• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा समुद्र की ओर बढ़ रहा, है तबाही की आहट?

फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा समुद्र की ओर बढ़ रहा, है तबाही की आहट?

शोध टीम ने इस बात पर जोर दिया कि बर्फ में लगने वाले झटके, और  फ्रैक्चर आइस शेल्फ में प्राकृतिक रूप से होने वाली घटनाए हैं।

फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा समुद्र की ओर बढ़ रहा, है तबाही की आहट?

आमतौर पर सभी ग्लेशियर एक निर्धारित गति के साथ आगे बढ़ते हैं।

ख़ास बातें
  • ग्लेशियर समुद्र की ओर बहते हैं, आइस शेल्फ इसे कंट्रोल में बनाए रखते हैं।
  • आइस शेल्फ कमजोर पड़कर भागों में टूट जाता है तो इसका नतीजा बुरा होगा।
  • अगर तेजी से बर्फ पिघली तो यह समुद्र के जल स्तर को तेजी से बढ़ाएगी।
विज्ञापन
ग्लोबल वार्मिंग धरती के लिए विनाशकारी हालात पैदा कर रही है। धरती का लगातार बढ़ता तापमान ध्रुवों पर जमी बर्फ पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। शोधकर्ताओं ने अब अंटार्कटिका में ऐसी घटना देखी है जो दिल दहला देने वाली है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अंटार्कटिका में फ्रांस देश जितना बड़ा बर्फ का टुकड़ा जिसे Ross Ice Shelf कहते हैं, दिन में एक या दो बार कई सेंटीमीटर आगे खिसक रहा है। शोधकर्ता कह रहे हैं कि Ross Ice Shelf में यह गति Whillans Ice Stream द्वारा पैदा की गई है। यह बर्फ की एक तेज़ बहने वाली नदी है जो कभी-कभी अटक जाती है और फिर आगे बढ़ने लगती है। 
ताजा खोज आइस शेल्फ की गतिशीलता पर नई रोशनी डालती है, और इसके एक ऐसे पहलू को उजागर करती है, जो इससे पहले अज्ञात था। क्लाइमेट चेंज के चलते अब Ross Ice Shelf के लम्बे समय तक स्थिर बने रहने की बात पर सवाल खड़ा हो जाता है। इस शोध को Geophysical Research Letters में प्रकाशित किया गया है। 

आमतौर पर सभी ग्लेशियर एक निर्धारित गति के साथ आगे बढ़ते हैं। लेकिन व्हीलेंस आईस स्ट्रीम स्टॉप-एंड-गो मोशन पर चलता है। इसके नीचे पानी की कमी होने के चलते यह अटक जाता है। फिर जब बहुत ज्यादा दबाव इकट्ठा हो जाता है तो यह एकदम से फूट पड़ता है और फिर आगे बढ़ता है। यह प्रक्रिया कुछ ऐसे ही है जैसे भूकंप में झटके लगते हैं, इसी तरह ये झटके Ross Ice Shelf को आगे धक्का दे देते हैं। 

स्टडी के अनुसार इस तरह के झटके रॉस आइस शेल्फ को कमजोर बना सकते हैं। आइस शेल्फ, ग्लेशियर के बहाव में एक अवरोध का काम करते हैं। ग्लेशियर समुद्र की ओर बहते हैं, और आइस शेल्फ इसे कंट्रोल में बनाए रखते हैं। लेकिन अगर रॉस आइस शेल्फ कमजोर पड़कर भागों में टूट जाता है तो इसका नतीजा बर्फ पिघलने की गति में तेजी के रूप में सामने आ सकता है। अगर तेजी से बर्फ पिघली तो यह समुद्र के जल स्तर को तेजी से बढ़ाएगी। 

शोध टीम ने इस बात पर जोर दिया कि बर्फ में लगने वाले झटके, और  फ्रैक्चर आइस शेल्फ में प्राकृतिक रूप से होने वाली घटनाए हैं। फिर भी शोधकर्ता इसके अंदर हो रही इस गतिविधि पर बारीकी से नजर रखेंगे कि कहीं यह टूट तो नहीं रहा। क्योंकि इससे पहले भी छोटे आइस शेल्फ के साथ यह घटित हो चुका है। नई स्टडी अंटार्कटिक आइस शेल्फ की गतिशील और पेचीदा प्रकृति को उजागर करती है। यह इस दिशा में शोध को और आगे बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Huawei का नया बजट स्मार्टफोन बिना नेटवर्क के भी कर सकता है कॉल, इस कीमत में हुआ लॉन्च
  2. Elon Musk की Starlink ने भारतीयों के लिए निकाली जॉब, यहां से करें अप्लाई
  3. Lava Probuds N33: सिंगल चार्ज में 40 घंटे चलने वाले नेकबैंड लावा ने Rs 1,299 में किए लॉन्च, जानें खास फीचर्स
  4. Chrome चला रहे हो तो हो जाओ सावधान! एक गलती और सिस्टम हो जाएगा हैक, यहां जानें बचने का तरीका
  5. Amazon की नई Fire TV Stick 4K Select लॉन्च, HDR10+, वॉयस रिमोट का सपोर्ट, जानें कीमत
  6. Suzuki ने दिखाया EV का 'छोटा पैकेट बड़ा धमाका!', Nano जितना साइज, लेकिन रेंज 270 KM
  7. BSNL को मिला 4G लॉन्च का फायदा, रेवेन्यू में हुई बढ़ोतरी
  8. WhatsApp में याद नहीं रखना होगा पासवर्ड, ऐसे एक्टिवेट करें Passkey
  9. 100 इंच तक बड़ी स्क्रीन वाले Hisense E8S Pro TV लॉन्च, 4K RGB डिस्प्ले, 170Hz रिफ्रेश रेट, जानें कीमत
  10. IND vs AUS T20I Live: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आज दूसरे T20 मैच का घमासान, यहां देखें फ्री!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »