SpaceX के संस्थापक Elon Musk ने कहा है कि उनके Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए 500,000 से ज्यादा प्रीऑर्डर आ चुके हैं। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस मांग को पूरी करने के लिए उन्हें किसी भी तरह की कोई तकनीकी समस्या नहीं है।
मस्क ने ट्विट के जरिए CNBC रिपोर्टर द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, "शहरी क्षेत्रों में यूजर्स के उच्च घनत्व की ही केवल एक बाधा हो सकती है।" दरअसल रिपोर्टर की पोस्ट में कहा गया था कि SpaceX ने जमा राशि के रूप में $99 (लगभग 7,300 रुपये) लिये जो कि पूरी तरह से रिफंडेबल थे मगर मगर सर्विस की गारंटी नहीं दी गई थी।
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मस्क ने कहा, "चुनौती तब आती है जब हम कई मिलियन यूजर्स की रेंज में प्रवेश करते हैं।" SpaceX ने Starlink की सर्विस लॉन्च के लिए कोई तिथि अभी तय नहीं की है। मगर कमर्शिअल सर्विस अभी नहीं दी जाएगी जैसा कि पहले प्लान किया गया था। आखिर तक कंपनी कुल 12000 सैटेलाइट लगाने की योजना बना रही है। कंपनी का कहना है कि Starlink के लिए इसकी कीमत लगभग 10 बिलियन डॉलर (लगभग 73,840 करोड़ रुपये) तक जाएगी।
बाहरी अंतरिक्ष में रॉकेट बनाकर भेजना एक पूंजी प्रधान बिजनेस है। मगर दुनिया के दो सबसे धनी व्यक्तियों, अमेजॉन के संस्थापक Jeff Bezos और Musk (जो कि ऑटोमेकर टेसला के चीफ भी हैं) ने इस मार्केट में राह बनाने के लिए कई साल के भीतर बिलियन डॉलर का निवेश कर दिया है।
Musk औप Bezos सार्वजनिक रूप से सैटेलाइट प्लान्स के लिए एक दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे हैं। यूएस फेडरेल कम्यूनिकेशन्स कमिशन (FCC) ने पिछले महीने कुछ शर्तों के साथ योजना की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धरती के निचले ऑर्बिट में कुछ स्टारलिंक सैटेलाइट लगाने की मंजूरी दी थी। मगर कंपनी के प्लान के मुताबिक ये ये इससे ऊपर लगाए जाने थे। SpaceX भी ने भी यह स्वीकार करते हुए शर्त को मान लिया था कि उनके सैटेलाइट Amazon के Kuiper Systems सैटेलाइट प्रोजेक्ट में दखलअंदाजी कर सकते हैं।