ChatGPT एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस संवादी चैटबॉट (AI conversational chatbot) है, जिसे 30 नवंबर को मुफ्त पब्लिक टेस्टिंग के लिए उपलब्ध कराया गया था। चैटबॉट आपके द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब ऐसे देता है, मानों आपने उस प्रश्न को किसी इंसान से पूछा हो और ये टूल चैट के आधार पर सीखता और खुद को बेहतर बनाता है। यह आपके लिए निबंध लिख सकता है, आपका होमवर्क कर सकता है और आपके लिए पूरा एक ई-मेल भी तैयार कर सकता है। यही कारण है कि इसका इस्तेमाल कई तरीकों से होने लगा है। एक सर्वे रिपोर्ट में पता चला है कि सर्वे किए गए कुल लोगों में से 30 प्रतिशत पुरुष आने वाले वेलेंटाइन डे (Valentine's Day) पर ChatGPT AI टूल का इस्तेमाल प्रेम पत्र (लव लेटर) लिखने के लिए करने वाले हैं।
McAfee की नई 'Modern Love' रिसर्च में
खुलासा किया गया है कि फर्म द्वारा किए गए एक सर्वे में शामिल 30 प्रतिशत पुरुष (और सभी वयस्कों में से 26 प्रतिशत) इस वेलेंटाइन डे पर लव लेटर लिखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करेंगे। इस रिसर्च को भारत सहित 9 देशों के 5,000 लोग शामिल हैं। रिसर्च का उद्देश्य यह पता लगाना था कि AI और इंटरनेट कैसे प्यार और रिश्तों को बदल रहे हैं।
रिपोर्ट बताती है कि 49 प्रतिशत लोगों का कहना है कि अगर उन्हें पता चलता है कि उन्हें मिला लव लेटर ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टूल्स द्वारा लिखा गया है, तो वे नाराज होंगे। जिन्होंने इस टूल का इस्तेमाल लव लेटर लिखने के लिए किए जाने का मन बनाया है, उनमें से 27 प्रतिशत ने कारण पूछे जाने पर कहा कि यह उन्हें (लव लेटर भेजने वाले) ज्यादा आत्मविश्वास (27%) महसूस कराएगा, जबकि 21 प्रतिशत ने समय की कमी को कारण बताया और 21 प्रतिशत ने प्रेरणा की कमी का हवाला दिया, जबकि 10% ने कहा यह बस तेज और आसान होगा और उन्होंने नहीं सोचा कि लेटर को प्राप्त करने वाले को पता चलेगा।
रिपोर्ट आगे एक और दिलचस्प बात बताती है कि सर्वे किए गए सभी लोगों में से दो-तिहाई वयस्क (69 प्रतिशत) AI द्वारा लिखे गए प्रेम पत्र और मानव द्वारा लिखे गए प्रेम पत्र के बीच अंतर नहीं बता पाए। वास्तव में, हैरानी इस बात की है कि इनमें से 65 प्रतिशत ने तो मशीन से जनरेट हुए लेटर को पसंद किया।
रिपोर्ट में ऑनलाइन डेटिंग में इन टूल्स के जरिए होने वाले स्कैम या कैट फिशिंग के बारे में भी चिंता जताई गई है, क्योंकि सर्वे के अनुसार, संपर्क किए जाने के बाद 66 प्रतिशत वयस्कों ने एक अजनबी के साथ बातचीत की है, जिसमें फेसबुक मैसेंजर (39 प्रतिशत) और इंस्टाग्राम (33 प्रतिशत) सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म हैं, जबकि 51 प्रतिशत स्वीकार करते हैं कि उन्हें कैटफिश किया गया है।
बता दें कि ChatGPT को बनाने वाले डेवलपर्स OpenAI का
कहना है कि उनका चैटजीपीटी मॉडल, रीइन्फोर्समेंट लर्निंग फ्रॉम ह्यूमन फीडबैक (RLHF) नाम की मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करके डेवलप किया गया है। यह पूछे गए सवाल को सिम्युलेट कर सकता है और निरंतर चलने वाली प्रश्नों का उत्तर देने में भी सक्षम है। कंपनी का कहना है कि यह गलतियों को स्वीकार कर सकता है, गलत सवालों को चुनौती दे सकता है और अनुचित अनुरोधों को अस्वीकार कर सकता है।
ChatGPT जैसे टूल का इस्तेमाल वास्तविक दुनिया के काम जैसे डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन कंटेंट बनाने, ग्राहक सेवा प्रश्नों का उत्तर देने या जैसा कि कुछ यूजर्स ने पाया है, यह कोड को डिबग करने जैसे जटिल कामों में भी यूजर्स की मदद कर सकता है। इंसानों से बातचीत करने की शैली की नकल करते हुए बॉट कई तरह के सवालों का जवाब दे सकता है और यूजर्स की कई तरह के कामों को आसान बनाने में मदद कर सकता है।