पिछले कुछ दिनों में दुनिया में कई बड़ी कंपनियों में छंटनी की घोषणा हो चुकी है जिससे पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता फैली हुई है और लोगों को अपनी नौकरी जाने का डर भी सता रहा है। इस बीच भारत में भी लोगों को नौकरियों की काफी ज्यादा जरूरत है। लिंक्डइन ने एक रिसर्च के हवाले से कहा है कि भारत में 5 में चार प्रोफेशनल्स को एक नई जॉब की तलाश है। इसमें हैरान करने वाली बात है कि इन लोगों में अधिकतर युवा शामिल हैं जिनकी उम्र 18 से 24 साल के बीच है।
भारत में जॉब की जरूरत हर 5 में से 4 प्रोफेशनल्स को है,
लिंक्डइन ने एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। जेनरेशन Z का इसमें सबसे ज्यादा योगदान बताया गया है जिसमें 18 साल से 24 साल के युवा शामिल हैं। इनका प्रतिशत 88 बताया गया है। जबकि इसमें से 64% जॉब चाहने वाले लोग 45-54 साल की उम्र के बीच के हैं। कंपनी द्वारा किए सर्वे में खुलासा किया गया है कि 78% लोगों का कहना है कि वे अपने लिए कोई नई जॉब तलाश रहे हैं।
इसके साथ ही प्रोफेशनल्स अपने स्किल डेवलेपमेंट पर भी बहुत ज्यादा ध्यान दे रहे हैं और लगातार उन्हें बेहतर बनाने के साथ मल्टीपल स्किल हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि अपने करियर में वह एक लम्बी स्थिरता पा सकें। इसके लिए वह नए अवसरों की भी तलाश कर रहे हैं। आईएएनएस की
रिपोर्ट के अनुसार लिंक्डइन करियर एक्सपर्ट और लिंक्डइन इंडिया की एडिटोरियल प्रमुख नीरजिता बनर्जी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर चल रही अनिश्चितता के बावजूद भारतीय वर्कफोर्स अपनी स्वयं की क्षमताओं पर आगे बढ़ रहा है, अपने आप को आगे धकेलने की कोशिश कर रहा है। प्रोफेशनल्स के लिए यह जरूरी है वे अपने स्किल बढ़ाने के लिए लगातार निवेश करते रहें ताकि वे अलग-अलग रोल के लिए चुने जा सकें।
कंपनी के इस सर्वे के मुताबिक हर 3 में से 2 लोग इस बात का विश्वास रखते हैं कि अपने स्किल्स के बलबूते वह अपने लिए कोई और बेहतर जॉब तलाश सकते हैं। लिंक्डइन के
वर्कफोर्स कॉन्फिडेंस इंडेक्स के मुताबिक भारत में 5 में से 2 प्रोफेशनल्स को लगता है कि वे आर्थिक मंदी के लिए तैयार हैं। यानि कि 43% लोग इकोनॉमिक स्लोडाउन के लिए खुद को तैयारी मानते हैं। इनमें से 54% लोग भारत में ऐसे हैं जो सही लोगों के साथ जुड़े हुए हैं या जुड़ रहे हैं ताकि अपने नेटवर्क को बढ़ा सकें। 44% लोग ऐसे नए स्किल भी सीख रहे हैं जो कि वर्तमान समय की मांग हैं।