Airbnb ने अपने प्लेटफॉर्म से लगभग 4 हजार यूजर्स को बैन किया है, जिसके पीछे कंपनी ने यूजर्स द्वारा भेदभाव के खिलाफ कंपनी की नीति का उल्लंघन करना कारण बताया है। Airbnb एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है, जो उन लोगों को अस्थाई रूप से ट्रैवलर्स के रहने के लिए अपने अपने घरों को किराए पर देने का मौका देता है। कंपनी भारत सहित 191 देशों में ऑपरेट करती है।
Airbnb ने मंगलवार को एनुअल
रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि कंपनी ने 2022 में अपने प्लेटफॉर्म से गैर-भेदभाव नीति का उल्लंघन करने के लिए दुनिया भर में लगभग 4,000 अकाउंट को हटा दिया। यह नीति Airbnb मेजबानों को उनकी नस्ल, जातीयता, धर्म, यौन रुझान और लैंगिक पहचान जैसे कारकों के आधार पर बुकिंग को अस्वीकार करने या मेहमानों पर अलग-अलग शर्तें थोपने से रोकती है।
हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस तरह के अकाउंट की संख्या में कमी आई है। रिपोर्ट बताती है कि 2021 में Airbnb ने अपनी
गैर-भेदभाव नीति का उल्लंघन करने के लिए 5,100 अकाउंट को
बैन किया था।
कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं, जिसमें लोगों के जाती या रंग के आधार पर मेजबान बुकिंग को अस्वीकार करते हैं। इसी समस्या से निपटने के लिए 2020 में Airbnb ने 'प्रोजेक्ट लाइटहाउस' कैंपेन शुरू किया था, जिसका डेटा इस रिपोर्ट में शामिल किया गया है।
रिपोर्ट में समझाया गया है कि इस पॉलिसी के चलते काले माने जाने वाले व गोरे माने जाने वाले गेस्ट के बीच व्यापक असमानता देखने को मिली। पिछले साल, काले माने जाने वाले मेहमानों को उनकी पसंद के Airbnb को 91.4% बार बुक करने की पुष्टि की गई थी, जबकि गोरे माने जाने वाले मेहमानों के लिए यह संख्या 94.1% थी। एशियाई और लैटिनो के लिए बुकिंग सफलता दर 93.4% थी। रिपोर्ट में 93.2% कैटेगरी में अन्य या अज्ञात जातियों को रखा गया है।