• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • वेदर बैलून की जगह लेंगे ड्रोन, मात्र 40 मिनट में एकत्रित होगा डाटा और ज्यादा सटीक होगी मौसम की भविष्यवाणी

वेदर बैलून की जगह लेंगे ड्रोन, मात्र 40 मिनट में एकत्रित होगा डाटा और ज्यादा सटीक होगी मौसम की भविष्यवाणी

इन वेदर बैलून के जरिए सेंसर भेजकर डाटा एकत्रित किया जाता है। रेडियोसॉन्ड (Radiosonde) में लगे सेंसर जो कि वेदर बैलून द्वारा ले जाने वाला एक टेलीमेट्री इंस्ट्रूमेंट है।

वेदर बैलून की जगह लेंगे ड्रोन, मात्र 40 मिनट में एकत्रित होगा डाटा और ज्यादा सटीक होगी मौसम की भविष्यवाणी

Photo Credit: Reuters

ड्रोन वेदर बैलून की जगह लेंगे।

ख़ास बातें
  • भारत वायुमंडलीय डाटा एकत्रित के लिए ड्रोन तैनात करने के लिए तैयार है।
  • इन वेदर बैलून के जरिए सेंसर भेजकर डाटा एकत्रित किया जाता है।
  • वेदर बैलून और रेडियोसॉन्ड को नहीं पाया जा सकता है।
विज्ञापन
भारतीय वायुमंडलीय डाटा एकत्रित करने के लिए ड्रोन तैनात करने के लिए तैयार की जा रही है। मौजूदा समय में देश भर में कम से कम 550 स्थानों से हर दिन दो बार वेदर बैलून जारी किए जाते हैं। इन वेदर बैलून के जरिए सेंसर भेजकर डाटा एकत्रित किया जाता है। रेडियोसॉन्ड (Radiosonde) में लगे सेंसर जो कि वेदर बैलून द्वारा ले जाने वाला एक टेलीमेट्री इंस्ट्रूमेंट है। वह वायुमंडलीय दबाव, तापमान, हवा की दिशा और गति को रिकॉर्ड करने का काम करता है। आपको बता दें कि हाइड्रोजन से भरा वैदर बलून 12 किमी की ऊंचाई तक जा सकता है और रेडियो सिग्नल द्वारा डाटा को ग्राउंड रिसीवर तक पहुंचाता है। हालांकि वेदर बैलून और रेडियोसॉन्ड को नहीं पाया जा सकता है, क्योंकि वे उन मौसम स्टेशन्स से दूर चले जाते हैं जो उन्हें वातावरण में छोड़ते हैं।

अधिक जानकारी देते हुए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने पीटीआई को बताया कि "हम अब इस वायुमंडलीय डाटा को एकत्रित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने की संभावना खोज रहे हैं। जो कि मौसम के बारे में भविष्यवाणी करने के लिए बेहद जरूरी है।" कई स्टडीज से पता चल है कि मौसम का डाटा एकत्रित करने के लिए सेंसर से लैस खास ड्रोन सामान्य वेदर बैलून के लिए एक सही विकल्प हो सकते हैं। इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) मौसम स्टेशन के जरिए भारत में 550 स्थानों से मौसम के डाटा को एकत्र करता है और रेडियोसॉन्ड अवलोकनों का इस्तेमाल करता है जिन्हें मौसम का पूर्वानुमान जारी करने के लिए पूर्वानुमान मॉडल में फीड करना होता है।

वेदर बैलून पर ड्रोन का एक सबसे बड़ा फायदा यह है, क्योंकि उन्हें कंट्रोल कर सकते हैं। वह कम और अधिक ऊंचाई पर उड़ने के लिए तैयार किया जाता है। IMD का प्लान है कि 5 किमी की ऊंचाई तक के डाटा को एकत्रित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे और पुराने वेदर बैलून का इस्तेमाल करके एकत्रित किए गए डाटा के साथ तुलना करेंगे। इन्होंने मौसम के अवलोकन के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी की क्षमता को दिखाने के लिए शामिल होने के लिए इंडस्ट्री और एकेडमिया को आमंत्रित किया है। वेदर बैलून आमतौर पर उड़ने के लिए दो घंटे तक चलते हैं, आईएमडी 40 मिनट की उड़ान के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल करके डाटा एकत्रित किया जा सकता है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Drone, Radiosonde, Weather Ballons
साजन चौहान

साजन चौहान Gadgets 360 में सीनियर सब एडिटर हैं। उन्हें विभिन्न प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Sony ने की 20 अरब इमेज सेंसर्स की बिक्री, स्मार्टफोन कैमरा ने बढ़ाई डिमांड
  2. रोबोट समझेंगे आपके जज्बात! इस नई तकनीक से वैज्ञानिक कर रहे दावा
  3. 64MP कैमरा, 6050mAh बैटरी जैसे तगड़े फीचर्स वाला रग्ड फोन Ulefone Armor X31 Pro लॉन्च, जानें कीमत
  4. 16GB रैम, 6400mAh बैटरी वाले OnePlus Ace 5, Ace 5 Pro फोन के फुल स्पेसिफिकेशन लॉन्च से पहले लीक!
  5. BSNL लॉन्च करेगी eSIM, अगले वर्ष जून तक पूरे देश में होगा 4G नेटवर्क
  6. 'HR करेंगे बात ...' Ola सीईओ भाविश अग्रवाल का यह ईमेल सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल, जानें वजह
  7. Realme 14x 5G vs Poco M7 Pro 5G: Rs 15 हजार में कौन सा है दमदार स्मार्टफोन? जानें
  8. WhatsApp New Year Stickers: नए साल 2025 के लिए Whatsapp में आए खास फीचर्स, ऐसे करें इस्तेमाल
  9. Maruti Suzuki की 500 Km रेंज वाली e Vitara इलेक्ट्रिक SUV का भारत में लॉन्च कंफर्म! जानें क्या होगा खास?
  10. गलती से iPhone मंदिर की दानपेटी में गिरा, वापस मांगा तो प्रशासन बोला- 'नहीं मिलेगा, अब यह भगवान का ...'
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »