ऑटोमोबाइल मार्केट के लिए सेल्स के लिहाज से अगस्त अच्छा रहा है। पिछले महीने पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट की वर्ष-दर-वर्ष आधार पर ग्रोध 6.51 प्रतिशत की रही। पिछले कुछ महीनों में कारों के नए मॉडल लॉन्च होने से सेल्स को रफ्तार मिली है। अगस्त में कारों की रिटेल सेल्स 2,64,448 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 2,57,672 यूनिट्स की थी।
कारों की रिटेल सेल्स में मारुति सुजुकी पहले स्थान पर रही। कंपनी ने पिछले महीने 1,07,517 यूनिट्स बेची। हालांकि, यह पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में कम है। कंपनी का पिछले वर्ष अगस्त में मार्केट शेयर 42.44 प्रतिशत का था, जो इस वर्ष अगस्त में घटकर 39.18 प्रतिशत रह गया।
बिक्री के लिहाज से टॉप 10 कारों में मारुति के सात मॉडल हैं। मारुति की वैगनआर लंबी अवधि से सबसे अधिक बिकने वाली कारों में पहले स्थान पर थी लेकिन Baleno ने अब यह स्थान हासिल कर लिया है। वैगनआर की बिक्री घटने का बड़ा कारण हाल ही में लॉन्च की गई ऑल्टो K10 हो सकती है जिसका प्राइस भी कम है। इसके नए वर्जन को कस्टमर्स पसंद कर रहे हैं। रिटेल सेल्स में दूसरे स्थान पर ह्युंडई है। हालांकि, कंपनी की बिक्री में पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में कमी हुई है। ह्युंडई ने अगस्त में 43,188 यूनिट्स बेची।
तीसरे स्थान पर मौजूद टाटा मोटर्स की रिटेल सेल्स अगस्त में बढ़कर 25,930 यूनिट्स पर पहुंच गई। कंपनी का मार्केट शेयर पिछले वर्ष के इसी महीने में 10.06 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 13.75 प्रतिशत हो गया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा और किआ मोटर्स दोनों की रिटेल सेल्स में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर
बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही इनके मार्केट शेयर में भी सुधार हुआ है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स का रिटेल सेल्स में छठा स्थान है। कंपनी ने पिछले महीने 14,873 यूनिट्स बेची हैं। यह पिछले वर्ष की समान अवधि से पांच प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी है।
आगामी महीनों में कुछ नए मॉडल्स के लॉन्च के साथ कारों की सेल्स बढ़ने की संभावना है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को फेस्टिव सीजन में सेल्स पिछले वर्ष से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, सेमीकंडक्टर्स की कमी और कुछ अन्य कारणों से कारों के कुछ मॉडल्स के लिए कस्टमर्स को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।