देश की बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों में शामिल Ola Electric इस वर्ष के अंत तक स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग की योजना बना रही है। कंपनी ने इसके लिए Goldman Sachs और Kotak Bank को इनवेस्टमेंट बैंकर नियुक्त किया है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के मार्केट में ओला इलेक्ट्रिक लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है।
ओला इलेक्ट्रिक में जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप और टाइगर ग्लोबल इनवेस्टमेंट जैसे इनवेस्टर्स की हिस्सेदारी है। कंपनी ने पिछले वर्ष फंड जुटाया था और तब इसकी वैल्यू लगभग पांच अरब डॉलर की लगी थी। इस डिवेलपमेंट की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने Reuters को बताया कि कंपनी जल्द ही कुछ और इनवेस्टमेंट बैंकों को जोड़ सकती है।
कंपनी की शुरुआत ऐप के जरिए कैब सर्विसेज देने वाली Ola के फाउंडर Bhavish Aggarwal ने की थी। हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक ने यह तय नहीं किया है कि वह इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए कितनी रकम जुटाएगी और कितने वैल्यूएशन की डिमांड की जाएगी। हालांकि, सूत्र ने कहा कि कंपनी पांच अरब डॉलर से अधिक का वैल्यूएशन मांग सकती है।
अगर कंपनी IPO लाने के लिए जरूरी न्यूनतम 10 प्रतिशत हिस्सेदारी भी बेचती है तो यह इस वर्ष मार्केट की उतार-चढ़ाव वाली स्थितियों के बीच सबसे बड़ा IPO हो सकता है। सूत्र ने बताया कि इस वर्ष के अंत तक ड्राफ्ट डॉक्युमेंट दाखिल करना, इनवेस्टर्स को मार्केटिंग करना और लिस्टिंग में मुश्किल हो सकती है लेकिन अग्रवाल इस समयसीमा पर जोर दे रहे हैं। इस बारे में कंपनी के प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। Goldman Sachs और Kotak Bank ने टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदन का उत्तर नहीं दिया।
पिछले वर्ष कंपनी को अपने कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में आग लगने के मामलों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की रेंज और क्वालिटी को लेकर भी शिकायतें की गई थी। कंपनी की योजना कुछ नए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स लॉन्च करने की है। इनमें एक कम प्राइस वाला स्कूटर, एक प्रीमियम मोटरसाइकिल और एक कम प्राइस वाली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल शामिल हो सकती है। ओला इलेक्ट्रिक ने 2024 में अपनी पहली
इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की योजना भी बनाई है। कंपनी का टारगेट अपनी पहली कार को 50,000 डॉलर से कम पर लॉन्च करना है। इस सेगमेंट में कंपनी का मुकाबला देश में टाटा मोटर्स के अलावा टेस्ला और ह्युंडई जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों से होगा।