बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में शामिल Tesla के चीफ एग्जिक्यूटिव, Elon Musk ने कहा है कि ग्लोबल इकोनॉमी के लिए अगले 12 महीने मुश्किल होंगे। उनका कहना था कि टेस्ला पर भी इसका असर होगा। मस्क ने बताया कि कंपनी अपने व्हीकल्स का विज्ञापन देने की कोशिश करेगी, जो पहले नहीं किया गया है।
मस्क ने
कंपनी की वार्षिक शेयरहोल्डर मीटिंग में कहा कि टेस्ला का मॉडल Y दुनिया भर में सबसे अधिक बिकने वाली कार बन सकता है। टेस्ला के सायबरट्रक पिकअप की डिलीवरी भी जल्द शुरू की जा सकती है। मस्क ने बताया, "हम अपने व्हीकल्स के लिए विज्ञापन देने की कोशिश करेंगे और इसका असर देखा जाएगा।" उनका कहना था, "ग्लोबल इकोनॉमिक स्थिति से टेस्ला अलग नहीं है। मेरा अनुमान है कि अगले 12 महीने मैक्रोइकोनॉमिक लेवल पर मुश्किल हो सकते हैं।" पिछले महीने मस्क ने कहा था कि प्रॉफिट के बजाय कंपनी सेल्स में बढ़ोतरी को प्रायरिटी देगी।
हाल के महीनों में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों के प्राइसेज में कटौती की गई है। इससे कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ा है। टेस्ला के स्टाफ को भेजी एक ईमेल में मस्क ने कहा कि उनकी स्वीकृति के बिना कंपनी कोई नई हायरिंग नहीं कर सकती। इसके साथ ही उन्होंने एग्जिक्यूटिव्स से हायरिंग के लिए निवेदन जमा करने से पहले सतर्कता से सोचने के लिए भी कहा है। टेस्ला को भारत में अपने कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग की संभावना दिख रही है। कंपनी के कुछ सीनियर एग्जिक्यूटिव्स इसे लेकर इस सप्ताह केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सकते हैं।
Bloomberg ने इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से दी गई एक रिपोर्ट में बताया है कि टेस्ला के एग्जिक्यूटिव्स इलेक्ट्रिक कारों के लिए कंपोनेंट्स की देश से सोर्सिंग के बारे में सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। इससे पहले अधिक इम्पोर्ट टैक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल से जुड़ी पॉलिसी को लेकर केंद्र सरकार की
मस्क आलोचना कर चुके हैं। सरकार ने टेस्ला से चीन में बनी इलेक्ट्रिक कारों को भारत में नहीं बेचने को कहा था। सूत्रों ने कहा कि टेस्ला के एग्जिक्यूटिव्स सरकार से दोबारा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इम्पोर्ट टैक्स घटाने का निवेदन भी कर सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है।