S-400 TRIUMF : बीते दिनों जब ईरान ने इस्राइल पर मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया, तो उसके आयरन डोम डिफेंस सिस्टम और ऐरो-2 सिस्टमों ने ईरानी मिसाइलों को तबाह कर दिया। भारत के पास भी इस तरह की क्षमता रूस के S-400 TRIUMF डिफेंस सिस्टमों के रूप में मौजूद है। भारत-रूस ने 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर की डील की थी। इसके तहत S-400 TRIUMF की 5 यूनिटें भारत को मिलनी थीं। 3 यूनिट्स रूस पहले ही सप्लाई कर चुका है और बची हुई 2 रेजिमेंटों को अगले साल तक सप्लाई किया जाएगा।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिशियल सोर्सेज ने यह जानकारी दी है। साथ ही बताया है कि भारत को रूस निर्मित दो युद्धपोतों में से पहले युद्धपोत तुशिल की सप्लाई भी की जाएगी। दूसरे युद्धपोत तमाल की सप्लाई उसके बाद होगी।
रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पोतों की सप्लाई 2022 तक होनी थी लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण इसमें देरी हुई। सोर्सेज ने बताया है कि एस-400 मिसाइल सिस्टम की सप्लाई अगले साल तक पूरी हो जाएगी। गौरतलब है कि भारत अपने पड़ोसियों से जारी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए मिसाइल सिस्टमों को खरीद रहा है।
क्या है S-400 TRIUMF
S-400 TRIUMF एक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो सतह से हवा में मार करता है। इसकी मदद से दुश्मन की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, यूएवी, छोटी दूरी की मिसाइलों आदि को मार गिराया जा सकता है। S-400 TRIUMF को रूस ने डेवलप किया है और यह S-400 मिसाइल सिस्टम की चौथी जेनरेशन में आता है। S-400 TRIUMF की रेंज 250 से 400 किलोमीटर है यानी यह इतनी दूरी से आने वाली दुश्मन की मिसाइल को तबाह कर सकता है।
गौरतलब है कि ईरान और इस्राइल के बीच जारी तनाव ने दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध की आहट को बढ़ा दिया है। ऐसे में हर देश अपनी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करना चाहता है और एयर डिफेंस सिस्टम का इसका अहम पड़ाव है।