Delhi AQI post Diwali : कई हफ्तों से गंभीर ‘वायु प्रदूषण' की मार झेल रहे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को दिवाली से ठीक पहले बारिश ने राहत पहुंचाई थी। लेकिन त्योहार का उत्साह शहर की हवा पर भारी पड़ गया। दिवाली पर जमकर चले पटाखों ने पराली के प्रभाव को पीछे छोड़ दिया और देश की राजधानी एक बार फिर खतरनाक वायु प्रदूषण की चपेट में आ गई है। तमाम इलाकों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 500 से ऊपर पहुंच गया है।
aqi.in के
आंकड़ों से पता चला है कि दिल्ली की अगली सुबह 6 बजे दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ‘खतरनाक' और ‘गंभीर' के स्तर पर था। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक्यूआई 910, लाजपत नगर में 959 और करोल बाग में 779 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में औसत AQI 300 के आसपास था।
गौरतलब है कि AQI एक इंडिकेटर है जो किसी भी शहर की वायु गुणवत्ता को बताता है। AQI का शून्य और 50 के बीच होना 'अच्छी' कैटिगरी में आता है। यह 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक' माना जाता है। 101 और 200 के बीच AQI 'मध्यम' माना जाता है। 201 और 300 के बीच यह 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब', 401 और 450 के बीच 'गंभीर' और 450 से ' अति गंभीर' माना जाता है।
ना सिर्फ दिल्ली बल्कि दिवाली की रात नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबार के इलाकों में भी खूब आतिशबाजी हुई। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इससे जुड़े वीडियो देखे जा सकते हैं। ध्यान देने वाली बात है कि सुप्रीम कोर्ट के बैन के बावजूद दिवाली पर पटाखे चलाए गए।
दिवाली के दिन दिल्ली में AQI का स्तर 218 पर था, जो बीते 3 सप्ताह में सबसे अच्छा और बीते 8 साल की दिवाली में सबसे बेहतर था। यह सब मुमकिन हुआ था दिवाली से ठीक पहले हुई
बारिश के कारण।