आदेश सुनाया गया।
फोन ऑर्डर करने के बाद महिला को फोन नहीं मिला। उसके बारे में महिला ने कई बार
ई-कॉमर्स साइट से संपर्क भी किया लेकिन उनकी समस्या हल नहीं हुई। फिर जब फोन उसके पास नहीं पहुंच पाया तो महिला ने इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। बेंगलुरू उपभोक्ता कोर्ट ने इसकी सुनवाई की और कंपनी को आदेश दिया गया कि कस्टमर को 42 हजार रुपये जुर्माने के तौर पर दिए जाएं। जबकि फोन केवल 12,499 रुपये की कीमत का था।
इस आदेश में कहा गया कि महिला को फोन पहुंचाया जाए, जिसकी कीमत 12,499 रुपये है। साथ ही 12% ब्याज भी कंपनी दे। 20 हजार रुपये का फाइन और 10 हजार रुपये कानूनी कार्रवाई के खर्चे के रूप में महिला को दिए जाएं। इस तरह से कुल 42,500 रुपये के लगभग का जुर्माना कंपनी पर लगाया गया। कोर्ट ने ये भी कहा कि कंपनी ने अपनी सर्विसेज में लापरवाही दिखाई है। फोन समय पर न पहुंचाए जाने के कारण ग्राहक को मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ा है। जबकि फोन डिलीवर हुए बिना भी महिला इसकी किश्तों को चुकाती रही। इसलिए इस सबकी भरपाई का जिम्मा कंपनी का बनता है।