What is SMART :
इंडियन नेवी की ताकत बुधवार को और बढ़ गई। भारत ने मिसाइल-बेस्ड कम भार वाले एक वेपन सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। इसका नाम ‘‘सुपरसोनिक मिसाइल-असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो'' (स्मार्ट SMART) है। पीटीआई भाषा के अनुसार, ओडिशा के तट पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से SMART का परीक्षण किया गया। मिसाइल सिस्टम को नौसेना में शामिल किया जाएगा। इससे उसकी मेरीटाइम क्षमता में इजाफा होगा।
SMART की खूबियां
यह नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल-बेस्ड हल्के वजन वाला टारपीडो डिलीवरी सिस्टम है। DRDO ने इसे तैयार किया है ताकि इंडियन नेवी की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमता (anti-submarine warfare capability) को बढ़ाया जा सके। टॉरपीडो किसी सिगार जैसा होता है। इसे पनडुब्बी के साथ-साथ वॉरशिप से भी दागा जा सकता है। टॉरपीडो जैसे ही अपने टार्गेट से संपर्क करता है, वह फट जाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, SMART सिस्टम को सुबह करीब आठ बजकर 30 मिनट पर लॉन्च किया गया। टेस्ट के दौरान इसे कई मानकों पर परखा गया और जो रिजल्ट मिले वो पॉजिटिव रहे। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि 'स्मार्ट' नई पीढ़ी का मिसाइल-बेस्ड कम भार वाला वेपन सिस्टम है। इसमें हल्का टॉरपीडो लगाया जाता है और इस टॉरपीडो का इस्तेमाल पेलोड की तरह होता है।
SMART सिस्टम के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इससे नौसेना की क्षमताएं बढ़ेंगी।
गौरतलब है कि मंगलवार को एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने नौसेना प्रमुख का कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह नौसेना उप प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। वह भारतीय नौसेना के 26वें नौसेना प्रमुख हैं। एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी को 1 जुलाई, 1985 को भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में नियुक्त किया गया था। वे संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ हैं। नौसेना में उनकी लगभग 39 वर्षों की लंबी और विशिष्ट सेवा रही है। उन्होंने वेस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में भी काम किया है।